Railway: वेटिंग टिकट के साथ स्लीपर या AC कोच में चढ़े तो देना होगा इतना जुर्माना, इस वजह से लागू हुआ नया नियम
भारतीय रेलवे ने वेटिंग टिकट धारकों के लिए नए नियम लागू किए हैं, जिनका उद्देश्य आरक्षित कोचों में भीड़भाड़ को कम करना और कन्फर्म टिकट धारकों को बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करना है।
🚫 नए नियमों के प्रमुख बिंदु:
- आरक्षित कोचों में यात्रा पर प्रतिबंध: वेटिंग टिकट धारकों को अब स्लीपर या एसी कोच में यात्रा करने की अनुमति नहीं है, चाहे टिकट ऑनलाइन बुक किया गया हो या काउंटर से लिया गया हो। उन्हें केवल जनरल कोच में यात्रा करनी होगी।
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जुर्माना और कार्रवाई: यदि कोई यात्री वेटिंग टिकट के साथ आरक्षित कोच में यात्रा करते हुए पाया जाता है, तो उसे अगले स्टेशन पर उतार दिया जाएगा और जुर्माना भी देना होगा:
- एसी कोच में: ₹440 + अगले स्टेशन तक का किराया।
- स्लीपर कोच में: ₹250 + अगले स्टेशन तक का किराया।
- ऑनलाइन वेटिंग टिकट: IRCTC के माध्यम से बुक किए गए वेटिंग टिकट यदि कन्फर्म नहीं होते हैं, तो वे स्वचालित रूप से रद्द हो जाते हैं और राशि वापस कर दी जाती है।
🎯 नए नियमों के पीछे का कारण:
- भीड़भाड़ कम करना: वेटिंग टिकट धारकों द्वारा आरक्षित कोचों में यात्रा करने से भीड़भाड़ होती थी, जिससे कन्फर्म टिकट धारकों को असुविधा होती थी। नए नियमों का उद्देश्य इस समस्या को हल करना है।
- यात्रा अनुभव में सुधार: इन नियमों के माध्यम से रेलवे कन्फर्म टिकट धारकों को अधिक आरामदायक और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना चाहता है।
✅ सुझाव:
यदि आपका टिकट वेटिंग में है और कन्फर्म नहीं हुआ है, तो यात्रा से पहले टिकट रद्द कराना और वैकल्पिक व्यवस्था करना उचित होगा। इससे आप जुर्माने और अन्य असुविधाओं से बच सकते हैं।
यदि आप चाहें, तो मैं आपको IRCTC पर टिकट की उपलब्धता जांचने या यात्रा के अन्य विकल्पों के बारे में जानकारी प्रदान कर सकता हूँ।
बार्सिलोना ने क्लासिको बनाम रियल मैड्रिड के लिए ट्रैविस स्कॉट जर्सी का अनावरण किया
बार्सिलोना 11 मई को रियल मैड्रिड के खिलाफ क्लासिको में एक विशेष संस्करण की शर्ट पहनेगा, जिसमें स्पॉटिफाई के साथ निरंतर प्रायोजन समझौते के तहत अमेरिकी रैपर ट्रैविस स्कॉट की ब्रांडिंग होगी।
यह प्रतीक चिह्न स्कॉट के रिकॉर्ड लेबल कैक्टस जैक पर आधारित होगा और बार्सा की जर्सी के सामने दिखाई देगा, जो सामान्य स्पॉटिफाई प्रायोजक लोगो का स्थान लेगा।
बार्सा की महिला टीम भी सीजन के अपने अंतिम लीगा एफ मैच में सीमित संस्करण की शर्ट पहनेगी, जो 18 मई को एथलेटिक क्लब के खिलाफ घरेलू मैच होगा।
ग्रैमी-नामांकित कलाकार, कोल्डप्ले, ड्रेक, रोसालिया, करोल जी और द रोलिंग स्टोन्स के बाद, बार्सा के लिए विशेष शर्ट बनाने वाले छठे कलाकार बन जाएंगे।
सहयोग के एक भाग के रूप में, स्कॉट खेल से एक रात पहले बार्सिलोना में एक विशेष आमंत्रण-मात्र संगीत कार्यक्रम भी प्रस्तुत करेंगे, जिससे वे ऐसा करने वाले बार्सा के साथ साझेदारी करने वाले पहले कलाकार बन जाएंगे।
स्कॉट ने कहा, " क्लासिको एक ऐसा पल है जिसमें पूरी दुनिया शामिल होती है।" "बार्सिलोना के साथ मिलकर मैं अपनी दुनिया को उनकी दुनिया में मिला सकता हूँ।
"यह सिर्फ कैक्टस जैक को जर्सी पर उतारने के बारे में नहीं था। यह कुछ ऐसा बनाने के बारे में था जो ध्वनि और खेल के बीच की रेखा को धुंधला कर दे।
"इस सहयोग के तहत बार्सिलोना में प्रदर्शन करने वाला पहला कलाकार होना और अपने प्रशंसकों के साथ उस क्षण को साझा करना इसे एक अलग स्तर पर ले जाता है।"
खरीद के लिए 1,899 सीमित संस्करण वाली जर्सी उपलब्ध होंगी, जबकि संग्रह में दो प्रकार की हुडी, टी-शर्ट, रेट्रो जर्सी, टोपी, शॉर्ट्स, जैकेट, स्कार्फ और एक रेट्रो फुटबॉल भी शामिल होगी।
स्कॉट स्पॉटिफाई पर सबसे अधिक स्ट्रीम किए जाने वाले कलाकारों में से एक हैं, जिनके मासिक श्रोताओं की संख्या 67 मिलियन से अधिक है और जिनकी स्ट्रीमिंग 44 बिलियन से अधिक है, तथा बार्सा ड्रेसिंग रूम में भी उनके कई प्रशंसक हैं।
डिफेंडर जूल्स कोंडे ने कहा, "मैं लंबे समय से ट्रैविस का श्रोता हूं और मुझे स्टाइल की परवाह है, इसलिए यह सहयोग बहुत शक्तिशाली है।"
"हमारी शर्ट पर कैक्टस जैक लोगो देखना और फुटबॉल को फैशन और संगीत के साथ मिश्रित करने वाले ड्रॉप का हिस्सा बनना कुछ ऐसा है जिससे मैं बहुत प्रेरित हूं और मुझे ऐसे क्लब का हिस्सा होने पर गर्व है जो इसे अपनाता है।"
भारत ने चिनाब नदी के प्रवाह को अस्थायी रूप से रोका, पाकिस्तान को दिया कड़ा संदेश
चिनाब नदी के प्रवाह को अस्थायी रूप से प्रतिबंधित करने के लिए भारत द्वारा उठाया गया यह एक सांकेतिक कदम है. जिसके ज़रिए पाकिस्तान को यह सख्त संदेश दिया गया है कि आने वाले हफ्तों में और अधिक प्रतिबंधात्मक कदम उठाए जाएंगे.
जम्मू-कश्मीर:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) के बाद से भारत पाकिस्तान के खिलाफ लगातार एक्शन मोड में है. पाकिस्तान को बूंद-बूंद को तरसाने की तैयारी की जा रही है ताकि उसे पता चल सके कि आतंकियों को पालने-पोषने का अंजाम क्या होता है. भारत ने पहले सिंधु नदी समझौते को सस्पेंड कर दिया. अब पाकिस्तान के खिलाफ एक और सख्त कदम उठाते हुए जम्मू-कश्मीर में दो जलविद्युत बांधों के ज्यादातर जलद्वार गेट बंद कर दिए हैं. इसी रास्ते से चिनाब नदी का पानी पाकिस्तान जाता है.
सलाल और बगलिहार बांध के सभी गेट बंद
सलाल बांध और बगलिहार जलविद्युत परियोजना बांध के अधिकतर गेट बंद कर पाकिस्तान को सख्त संदेश देने की कोशिश की गई है. भारत की इस सख्त कार्रवाई की वजह से पाकिस्तान की तरफ बहने वाली चिनाब नदी में जम्मू के अख़नूर इलाके में पानी का स्तर कमर से भी नीचे चला गया है.
रोक दिया चिनाब नदीं का पानी
चिनाब नदी के प्रवाह को अस्थायी रूप से प्रतिबंधित करने के लिए भारत द्वारा उठाया गया यह एक सांकेतिक कदम है. जिसके ज़रिए पाकिस्तान को यह सख्त संदेश दिया गया है कि आने वाले हफ्तों में और अधिक प्रतिबंधात्मक कदम उठाए जाएंगे. सलाल बांध और बगलिहार बांधों के जलाशयों को पिछले शुक्रवार और शनिवार को गाद निकालने की प्रक्रिया के तहत खाली कर दिया गया था.
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान पर 'वाटर स्ट्राइक'
बता दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हमला कर 26 लोगों की जान ले ली थी.जिनमें ज्यादातर पर्यटकों शामिल थे. इस घटना के बाद से ही भारत पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है. पहले सिंधु नदी समझौता स्थगित किया फिर पाकिस्तानी नागरिकों को वापस लौटने का सख्त आदेश दे दिया. अब चिनाब नदी का पानी भी रोक दिया गया है. ताकि उसे पता चल सके कि आतंकियों का साथ देने का क्या अंजाम होता है.
मिस मालिनी को 6 करोड़ रुपये में खरीदा
र्केटिंग और कंटेंट एजेंसी क्रिएटिवफ्यूल, गुड ग्लैम ग्रुप की पोर्टफोलियो कंपनी मिसमालिनी एंटरटेनमेंट को 6 करोड़ रुपये के सौदे में अधिग्रहण कर रही है। इस सौदे के हिस्से के रूप में, क्रिएटिवफ्यूल मिसमालिनी डोमेन नाम और इसकी सोशल मीडिया परिसंपत्तियों का स्वामित्व ले लेगा, जबकि प्रतिभा प्रबंधन वर्टिकल का संचालन द गुड ग्लैम ग्रुप द्वारा किया जाता रहेगा। 2021 में, मिस मालिनी को हाउस ऑफ ब्रांड्स प्लेयर द्वारा अधिग्रहित किया गया था, जिसमें मिसमालिनी मीडिया, गर्ल ट्राइब, इग्नाइट एज, एजेंट एम और एमएम स्टूडियो जैसे वर्टिकल शामिल थे। फरवरी में दर्पण संघवी के नेतृत्व वाले गुड ग्लैम ग्रुपबिका हुआफेमटेक स्टार्टअप सिरोना को 150-180 करोड़ रुपये के सौदे में उसके संस्थापकों को वापस कर दिया गया।
यह विनिवेश ऐसे समय में किया जा रहा है जब गुड ग्लैम ग्रुप नकदी की कमी, निवेशकों के चले जाने और बढ़ते कर्ज से जूझ रहा है। नकदी की गंभीर कमी के कारण कंपनी को बहुत कम मूल्यांकन पर नए फंड जुटाने और अपनी गैर-प्रमुख इकाइयों को बेचने पर विचार करना पड़ रहा है। इसने डिजिटल मीडिया सहायक कंपनी स्कूपव्हूप को भी बेंगलुरु स्थित WLDD को उसके खरीद मूल्य के पांचवें हिस्से पर बेच दिया। इसके साथ ही, कंपनी ऑर्गेनिक हार्वेस्ट और द मॉम्स कंपनी जैसे पर्सनल केयर ब्रांड में भी हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रही है।
मुख्य बिंदु:
- अधिग्रहण विवरण: क्रिएटिवफ्यूल ने मिसमालिनी एंटरटेनमेंट के डिजिटल संपत्तियों का अधिग्रहण किया है, जिसमें वेबसाइट, सोशल मीडिया हैंडल और कंटेंट प्लेटफॉर्म शामिल हैं। हालांकि, टैलेंट मैनेजमेंट डिवीजन 'Ignite Edge' अभी भी गुड ग्लैम ग्रुप के पास रहेगा।MissMalini
- पृष्ठभूमि: मिसमालिनी एंटरटेनमेंट की स्थापना 2008 में मलिनी अग्रवाल ने की थी। यह प्लेटफॉर्म बॉलीवुड, फैशन और जीवनशैली से संबंधित सामग्री के लिए जाना जाता है। गुड ग्लैम ग्रुप ने इसे 2021 में अधिग्रहित किया था।
- क्रिएटिवफ्यूल की रणनीति: क्रिएटिवफ्यूल, जो पहले से ही Hasley India और Pataakha जैसे यूट्यूब चैनलों का मालिक है, इस अधिग्रहण के माध्यम से अपने डिजिटल कंटेंट पोर्टफोलियो को और मजबूत करना चाहता है।
- गुड ग्लैम ग्रुप की स्थिति: गुड ग्लैम ग्रुप वर्तमान में वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रहा है और अपने कुछ गैर-प्रमुख व्यवसायों को बेच रहा है। मिसमालिनी एंटरटेनमेंट की बिक्री इसी रणनीति का हिस्सा है।
यह अधिग्रहण भारतीय डिजिटल मीडिया परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है, जहां स्थापित ब्रांड्स को नए खिलाड़ियों द्वारा अधिग्रहित किया जा रहा है
"दुनिया का पहला हैंडबैग जो टी-रेक्स (Tyrannosaurus rex) के चमड़े से बनाया गया है, एक परियोजना के तहत घोषित किया गया है।"
हाल ही में, एक नई और विवादास्पद परियोजना के तहत, वैज्ञानिकों और फैशन उद्योग के विशेषज्ञों ने टायरानोसॉरस रेक्स (T. rex) के डीएनए से लैब में तैयार किया गया चमड़ा बनाने का दावा किया है। इस परियोजना का उद्देश्य पारंपरिक चमड़े के विकल्प के रूप में एक पर्यावरणीय और क्रूरता-मुक्त सामग्री विकसित करना है।
🧬 परियोजना का विवरण
VML, The Organoid Company, और Lab-Grown Leather Ltd. ने मिलकर इस परियोजना की घोषणा की है। वे दावा करते हैं कि उन्होंने 66 मिलियन वर्ष पुरानी डायनासोर की त्वचा के संरचनात्मक तत्वों का उपयोग करके एक नया चमड़ा विकसित किया है। यह प्रक्रिया जीवित कोशिकाओं को संश्लेषित डीएनए के साथ जोड़कर की गई है, जिससे एक टिकाऊ और उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री प्राप्त हुई है।
🌿 पर्यावरणीय और नैतिक पहलू
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक चमड़े की तुलना में एक पर्यावरणीय और नैतिक विकल्प प्रदान करना है। पारंपरिक चमड़ा उत्पादन में पशुओं की हत्या और प्रदूषण जैसी समस्याएँ होती हैं, जबकि इस लैब-निर्मित चमड़े में इन समस्याओं का समाधान किया गया है। यह सामग्री पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल और क्रूरता-मुक्त है।
🔬 वैज्ञानिक दृष्टिकोण
हालांकि यह परियोजना अभिनव है, कई वैज्ञानिकों ने इसके दावों पर संदेह व्यक्त किया है। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि डायनासोर के डीएनए के संरक्षित रहने की संभावना अत्यंत कम है, और वास्तविक T. rex त्वचा के नमूने उपलब्ध नहीं हैं। इसके बावजूद, परियोजना के समर्थकों का कहना है कि उन्होंने संरचनात्मक तत्वों का उपयोग करके एक नई सामग्री विकसित की है।
👜 फैशन उद्योग में संभावनाएँ
इस नई सामग्री का उपयोग उच्च गुणवत्ता वाले हैंडबैग, जूते, और अन्य फैशन उत्पादों में किया जा सकता है। परियोजना के अनुसार, पहले प्रोटोटाइप 2025 के अंत तक उपलब्ध हो सकते हैं। यदि यह सफल होता है, तो यह फैशन उद्योग में एक नई दिशा को जन्म दे सकता है।
📸 और 🎥 सामग्री
इस परियोजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आप यह वीडियो देख सकते हैं, जिसमें इस नई सामग्री के निर्माण प्रक्रिया और इसके संभावित उपयोगों पर चर्चा की गई है।
यह परियोजना विज्ञान, फैशन और पर्यावरणीय जागरूकता के संगम का एक उदाहरण है। हालांकि इसके दावे पर वैज्ञानिक समुदाय में मतभेद हैं, लेकिन यह निश्चित रूप से भविष्य में फैशन उद्योग में क्रांति ला सकता है।
"चीन ने कोविड-19 महामारी की उत्पत्ति के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका को दोषी ठहराया।"
हाल ही में, चीन ने कोविड-19 महामारी की उत्पत्ति के संबंध में एक नया श्वेत पत्र जारी किया है, जिसमें उसने संयुक्त राज्य अमेरिका को वायरस के संभावित स्रोत के रूप में पेश किया है। इस दस्तावेज़ में, चीन ने दावा किया है कि कोविड-19 वायरस संभवतः अमेरिका में मई से अक्टूबर 2019 के बीच उत्पन्न हुआ था, और यह वुहान में नहीं, बल्कि विदेश से आयातित ठंडे खाद्य उत्पादों के माध्यम से चीन पहुँचा।
🧾 चीन का श्वेत पत्र: मुख्य बिंदु
- संयुक्त राज्य अमेरिका पर आरोप: चीन ने कहा है कि अमेरिका में 2019 के मध्य में कुछ अस्पष्टीकृत श्वसन संक्रमणों के मामलों के कारण वायरस की उत्पत्ति हो सकती है।
- वुहान का दोषमुक्तिकरण: चीन ने यह भी दावा किया है कि वुहान में वायरस की उत्पत्ति का कोई ठोस प्रमाण नहीं है, और यह कि वायरस विदेश से आयातित हो सकता है।
- अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का आह्वान: चीन ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस मुद्दे पर निष्पक्ष और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने की अपील की है।
🌐 वैश्विक प्रतिक्रिया
चीन के इस दावे पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में मिश्रित प्रतिक्रियाएँ आई हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम चीन की ओर से अपनी छवि को बचाने की कोशिश है, जबकि अन्य इसे एक राजनीतिक रणनीति के रूप में देखते हैं। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी वुहान प्रयोगशाला से वायरस के लीक होने के सिद्धांत का समर्थन किया था, जिसे चीन ने खारिज किया था।
📸 और 🎥 सामग्री
चीन के इस श्वेत पत्र और इसके दावों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आप यहाँ पढ़ सकते हैं।
इस विषय पर और अधिक जानकारी के लिए, आप यह वीडियो देख सकते हैं, जिसमें इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की गई है।
यह घटनाक्रम दर्शाता है कि कोविड-19 महामारी की उत्पत्ति के बारे में वैश्विक स्तर पर अभी भी असहमति और बहस जारी है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपेक्षित है कि वे इस मुद्दे पर निष्पक्ष और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएँ, ताकि भविष्य में ऐसी महामारियों की उत्पत्ति और प्रसार को बेहतर तरीके से समझा जा सके और नियंत्रित किया जा सके।
अजीबोगरीब मामला: दुर्लभ बीमारी के वजह से मिली खूबसूरत आंखें, लेकिन गंवाना पड़ा बहुत कुछ
नीली आंखों का जिक्र हमेशा अनोखी सुंदरता के तौर पर किया जाता है। लेकिन इंडोनेशिया जैसे देश में नीली आंखों वाले लोगों का मिलना कोई आसान बात नहीं है। इस देश की बहुसंख्यक आबादी के काले बाल और काली आंखें हैं। हालांकि, इंडोनेशिया की एक स्थानीय जनजाति के कुछ सदस्यों की आंखें नीली रंग की चमकती हुई है। लेकिन उनकी ये आंखे सुंदरता की जगह दर्द का सबब है। क्योंकि उनके आंखों का रंग एक दुर्लभ रोग के वजह से बदल गया है।
'वॉर्डनबर्ग सिंड्रोम' एक ऐसा रोग है, जिसके वजह से सुनने की क्षमता में कमी आ जाती है और विशिष्ट शारीरिक अंगों के रंग में भी कमी हो जाती है। हालांकि, यह रोग बहुत ही दुर्लभ है। ऐसा माना जाता है कि यह रोग लगभग 42,000 लोगों में से एक व्यक्ति को होता है। यह रोग कई जीनों में बदलाव के कारण होता है, जो भ्रूण के विकास में तंत्रिका शिखा कोशिकाओं के संचालन को प्रभावित करता है। वॉर्डनबर्ग सिंड्रोम होने पर दोनों आंखें या फिर केवल एक चमकदार नीली रंग की हो सकती है।
वॉर्डनबर्ग सिंड्रोम का प्रभाव विशेष रूप से जातीय समूहों में देखा जा सकता है, जिनमें नीली आंखें जैसी विशेषता बहुत दुर्लभ है। इंडोनेशियाई भूविज्ञानी और शौकिया फोटोग्राफी करने वाले कोरचनोई पसारीबू के द्वारा ली गई बूटन जनजाति के सदस्यों की तस्वीरों में आप इनके आंखों के रंगों में आए बदलाव को देख सकते हैं।
बूटन जनजाति के लोगों का घर इंडोनेशिया के सुलावेसी क्षेत्र में बूटन द्वीप पर स्थित है। इस जनजाति समुह में से कुछ लोग वॉर्डनबर्ग सिंड्रोम से पीड़ित हैं और इनकी एक या दोनों आंखें बेहद चमकीले नीले रंग की हो चुकी हैं।
कोरचनोई पसारीबू ने पिछले महीने बूटन द्वीप का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने आश्चर्यजनक रूप से चमकीली नीली आंखों पर फोकस करते हुए जनजातीय लोगों की कुछ तस्वीरें लीं। ये तस्वीरें उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट की हैं, अब ये तस्वीरें वायरल हो रही हैं। बूटन जनजाति के लोगों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी बड़े पैमाने पर साझा हो रही हैं।
"अमेरिका में हाई स्कूल के छात्रों ने एक बेघर पूर्व सैनिक को सम्मान की अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की।"
हाल ही में अमेरिका के दो हाई स्कूलों—कैथोलिक मेमोरियल हाई स्कूल (बोस्टन, मैसाचुसेट्स) और यूनिवर्सिटी ऑफ डेट्रॉइट जेसुइट हाई स्कूल (डेट्रॉइट, मिशिगन)—के छात्रों ने बेघर और अकेले जीवन समाप्त करने वाले पूर्व सैनिकों को सम्मानजनक अंतिम विदाई देकर समाज में एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया।
🇺🇸 कैथोलिक मेमोरियल हाई स्कूल, बोस्टन
बोस्टन के कैथोलिक मेमोरियल हाई स्कूल के छात्रों ने हाल ही में एक बेघर अमेरिकी सेना के पूर्व सैनिक टिमोथी फाउल के अंतिम संस्कार में भाग लिया, जिनका कोई परिवार या मित्र नहीं था। छात्रों ने उनके ताबूत को कंधा दिया और धार्मिक सभा में भाग लिया। यह पहल स्कूल के कैंपस मिनिस्ट्री डायरेक्टर केविन डुराज़ो द्वारा शुरू की गई थी, जिसमें विभिन्न छात्र समूहों को ऐसे अंतिम संस्कारों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाता है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में सहानुभूति और सेवा की भावना विकसित करना है।
🇺🇸 यूनिवर्सिटी ऑफ डेट्रॉइट जेसुइट हाई स्कूल, मिशिगन
मिशिगन के इस स्कूल में पॉलबियर मिनिस्ट्री नामक एक कार्यक्रम चलाया जाता है, जिसमें छात्र उन पूर्व सैनिकों के अंतिम संस्कार में भाग लेते हैं जिनका कोई परिवार नहीं है। यह पहल 2015 में शुरू हुई थी जब छह वरिष्ठ छात्रों ने तीन बेघर पूर्व सैनिकों के अंतिम संस्कार में भाग लिया था। तब से, छात्र नियमित रूप से ग्रेट लेक्स नेशनल सेमेट्री और अन्य कब्रिस्तानों में ऐसे अंतिम संस्कारों में भाग ले रहे हैं। इस कार्यक्रम का नेतृत्व रिचर्ड मेज़िक करते हैं, जो स्कूल के कैंपस मिनिस्ट्री और सेवा समन्वयक हैं।
🎓 छात्रों की भावनाएँ
छात्रों ने इस अनुभव को जीवन में एक महत्वपूर्ण सीख के रूप में देखा। वरिष्ठ छात्र लियोनार्ड फ्रॉएह्लिच ने कहा, "इन सैनिकों ने हमारे देश की सेवा की, और उन्हें सम्मानजनक विदाई देना हमारा कर्तव्य है।" एक अन्य छात्र निक बेनेडेटो ने कहा, "हर व्यक्ति एक सम्मानजनक अंतिम संस्कार का हकदार है, चाहे उनके परिवारजन उपस्थित हों या नहीं।"
📸 फोटो और वीडियो
इस आयोजन से संबंधित कुछ तस्वीरें और वीडियो विभिन्न समाचार स्रोतों पर उपलब्ध हैं।
US: भारत को 13 करोड़ डॉलर का सैन्य सामान देगा अमेरिका, हिंद-प्रशांत महासागर में और मजबूत होगी भारतीय नौसेना
सार
डिफेंस सिक्योरिटी कॉपरेशन एजेंसी ने बताया कि इस प्रस्तावित सौदे का उद्देश्य विदेशी नीति को मदद देना और राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों को पूरा करने के साथ ही भारत और अमेरिका के संबंधों को रणनीतिक स्तर पर मजबूत करना है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस बीच अमेरिका ने भारत को 13.1 करोड़ डॉलर का सैन्य साजो-सामान बेचने की मंजूरी दे दी है। इस सैन्य साजो सामान के मिलने से भारत की हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र में मेरीटाइम सुरक्षा मजबूत होगी। भारत और अमेरिका में रणनीतिक सहयोग बढ़ रहा है और ताजा सौदा भी इसका उदाहरण है।
भारतीय नौसेना को मिलेंगे ये औजार और तकनीक
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के तहत काम करने वाली डिफेंस सिक्योरिटी कॉपरेशन एजेंसी ने बुधवार को बताया कि सौदे के तहत भारत को एडवांस्ड सी विजन सॉफ्टवेयर, ट्रेनिंग और सपोर्ट सर्विस मिलेगी, इससे भारत की मेरीटाइम डोमेन में जागरुकता बढ़ेगी और साथ ही दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी भी बेहतर होगी। अमेरिका के विदेश विभाग ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में इस सौदे की जानकारी दी है। डिफेंस सिक्योरिटी कॉपरेशन एजेंसी ने बताया कि इस प्रस्तावित सौदे का उद्देश्य विदेशी नीति को मदद देना और राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों को पूरा करने के साथ ही भारत और अमेरिका के संबंधों को रणनीतिक स्तर पर मजबूत करना है। साथ ही हिंद प्रशांत महासागर और दक्षिण एशिया के सबसे अहम देश के साथ सुरक्षा साझेदारी को मजबूत करना भी इसका उद्देश्य है।
सौदे में वर्जीनिया स्थित कंपनी को बनाया गया ठेकेदार
अमेरिका का कहना है कि इस सौदे से क्षेत्रीय सैन्य संतुलन पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा। इस रक्षा सौदे के मुख्य ठेकेदार वर्जीनिया स्थित हॉकआई 360 (Hawkeye 360) कंपनी को बनाया गया है, जो विश्लेषणात्मक तकनीक और समुद्री निगरानी प्रणालियों के क्षेत्र में अग्रणी मानी जाती है।
कश्मीर में तनाव के बीच पर्यटकों को मुफ्त फ्रूट चाट बाँट रहे हैं हाशिम अली
कश्मीर के डल झील में स्थित शिकारा फल विक्रेता हाशिम अली ने हाल ही में पर्यटकों को मुफ्त फ्रूट चाट वितरित करके मानवता और एकता का संदेश दिया है। यह पहल 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की गई, जिसमें कई लोगों की जान गई और क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया। हाशिम अली का यह कदम शांति और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
हाशिम अली ने कहा, "मैं चाहता हूं कि पर्यटक कश्मीर को अपने घर जैसा महसूस करें।" उनकी इस पहल ने सोशल मीडिया पर भी ध्यान आकर्षित किया है, जहां लोग उनके इस कार्य की सराहना कर रहे हैं। इस घटना का एक वीडियो पत्रकार बासित ज़रगर ने ट्विटर पर साझा किया, जो तेजी से वायरल हो रहा है।
हाशिम अली का यह कार्य न केवल पर्यटकों के लिए एक स्वागत योग्य संकेत है, बल्कि यह कश्मीर की मेहमाननवाजी और शांति की परंपरा का प्रतीक भी है। उनकी यह पहल दिखाती है कि कठिन समय में भी करुणा और मानवता की भावना जीवित रहती है।
इस प्रेरणादायक कहानी को विस्तार से देखने के लिए, आप कलींगा टीवी की रिपोर्ट देख सकते हैं:
भारत और फ्रांस ने किया 63,000 करोड़ रुपये के राफेल जेट का सौदा
एक वर्चुअल कार्यक्रम में इस समझौते पर मुहर लगाई गई. भारत विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर तैनाती के लिए जेट खरीद रहा है.
गोवा के मोरमुगाओ बंदरगाह पर फ्रांसीसी राफेल लड़ाकू विमान. तस्वीर/एएफपी
भारत और फ्रांस ने सोमवार को भारतीय नौसेना के लिए 63,000 करोड़ रुपये की लागत से राफेल लड़ाकू विमानों के 26 नौसैनिक संस्करण खरीदने के लिए एक अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार एक वर्चुअल कार्यक्रम में इस समझौते पर मुहर लगाई गई. भारत विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर तैनाती के लिए फ्रांसीसी रक्षा प्रमुख डसॉल्ट एविएशन से जेट खरीद रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक हस्ताक्षर समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) द्वारा खरीद को मंजूरी दिए जाने के तीन सप्ताह बाद इस मेगा डील पर मुहर लगी. संदर्भ की शर्तों के तहत, अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लगभग पांच साल बाद जेट की डिलीवरी शुरू करनी होगी.
जुलाई 2023 में, रक्षा मंत्रालय ने प्लेटफॉर्म के विचार-विमर्श और मूल्यांकन परीक्षणों के बाद मेगा अधिग्रहण के लिए प्रारंभिक स्वीकृति दी. रिपोर्ट के अनुसार सरकार-से-सरकार अनुबंध में 22 सिंगल-सीटर और चार ट्विन-सीटर राफेल (मरीन) जेट शामिल हैं, जिन्हें भारतीय आवश्यकताओं और वाहक एकीकरण के लिए अनुकूलित किया गया है. इससौदे के तहत, भारतीय नौसेना को राफेल (मरीन) जेट के फ्रांसीसी रक्षा प्रमुख निर्माता डसॉल्ट एविएशन से हथियार प्रणाली और पुर्जों सहित संबंधित सहायक उपकरण भी मिलेंगे. अनुबंध में रखरखाव, रसद, प्रशिक्षण और स्वदेशी घटक निर्माण के लिए एक व्यापक पैकेज भी शामिल है.
रक्षा सूत्रों ने पहले बताया था कि इस सौदे में भारतीय वायुसेना के लिए उपकरण और सॉफ़्टवेयर अपग्रेड शामिल होने की संभावना है. रिपोर्ट के मुताबिक इसके अतिरिक्त, नौसेना को 4.5-पीढ़ी के राफेल जेट के संचालन का समर्थन करने के लिए अपने विमान वाहक पर विशेष उपकरण लगाने की आवश्यकता होगी. जबकि मिग-29K आईएनएस विक्रमादित्य से संचालित होते रहेंगे, राफेल मरीन जेट के शामिल होने से नौसेना की हवाई शक्ति में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है. आगे देखते हुए, भारतीय नौसेना स्वदेशी पाँचवीं पीढ़ी के लड़ाकू जेट को शामिल करने की भी योजना बना रही है, जो रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किए जा रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक आगामी दोहरे इंजन वाला डेक-आधारित लड़ाकू विमान, संभवतः उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) का नौसैनिक प्रतिरूप होगा, जिसे एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी द्वारा भारतीय वायु सेना के लिए विकसित किया जा रहा है.
Adani-Hindenburg Row: क्या हिंडनबर्ग ने साजिश के तहत लगाए थे अदाणी समूह पर आरोप; कैसे चला ऑपरेशन जेपेलिन?
सार
Adani-Hindenburg Row: जनवरी 2023 में, हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें अदाणी समूह पर कई आरोप लगाए गए थे। इस हमले से समूह के बाजार पूंजीकरण में 150 बिलियन डॉलर से अधिक की गिरावट आई। हालांकि, अब अदाणी ग्रुप इस मामले में मजबूत वापसी कर चुका है। इस मामले से जुड़े कुछ नए अपडेट्स सामने आए हैं, आइए जानते हैं।
विस्तार
अदाणी-हिंडनबर्ग प्रकरण से जुड़े कुछ नए अपडेट्स सामने आए हैं। मामले से जुड़े लोगों के अनुसार हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद अदाणी समूह ने ऑपरेशन जेपलिन नामक अभियान चलाकर हिंडनबर्ग के आरोपों की पड़ताल की और शॉर्ट सेलर के आरोपों के बाद अपनी वापसी सुनिश्चित की। इस बीच जनवरी 2025 में हिंडनबर्ग रिसर्च ने खुद ही अपनी कंपनी को बंद करने की घोषणा कर दी।
क्या है ऑपरेशन जेपेलिन?
जनवरी 2023 में, हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें अदाणी समूह पर कई आरोप लगाए गए थे। इस हमले से समूह के बाजार पूंजीकरण में 150 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट आई। हालांकि, अब अदाणी ग्रुप इस मामले में मजबूत वापसी कर चुका है। इस मामले में कुछ नए अपडेट्स सामने आए हैं।
मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के अनुसार अदाणी समूह ने खुद पर लगे आरोपों के बाद 'ऑपरेशन जेपेलिन' शुरू करके हिंडनबर्ग के खिलाफ जोरदार वापसी की। माना जाता है कि इसमें एक इस्राइली खुफिया एजेंसी की भी मदद ली गई। जिससे निवेशकों का विश्वास फिर से बहाल किया जा सके।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह ने मुख्य व्यवसायों पर दिया ध्यान
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह ने मुख्य व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित किया। वहीं, 'ऑपरेशन जेपेलिन' पर गुप्त रूप से काम करना भी जारी रखा। सूत्रों के अनुसार, पूर्व खुफिया अधिकारी इस मामले में कड़ियों को जोड़ने में सफल रहे। उन्हें एक्टिविस्ट वकीलों, पत्रकारों, हेज फंडों और राजनीतिक लोगों से भी मदद मिली।
सूत्रों के अनुसार, अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग रिसर्च और इसके संस्थापक नाथन एंडरसन के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू करने की तैयारी की और एक कानूनी नोटिस भी भेजा। अदाणी समूह की कानूनी टीम और हिंडनबर्ग अधिकारियों के बीच एक बैठक पर बात हुई, लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि बैठक हुई या नहीं।
हिंडनबर्ग के जवाब में चला ऑपरेशन जेपेलिन?
हिंडनबर्ग रिसर्च, वह फोरेंसिक वित्तीय फर्म जिसने अदाणी समूह को चुनौती दी थी, ने अपना नाम उस बलून से लिया, जो 1937 में न्यू जर्सी पहुंचते ही आग की भेंट चढ़ गया था। वहीं अदाणी समूह के खिलाफ फर्म की निंदनीय रिपोर्ट के जवाब में 'ऑपरेशन जेपेलिन' चलाया गया। यह नाम प्रथम विश्व युद्ध के दौरान टोही और बमबारी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले जर्मन निर्देशित हवाई जहाजों के नाम पर रखा गया था।
India Pakistan Tension Live Updates: पाकिस्तान ने शुरू किया साइबर वॉर, भारतीय सेना की वेबसाइट हैक करने की कोशिश
India Pakistan Tension Live Updates: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत के एक्शन से पाकिस्तान डरा हुआ है. इस बीच भारत ने अब पाकिस्तान के रक्षा ख्वाजा आसिफ के खिलाफ कदम उठाते हुए उनका एक्स अकाउंट ब्लॉक कर दिया है.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के एक्शन से पाकिस्तान सरकार डरी हुई है. इसकी बौखलाहट पाकिस्तानी सेना पर भी साफ नजर आ रही है. इस बीच भारत ने अब पाकिस्तान के रक्षा ख्वाजा आसिफ के खिलाफ कदम उठाते हुए उनका एक्स अकाउंट ब्लॉक कर दिया है.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने इससे पहले कहा था कि भारत कभी हमला कर सकता है. ऐसे में सेना को पूरी तरह से तैयार रखा गया है. खबरों के मुताबिक ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि पाकिस्तान की सेना ने सरकार को भारतीय हमले की संभावना के बारे में जानकारी दी है, जिसके बाद से पाकिस्तान सतर्क हो गया है.
इससे पहले पाकिस्तान आर्मी ने लगातार पांचवी बार एलओसी पर गोलीबारी की, जिसका भारतीय सेना ने भी माकूल जवाब दिया. भारतीय सेना की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि ’28-29 अप्रैल 2025 की दरम्यानी रात पाकिस्तान सेना ने बिना किसी उकसावे के नियंत्रण रेखा (LoC) पर कुपवाड़ा और बारामुला जिलों के सामने वाले इलाकों के साथ-साथ अखनूर सेक्टर में भी छोटे हथियारों से गोलीबारी की. भारतीय सेना ने इस उकसावे का संयमित और प्रभावी तरीके से जवाब दिया.’
🇮🇳 भारत की प्रतिक्रिया:
- राजनयिक कदम: भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कम करते हुए पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित किया और अपने राजनयिकों को पाकिस्तान से वापस बुला लिया। इसके अलावा, पाकिस्तानियों के लिए वीजा सेवाएं निलंबित कर दी गईं और अटारी-वाघा सीमा चौकी को बंद कर दिया गया। Wikipedia
- जल संधि का निलंबन: भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, जिससे पाकिस्तान की कृषि और जल विद्युत परियोजनाओं पर प्रभाव पड़ा है।
- सैन्य कार्रवाई: भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है, जिसमें आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया है।
🇵🇰 पाकिस्तान की प्रतिक्रिया:
- राजनयिक कदम: पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिकों को निष्कासित किया, भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया और भारत के साथ सभी व्यापारिक संबंधों को निलंबित कर दिया। Wikipedia
- संधियों का निलंबन: पाकिस्तान ने 1972 की शिमला समझौता को निलंबित कर दिया है, जो दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण था।
- कानूनी कार्रवाई: पाकिस्तान भारत के सिंधु जल संधि के निलंबन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है, जिसमें विश्व बैंक, स्थायी मध्यस्थता न्यायालय और अंतरराष्ट्रीय न्यायालय शामिल हैं।
⚠️ वर्तमान स्थिति:
- सीमा पर तनाव: नियंत्रण रेखा पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच गोलीबारी की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
- आर्थिक प्रभाव: भारत में रुपये की कीमत में गिरावट देखी गई है, जो सीमा पार तनाव के कारण निवेशकों की चिंता को दर्शाता है। Reuters
- अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस मध्यस्थता नहीं हुई है।
अरब सागर में मिसाइलें दाग कर दे रहा था गीदड़भभकी, भारत ने भेजा INS विक्रांत तो कांपने लगा पाकिस्तान!
पहलगाम हमले के बाद भारत के कड़े एक्शन से बौखलाए पाकिस्तान ने अरब सागर में फायरिंग ड्रिल शुरू की. पाक के जवाब में भारतीय नौसेना ने एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत को समंदर में उतार दिया है.
Jammu Kashmir Terror Attack:
पहलगाम हमले के बाद भारत के कड़े एक्शन से बौखलाए पाकिस्तान ने अरब सागर में फायरिंग ड्रिल शुरू कर दी. पाकिस्तान की इस हरकत के जवाब में भारतीय नौसेना ने एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत को समंदर में उतार दिया है.
आईएनएस विक्रांत पर मिग-29के फाइटर जेट और अटैक करने वाले हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं. पहलगाम नरसंहार के बाद भारत के एक्शन से घबराए पाकिस्तान ने ग्वादर पोर्ट के करीब मिसाइल फायरिंग की ड्रिल शुरू की है. इसी महीने विक्रांत पर तैनात करने के लिए 26 राफेल फाइटर जेट के मरीन वर्जन का सौदा होने जा रहा है. ओपन सोर्स इंटेलिजेंस के जरिए आईएनएस विक्रांत की नौसेना के कारवार नेवल बेस से अरब सागर में जाते वक्त सैटेलाइट इमेज सामने आई है. गोवा के करीब कर्नाटक में कारवार बेस पर ही आईएनएस विक्रांत तैनात रहता है.
जानें, कितना ताकतवर है आईएनएस विक्रांत
स्वदेश निर्मित आईएनएस विक्रांत 262 मीटर लंबा और 59 मीटर चौड़ा है. ये अपने ऊपर 40 फाइटर जेट्स लेकर चल सकता है. आईएनएस विक्रांत में जनरल इलेक्ट्रिक के ताकतवर टरबाइन लगे हैं. इस महायुद्धपोत पर मिग 29 के फाइटर जेट और 10 Kmaov Ka-31 हेलीकॉप्टर के 2 स्क्वॉड्रन हैं. इस विमानवाहक पोत की स्ट्राइक फोर्स रेंज 1500 किमी है. इस पर 64 बराक मिसाइलें लगी हैं, जो पोत से हवा में मार करने में सक्षम हैं. आईएनएस विक्रांत को अपनी ताकत और क्षमताओं के कारण दुनिया के टॉप-10 विमानवाहक युद्धपोतों में शामिल किया गया है.
पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार (24 अप्रैल, 2025) को सीसीएस की बैठक आयोजित की गई थी. इस बैठक में पहलगाम हमले को लेकर चर्चा की गई. बैठक के बाद जानकारी देते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भारत के फैसलों के बारे में जानकारी दी थी. भारत के एक्शन के बाद से ही पाकिस्तान भारत को गीदड़भभकी दे रहा है. जिसके कारण गुरुवार को उसने अरब सागर में फायरिंग ड्रिल शुरू की.
Tariffs War: भारत समेत कई देशों पर डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ अब प्रभावी, चीन पर संयुक्त 104% शुल्क भी लागू
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ बुधवार आधी रात के बाद पूरी तरह से लागू हो गए। ट्रंप ने 2 अप्रैल को जवाबी टैरिफ का एलान किया था। उन्होंने घोषणा की थी कि अमेरिका अब अपने लगभग सभी व्यापारिक साझेदारों पर न्यूनतम 10 फीसदी टैरिफ लगाएगा। वह उन देशों पर अधिक शुल्क लगाएगा, जो उससे बहुत ज्यादा टैरिफ वसूलते हैं। 10 फीसदी बेसलाइन शनिवार को पहले ही लागू हो गई थी। इसके बाद दर्जनों देशों पर ट्रंप की उच्च आयात कर दरें आधी रात को लागू हो गईं। इसके तहत भारत पर अब 26 फीसदी टैरिफ प्रभावी हो गया है।
ट्रंप में सबसे ज्यादा टैरिफ 50 फीसदी तक लगाने का एलान किया है। सबसे ज्यादा टैरिफ उन छोटी अर्थव्यवस्थाओं पर लगाया गया है, जो अमेरिका के साथ बहुत कम व्यापार करती हैं, जैसे- अफ्रीकी देश लेसोथो। इसके अलावा मेडागास्कर से आयात पर 47%, वियतनाम पर 46%, ताइवान पर 32%, दक्षिण कोरिया पर 25%, जापान पर 24% और यूरोपीय संघ पर 20% टैरिफ लगाया गया है।
इस बीच पिछले सप्ताह ट्रंप ने चीन पर 34% टैरिफ की घोषणा की थी। यह इस साल की शुरुआत में लगाए गए 20% शुल्क के अतिरिक्त था। ट्रंप ने तब से बीजिंग की ओर से हाल ही में किए गए जवाबी पलटवार के बाद चीनी वस्तुओं पर 50% शुल्क जोड़ने की धमकी दी थी। इससे चीन पर कुल मिलाकर 104 फीसदी टैरिफ अमेरिका की ओर से लगाया जाएगा।
इससे जुड़े हर सवाल का जवाब यहां जानिए
टैरिफ होता क्या है?
यह वस्तुओं के आयात पर लगाए जाने वाला सीमा शुल्क या आयात शुल्क है, जिसे आयातक की तरफ से सरकार को देना होता है। आम तौर पर कंपनियां इनका बोझ उपयोगकर्ताओं पर डालती हैं। दूसरे शब्दों में इसका असर आम लोगों की जेब पर ही पड़ता है।
जवाबी टैरिफ क्या है?
यह शुल्क व्यापारिक साझेदारों की तरफ से लगाए जा रहे शुल्क में वृद्धि या उच्च शुल्क के जवाब में लगाया जाता है। यानी एक तरह से जैसे को तैसा वाला जवाबी कदम होता है।
भारत पर कितना शुल्क?
इस्पात, एल्युमीनियम और वाहनों तथा कलपुर्जों पर पहले से ही 25% शुल्क लागू है। शेष उत्पादों पर 5 से 8 अप्रैल के बीच 10% का मूल (बेसलाइन) शुल्क लगेगा और 9 अप्रैल से बढ़कर 26% हो गया।
अमेरिका की मंशा क्या है?
इससे अमेरिका में घरेलू विनिर्माण बढ़ेगा। अमेरिका का कुछ देशों खासकर चीन के साथ भारी व्यापार असंतुलन है। 2023-24 में भारत के साथ अमेरिका का व्यापार घाटा 35.31 अरब अमेरिकी डॉलर था।
किन क्षेत्रों को छूट?
एक विश्लेषण के मुताबिक, दवा, सेमीकंडक्टर, तांबे के अलावा तेल, गैस, कोयला, एलएनजी जैसे ऊर्जा उत्पाद इसके दायरे से बाहर रखे गए हैं।
भारत के लिए यह कितनी बड़ी चुनौती?
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की स्थिति अपने प्रतिस्पर्धी देशों की तुलना में बेहतर है। भारत को वैश्विक आपूर्ति शृंखला में अपनी भूमिका बढ़ाने का अवसर मिल सकता है। लेकिन इसके लिए उसे व्यापार को आसान बनाना होगा, लॉजिस्टिक्स और बुनियादी ढांचे में निवेश करना होगा।
अमेरिका से व्यापार समझौता कितना फायदेमंद होगा?
पीएम नरेंद्र मोदी ने फरवरी में अमेरिका यात्रा के दौरान 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार 500 अरब डॉलर तक बढ़ाने की घोषणा की थी। ऐसे समझौताें में व्यापारिक साझेदार या तो सीमा शुल्क काफी कम कर देते हैं या अधिकतर वस्तुओं पर उन्हें समाप्त कर देते हैं। सेवाओं और निवेश को बढ़ावा देने के लिए मानदंडों को भी आसान बनाया जाता है।
अन्य देशों पर कितना शुल्क?
चीन पर 104%, वियतनाम पर 46%, बांग्लादेश पर 37% और थाइलैंड पर 36% शुल्क लगाया।
क्या डब्ल्यूटीओ के अनुरूप है टैरिफ?
ये शुल्क स्पष्ट तौर पर विश्व व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन करते हैं। यह एमएफएन (तरजीही राष्ट्र) दायित्वों तथा बाध्य दर प्रतिबद्धताओं के भी खिलाफ हैं। सदस्य देशों को इनके खिलाफ डब्ल्यूटीओ के विवाद निपटान तंत्र का दरवाजा खटखटाने का पूरा अधिकार है।
अमेरिका-भारत सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार
- वित्त वर्ष 2021-22 से 2023-24 तक अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था। अमेरिका की भारत के कुल माल निर्यात में हिस्सेदारी करीब 18%, आयात में 6.22% और द्विपक्षीय व्यापार में 10.73% है।
- अमेरिका के साथ 2023-24 में भारत का व्यापार अधिशेष (आयात व निर्यात में अंतर) 35.32 अरब अमेरिकी डॉलर था।
- यह 2022-23 में 27.7 अरब, 2021-22 में 32.85 अरब, 2020-21 में 22.73 अरब और 2019-20 में 17.26 अरब अमेरिकी डॉलर रहा।
"Rolls-Royce Chess Set को अरबपतियों की उम्मीदों के अनुरूप हाथ से बनाया गया है।"
Rolls-Royce ने बनाया खास शतरंज सेट, जिसमें उच्च गुणवत्ता वाला चमड़ा, एल्युमिनियम और प्रीमियम फिनिश का उपयोग किया गया है।
यह सेट Rolls-Royce के विशिष्ट ग्राहकों से प्रेरित होकर तैयार किया गया है, जो शानदार कारीगरी और रणनीतिक खेल के परिष्कृत अनुभव का मिश्रण प्रस्तुत करता है।
चुम्बकीय मोहरों (magnetised pieces) और छुपे हुए ड्रॉअर (hidden drawers) के कारण शतरंज खेलने का अनुभव थिएटर जैसा भव्य बन जाता है।
ग्राहकों की शैली और स्वाद को ध्यान में रखते हुए, इसे 13 अलग-अलग चमड़े के रंगों और कस्टमाइजेबल लकड़ी के वेनियर फिनिश में उपलब्ध कराया गया है।
यह सेट अब कस्टम कमीशन पर उपलब्ध है, और इसकी कीमत Rolls-Royce के अन्य विशेष एक्सेसरीज़ के समान ऊंची रहने की उम्मीद है।
जब आप Rolls-Royce कार खरीदते हैं, तो आप न केवल दुनिया की सबसे बेहतरीन कारों के मालिक बनते हैं, बल्कि एक विशिष्ट परिवार का हिस्सा भी बनते हैं।
ब्रांड अपने ग्राहकों की व्यक्तिगत पसंद और जरूरतों का अत्यधिक ध्यान रखता है, जो इसे अन्य किसी भी कार ब्रांड की तुलना में एक अलग स्थान दिलाता है।
इसी व्यक्तिगत जुड़ाव के चलते Rolls-Royce ने अपनी नई "Black Badge Spectre" जैसी कारों के साथ-साथ अब घर के लिए भी बेशकीमती चीजें बनानी शुरू की हैं, जैसे कि यह नया सिरेमिक-कोटेड एल्युमिनियम और चमड़े से बना शतरंज सेट।
Rolls-Royce Motor Cars के एक्सेसरी डिज़ाइनर निक अब्राम्स ने Rolls-Royce Chess Set के लॉन्च के मौके पर कहा:
"हमें अपने ग्राहकों को व्यक्तिगत रूप से जानने का सौभाग्य प्राप्त है।"
"इन संबंधों और ग्राहकों की दुनिया, स्वाद और प्राथमिकताओं की जो अनूठी समझ हमें मिलती है, वही Rolls-Royce में हमारे हर कार्य को प्रेरित करती है।"
उन्होंने आगे कहा:
"हमें यह जानकर प्रेरणा मिली कि हमारे कई ग्राहक शतरंज का आनंद लेते हैं — और वह भी बहुत उच्च स्तर पर।
इसीलिए हमने Rolls-Royce के अनुभव के मेज़बानी और भव्यता के भाव को आगे बढ़ाते हुए अपना खुद का शतरंज सेट तैयार किया।
इसमें वही सामग्री और बारीक शिल्प तकनीकें शामिल हैं, जिन्हें हमारे ग्राहक अपनी कारों में पसंद करते हैं।
यह सेट न केवल एक सुंदर और प्रामाणिक कृति है, बल्कि एक व्यावहारिक और खेलने योग्य खेल भी है, जो खुद में एक आधुनिक कला का नमूना है।"
Rolls-Royce Chess Set, जिसे पूरी तरह से हाथ से बनाया गया है, कंपनी की कारों में उपयोग होने वाली कारीगरी और सामग्रियों को ही दर्शाता है।
यह सेट चमड़े से ढंके हुए बेस से शुरू होता है, जो केंद्र से धीरे-धीरे ऊपर उठता है — बिल्कुल Rolls-Royce वाहनों की "waft lines" (मुलायम प्रवाह रेखाओं) की तरह। इसके बाद यह बेस खेल बोर्ड में बदल जाता है, जो एक स्मूद और नाटकीय अंदाज़ में खुलता है और एक चमड़े से सजे होल्डर को प्रकट करता है।
यह होल्डर धीरे-धीरे ऊपर उठता है और चुंबकीय मोहरों को प्रस्तुत करता है — यह गति Rolls-Royce की कारों के "कोच डोर्स" (सामने की ओर खुलने वाले दरवाज़े) के खुलने जैसी भव्यता को दोहराती है।
Rolls-Royce के बारे में बात करते समय, उनके द्वारा उपयोग की जाने वाली सामग्रियों के विवरण को समझना कठिन हो जाता है।
उनकी कारों में जो चमड़ा इस्तेमाल होता है, वह अक्सर ऊंचाई पर रहने वाली गायों से लिया जाता है ताकि मच्छरों के काटने से चमड़ी में कोई छेद न हो।
इसके अलावा, उन गायों को ऐसे खुले मैदानों में पाला जाता है जहाँ उनकी खाल को चट्टानों या बाड़ों से नुकसान न पहुँचे।
इसी स्तर के बारीक ध्यान को इस शतरंज सेट में भी दोहराया गया है।
डिज़ाइन टीम ने छह अलग-अलग प्रकार के चुंबकों के साथ प्रयोग किया ताकि "ऐसी चुंबकीय शक्ति का चयन किया जा सके जो मोहरों को सुरक्षित रखे, लेकिन बोर्ड पर उनके सहजता से सरकने की अनुमति भी दे।"
यह अनुभव तब और खास हो जाता है जब किसी खिलाड़ी का प्यादा प्रमोट होकर क्वीन बनता है — उस समय, बोर्ड के प्रत्येक किनारे पर एक छुपा हुआ ड्रॉअर हल्के स्पर्श से खुलता है और एक अतिरिक्त क्वीन प्रदान करता है, ताकि नए प्रमोट हुए मोहरे की जगह ली जा सके।
सब कुछ बारीकियों में छिपा है।
चमचमाते किनारों, बिल्कुल संतुलित चुंबकीय मोहरों और छुपे हुए क्वीन के अलावा, Rolls-Royce का प्रसिद्ध "Spirit of Ecstasy" प्रतीक चुपचाप शतरंज सेट के सामने और पीछे लगाया गया है, जो इसकी विशिष्ट विरासत का संकेत देता है।
इसके अलावा, बोर्ड का एल्युमिनियम ग्रिड मशीन से मिलिंग करके बनाया गया है और फिर हाथ से और भी निखारा गया है ताकि कोनों की सटीक परिभाषा प्राप्त की जा सके।
वेनियर (पतली लकड़ी की परतों) के वर्गों को लेज़र से काटा जाता है और फिर बहुत सावधानीपूर्वक हाथ से बोर्ड पर लगाया जाता है।
हर मोहरा एक ही लकड़ी के लठ्ठे से तैयार किया जाता है ताकि प्राकृतिक लकड़ी के रेशों में एकरूपता बनी रहे और समय के साथ लकड़ी समान रूप से पुरानी हो।
बिलकुल आपकी अपनी Rolls-Royce कार की तरह, खेल बोर्ड के लिए भी कई विकल्प उपलब्ध हैं।
हाई-ग्लॉस फिनिश में विकल्प हैं —
- Blackwood with Ceramic White
- Macassar Ebony with Royal Walnut
वहीं, ओपन पोर्स वेनियर ट्रीटमेंट में विकल्प दिए गए हैं —
- Smoked Eucalyptus with Paldao
- Obsidian Ayous with Blackwood
इसके अलावा, आप 13 Rolls-Royce चमड़े के रंगों में से भी चुन सकते हैं:
Cashmere Grey, Phoenix Red, Charles Blue, Forge Yellow, Iceland Moss, Scivaro Grey, Arctic White, Havana, Tailored Purple, Mandarin, Peony Pink, Black, और Lime Green।
Rolls-Royce शतरंज सेट की कीमत का अभी तक खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन जब आप यह ध्यान में रखते हैं कि उनका "Cellarette" व्हिस्की और सिगार चेस्ट की कीमत लगभग 61,000 अमेरिकी डॉलर (करीब ₹50 लाख) थी, तो इस शतरंज सेट के लिए भी भारी-भरकम कीमत चुकानी पड़ सकती है।।
"पहलगाम आतंकी हमले के मुख्य बिंदु: भारत ने सिंधु जल संधि निलंबित की, पाकिस्तान ने इसे 'युद्ध की कार्रवाई' कहा।"
Pahalgam Terror Attack Highlights: पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी मुख्य घटनाएं या महत्वपूर्ण बातें।
India Suspends Indus Waters Treaty: भारत ने "सिंधु जल संधि" (जो भारत और पाकिस्तान के बीच नदियों के जल बंटवारे की एक पुरानी संधि है) को स्थगित (सस्पेंड) कर दिया यानी इसका पालन अस्थायी रूप से रोक दिया।
Pak Says 'Act Of War': पाकिस्तान ने भारत के इस कदम को 'युद्ध की कार्रवाई' (यानी युद्ध के समान गंभीर कदम) कहा है।
पहलगाम आतंकी हमले की मुख्य बातें:
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव गुरुवार को और बढ़ गया, जब नई दिल्ली ने इस्लामाबाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने जारी रखे। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी।
मंगलवार को बैसारन (जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ भी कहा जाता है) में हुए इस हमले में 26 पर्यटकों — 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक — की मौत हो गई।
इस हमले की जिम्मेदारी 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली, जो पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक छद्म संगठन है।
भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के साथ अपने राजनयिक संबंधों को घटाने के साथ-साथ कई कड़े कदमों की घोषणा की, जिनमें 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करना भी शामिल है।
इसके जवाब में पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि यदि भारत ने पाकिस्तान के लिए निर्धारित पानी को मोड़ने की कोशिश की तो इसे एक "युद्ध की कार्रवाई" (Act of War) माना जाएगा।
इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकवादी हमले के दोषियों का "धरती के छोर तक पीछा किया जाएगा" और हर आतंकवादी तथा उनके समर्थकों को "पहचान कर, ढूंढ कर और सजा दी जाएगी।"
पहलगाम आतंकी हमले के बाद राजस्थान और नैनीताल में सुरक्षा कड़ी
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) गौरव यादव ने पुष्टि की कि स्थानीय प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
ब्रिटेन के सांसदों ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की, हमलावरों को न्याय दिलाने की उम्मीद जताई
ब्रिटेन के संसद सदस्यों (MPs) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी।
स्लफ (Slough) से सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी ने आशा जताई कि इस हमले के पीछे जिम्मेदार लोगों को जल्द से जल्द न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।
अपने संसद में दिए गए भाषण में ढेसी ने आम नागरिकों पर हुए इस आतंकी हमले पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना की।
इसके साथ ही उन्होंने पोप फ्रांसिस के निधन पर भी शोक व्यक्त किया।
ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग ने पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को याद किया
ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग (UK High Commission of India) ने इंडिया हाउस में एक गंभीर स्मृति सभा का आयोजन किया, ताकि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी जा सके।
इस कार्यक्रम में कई सम्मानित अतिथि शामिल हुए, जिनमें
- भारत सरकार के संसदीय कार्य राज्यमंत्री एल. मुरुगन,
- महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट,
- ब्रिटेन के सांसद बॉब ब्लैकमैन,
- और अन्य कई ब्रिटिश सांसद शामिल रहे।
इस सभा में ब्रिटिश सांसदों की उपस्थिति ने यह दिखाया कि आतंकवाद की निंदा करने और कट्टरता के खिलाफ एकजुट रहने के प्रति साझा प्रतिबद्धता है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद UN प्रमुख ने "अधिकतम संयम" बरतने की अपील की
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भारत और पाकिस्तान से अपील की है कि वे "अधिकतम संयम" (maximum restraint) बरतें, ताकि कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद उपमहाद्वीप में पहले से तनावपूर्ण स्थिति और न बिगड़े।
उन्होंने कहा,
"हम पाकिस्तान और भारत दोनों सरकारों से अपील करते हैं कि वे अधिकतम संयम दिखाएं और सुनिश्चित करें कि जो हालात हमने देखे हैं, वे और अधिक खराब न हों।"
इसके साथ ही उन्होंने मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए, की कड़ी निंदा भी दोहराई।
"सवाल उठाए, केंद्र सरकार के किसी भी कदम का समर्थन किया": ऑल पार्टी मीट पर मल्लिकार्जुन खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्ष ने पहलगाम आतंकी हमले पर गुरुवार को हुई महत्वपूर्ण सर्वदलीय बैठक में
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुपस्थिति
-
और इस घटना में हुई सुरक्षा चूक (Security Lapse)
का मुद्दा उठाया, लेकिन साथ ही आतंकवाद से निपटने में सरकार को पूरा समर्थन देने का वादा भी किया।
खड़गे ने कहा कि बैठक में मौजूद सभी दलों ने हमले की निंदा की, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, और विपक्ष ने भी यह भरोसा दिलाया कि वे इस मुद्दे पर सरकार के साथ पूर्ण सहयोग करेंगे ताकि देश की एकजुटता का संदेश दिया जा सके।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए खड़गे ने कहा:
"कांग्रेस ने इस पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री को इस बैठक में शामिल होना चाहिए था, क्योंकि अंतिम निर्णय लेने की शक्ति उन्हीं के पास है।"
खड़गे ने आगे कहा:
"हमने बताया कि प्रधानमंत्री की मौजूदगी से फैसले लिए जा सकते हैं, न कि केवल बाद में जानकारी देने से। सरकार ने कहा कि वे बाद में जानकारी देंगे, लेकिन हमने कहा कि जानकारी देना और पहले हाथों से सुनकर निर्णय लेना — दोनों अलग बातें हैं।"
खड़गे ने यह भी सवाल उठाया कि:
"तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था (three-tier security) के बावजूद सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई, जिसकी वजह से कई निर्दोषों की जान चली गई?"
पॉलिसीबाज़ार के सह-संस्थापक आलोक बंसल ने पहलगाम हमले के पीड़ितों को समर्थन देने का वचन दिया
पॉलिसीबाज़ार और पैसाबाज़ार की पैरेंट कंपनी PB फिनटेक के सह-संस्थापक आलोक बंसल ने कहा है कि वे पहलगाम आतंकी हमले में प्रभावित परिवारों के समर्थन के लिए एक फाउंडेशन बना रहे हैं। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी।
आलोक बंसल ने कहा कि कंपनी प्रत्येक पीड़ित परिवार के एक सदस्य को
- अपनी किसी भी शाखा में नौकरी देगी
- और उनके बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च उठाएगी।
उन्होंने लिंक्डइन पर लिखा:
"हमने यह निर्णय लिया है कि हम सभी प्रभावित परिवारों के समर्थन के लिए एक फाउंडेशन बनाएंगे। हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में किसी को भी इस तरह के दर्द का सामना न करना पड़े, लेकिन हम हमेशा हर भारतीय परिवार — चाहे वह नागरिक हो, पुलिसकर्मी, अर्धसैनिक बल या सैन्यकर्मी — के समर्थन के लिए उपलब्ध रहने का प्रयास करेंगे।"
आलोक बंसल ने यह भी बताया कि इस हमले का भावनात्मक प्रभाव पॉलिसीबाज़ार की टीम पर भी पड़ा है।
उन्होंने लिखा:
"पहलगाम आतंकी हमले की खबर आने के बाद से हर कोई बहुत व्यथित है। पॉलिसीबाज़ार में हमारे लिए यह बर्बरता दिल को झकझोर देने वाली रही। हम सबके मन में एक तरह की बेबसी और गुस्से का मिला-जुला भाव है। जो कुछ हुआ है वह निंदनीय है और पीड़ितों का दुख अकल्पनीय है।"
"वे इंसान नहीं, राक्षस थे": पहलगाम आतंकी हमले में मृतक की बेटी ने कहा
असावरी जगदाले, जिनके पिता संतोष जगदाले और चाचा कौस्तुभ गणबोटे पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए, ने हमलावरों को इंसान नहीं बल्कि राक्षस कहा।
26 वर्षीय असावरी ने कहा:
"वे इंसान नहीं थे, वे राक्षस थे।"
आतंकी हमले के समय असावरी ने बहादुरी दिखाते हुए अपनी मां और गणबोटे की पत्नी संगीता का सहारा दिया, पहले हमले के स्थल पर और बाद में अस्पताल में भी।
असावरी ने घटना को याद करते हुए बताया:
"जब हम बैसारन घाटी के 'मिनी स्विट्ज़रलैंड' में फोटोशूट कर रहे थे, तभी अचानक गोलियों की आवाज सुनी। हमने कुछ स्थानीय लोगों से पूछा, तो उन्होंने कहा कि बाघों को डराने के लिए गोलियां चलाई जाती हैं। लेकिन जब हमने लोगों को गोली लगते देखा और कुछ को कलमा पढ़ते हुए देखा, तो हमें अहसास हुआ कि मामला कुछ और ही है।"
आगे बताते हुए असावरी ने कहा:
"एक आतंकवादी, जो लगभग 20-22 साल का था, मेरे पिता से उठने को कहने लगा। मेरे पिता ने उससे विनती की कि हमें नुकसान न पहुंचाए। लेकिन उसने निर्दयता से कहा कि वह हमें दिखाएगा कैसे मारते हैं, और फिर तीन गोलियां चला दीं — एक गोली पिता के सिर में लगी, दूसरी कान के आर-पार गई और तीसरी सीने में धँस गई।"
हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) वैध रहेंगे: भारत
विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक बयान में कहा कि हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों को पहले से जारी किए गए लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) वैध बने रहेंगे।
बयान में कहा गया:
"भारत सरकार के 24 अप्रैल 2025 के उस निर्णय के संदर्भ में, जिसमें पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं निलंबित करने की घोषणा की गई थी — यह स्पष्ट किया जाता है कि उपरोक्त निर्णय के तहत वीजा रद्द करने का प्रावधान पहले से जारी हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों के लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) पर लागू नहीं होता। ये वीजा अभी भी वैध हैं।"
कश्मीर आतंकी हमले के बाद: अमित शाह कल सिंधु जल संधि पर करेंगे बैठक
सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) के निलंबन को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
आतंकी हमले के बाद महाराष्ट्र के 500 पर्यटक कश्मीर से लौटे
अधिकारियों ने गुरुवार शाम को बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद लगभग 500 पर्यटक महाराष्ट्र लौट आए हैं। इसके साथ ही, शुक्रवार को एक विशेष उड़ान के जरिए 232 और पर्यटकों को वापस लाया जाएगा।
मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में हुए इस आतंकी हमले में महाराष्ट्र के छह पर्यटक भी 26 मृतकों में शामिल थे।
मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि राज्य सरकार ने इंडिगो और एयर इंडिया की एक-एक विशेष उड़ान की व्यवस्था की थी।
- 184 पर्यटक मुंबई पहुँच चुके हैं।
- शेष पर्यटकों के लौटने के विवरण का खुलासा नहीं किया गया है।
- शुक्रवार को एक और विशेष उड़ान से 232 पर्यटकों को वापस लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना के बाद आपदा प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन को कश्मीर भेजने के निर्देश भी दिए थे।
दुनिया का पहला 10G ब्रॉडबैंड चीन में लॉन्च, 20GB 4K मूवी डाउनलोड...
चीन ने हुवावे और चाइना यूनिकॉम के साथ मिलकर हेबई के सुनान काउंटी में पहला वाणिज्यिक 10G ब्रॉडबैंड लॉन्च किया है, जो 9,834 एमबीपीएस तक की गति और 3 एमएस विलंबता प्रदान करता है।
जबकि हम अपने 5G नेटवर्क कवरेज का विस्तार करना जारी रखते हैं, चीन दुनिया की पहली वाणिज्यिक 10G ब्रॉडबैंड सेवा की शुरुआत के साथ वैश्विक डिजिटल दौड़ में आगे निकल गया है। हेबेई प्रांत के सुनान काउंटी में हासिल की गई यह सफलता इंटरनेट कनेक्टिविटी में एक बड़ी छलांग है, जो बिजली की गति का वादा करती है जो लोगों के काम करने, खेलने और ऑनलाइन संवाद करने के तरीके को फिर से परिभाषित कर सकती है।
10G ब्रॉडबैंड सेवा चीनी दूरसंचार दिग्गज हुवावे और सरकारी ऑपरेटर चाइना यूनिकॉम के बीच सहयोग का परिणाम है। द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, नेटवर्क 9,834 मेगाबिट प्रति सेकंड (एमबीपीएस) तक की डाउनलोड गति प्रदान करने में सक्षम है, जो अनिवार्य रूप से 10 गीगाबिट प्रति सेकंड (जीबीपीएस) है, जबकि अपलोड गति 1,008 एमबीपीएस तक पहुंच सकती है। अधिक प्रभावशाली रूप से, विलंबता कथित तौर पर 0.003 सेकंड जितनी कम है, जो वास्तविक समय के अनुप्रयोगों के लिए महत्वपूर्ण विशेषता है।
यह अल्ट्रा-हाई-स्पीड सेवा अगली पीढ़ी की 50G पैसिव ऑप्टिकल नेटवर्क (PON) तकनीक द्वारा संचालित है, जो मौजूदा फाइबर-ऑप्टिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर डेटा ट्रांसमिशन को काफी हद तक बढ़ाती है। सरल शब्दों में, यह वर्तमान ब्रॉडबैंड बैकबोन का एक बड़ा अपग्रेड है, जो अभूतपूर्व दक्षता के साथ भारी मात्रा में डेटा को संभालने में सक्षम है।
Black Panther: सिवनी के पेंच नेशनल पार्क में दिखा दुर्लभ ब्लैक पैंथर, पर्यटकों में रोमांच
ब्लैक पैंथर की उपस्थिति ने 'द जंगल बुक' के प्रसिद्ध किरदार बघीरा की याद दिला दी, जिसे रुडयार्ड किपलिंग ने अपनी पुस्तक में अमर कर दिया था। पर्यटक इस दुर्लभ दृश्य को देखकर अचंभित हैं और सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
पेंच नेशनल पार्क में दुर्लभ ब्लैक पैंथर (बघीरा) की मौजूदगी ने पर्यटकों को रोमांचित कर दिया है। हाल ही में जंगल के बीच एक सड़क पार करते हुए इस काले तेंदुए को देखा गया, जिसका नजारा पर्यटकों ने अपने कैमरों में कैद कर लिया।
गर्मी के मौसम में पानी की तलाश में यह दुर्लभ जीव जंगल से बाहर निकलता नजर आया। खास बात यह है कि यह काला तेंदुआ सामान्य तेंदुओं के साथ भी स्वतंत्र रूप से विचरण करता है। ब्लैक पैंथर की उपस्थिति ने 'द जंगल बुक' के प्रसिद्ध किरदार बघीरा की याद दिला दी, जिसे रुडयार्ड किपलिंग ने अपनी पुस्तक में अमर कर दिया था। पर्यटक इस दुर्लभ दृश्य को देखकर अचंभित हैं और सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
Pahalgam Terror Attack: हमले में पाकिस्तान का हाथ, दो लोकल और दो पाकिस्तानी शामिल; तीन संदिग्धों के स्केच जारी
सार
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले पर एक बड़ा खुलासा हुआ है। हमले में शामिल चार आतंकियों को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। हमले में दो स्थानीय आतंकी और दो पाकिस्तानी आतंकियों की भूमिका की जानकारी मिली है। संदिग्ध आतंकियों के स्केच भी जारी किए गए हैं।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद देश में उबाल है। सुरक्षा एजेंसियां दहशतगर्दों की तलाश में जुटी है। हेलीकॉप्टर, ड्रोन से आतंकियों की तलाश की जा रही है। इस बीच, आतंकी हमले पर नया अपडेट आया है। जानकारी मिली है कि पहलगाम हमले में दो पाकिस्तानी दहशतगर्द भी शामिल थे। उनके साथ में दो स्थानीय आतंकी भी थे। अब तक चार आतंकियों के बारे में जानकारियां सामने आई हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने हमला करने वाले तीन आतंकियों के स्केच भी जारी किए हैं।
बायसरन घाटी में मंगलवार को आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि 17 लोग पर्यटक घायल हैं। आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए गोलीबारी की। आतंकी हमले के बाद बुधवार सुबह से सेना से लेकर एनआईए, पुलिस और अन्य एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं। ड्रोन और हेलिकॉप्टर से चप्पे-चप्पे पर निगरानी की जा रही है। साथ ही आतंकियों की तलाश की जा रही है। जम्मू कश्मीर से दिल्ली तक हाई अलर्ट जारी है।
बायसरन घाटी में हुए हमले में शामिल दो स्थानीय आतंकियों की पहचान कर ली गई है। दो पाकिस्तानी आतंकियों की भी पहचान हुई है। मंगलवार को आतंकियों ने करीब 20 मिनट तक एके-47 से गोलीबारी की थी। स्थानीय आतंकियों के नाम आदिल अहमद ठाकुर और आशिफ शेख बताए जा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, आदिल ठाकुर लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। आदिल गुरी, बिजबेहड़ा का रहने वाला बताया जा रहा है। आशिफ शेख का जैश-ए-मोहम्मद से कनेक्शन बताया जा रहा है। आशिफ मोंघामा, मीर मोहल्ला (त्राल) का रहने वाला बताया जा रहा है। जानकारी यह भी मिली है कि हमले के कुछ आतंकियों ने बॉडी कैमरा लगाया था। हमले की पूरी घटना को आतंकियों ने रिकॉर्ड किया था।
इससे पहले, कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के शव बुधवार को श्रीनगर लाए गए, जहां अधिकारी पुलिस नियंत्रण कक्ष में पुष्पांजलि अर्पित की गई। बुधवार रात श्रीनगर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को पीसीआर में एक समारोह में मृतकों के ताबूतों पर पुष्पांजलि अर्पित की।
पर्यटकों पर आतंकी हमला, 26 की नृशंस हत्या
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी। सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, परिचय पत्र देखे और फिर हिंदू हो कहकर गोली मार दी। 26 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जबकि दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं।
टीआरएफ ने ली हमले की जिम्मेदारी
हमले में करीब 20 लोग घायल हुए हैं। हालांकि सरकार ने अभी सिर्फ 16 मौतों की पुष्टि की है। वहीं, सुरक्षा एजेंसियों ने देर रात कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। तीन जुलाई से शुरू होने जा रही श्रीअमरनाथ यात्रा से पहले इस कायराना हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े गुट द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। फरवरी, 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है।
पीएम मोदी सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर लौट आए
उस हमले में सीआरपीएफ के 47 जवान मारे गए थे। हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर लौट आए हैं। पीएम मोदी ने वारदात की कड़ी निंदा की है, साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह सऊदी अरब से हवाई अड्डे पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक की और पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की स्थिति पर चर्चा की।
पर्यटकों पर की ताबड़तोड़ गोलीबारी
शाह ने तत्काल अपने निवास पर वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक की और फिर श्रीनगर पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया, बायसरन घाटी में आतंकी दोपहर करीब तीन बजे घास के मैदान में घुस आए, खाने-पीने की दुकानों के आसपास घूम रहे और टट्टू की सवारी कर रहे पर्यटकों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी।
नाकेबंदी व सघन तलाशी अभियान
सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस व सीआरपीएफ ने आतंकियों की तलाश में अभियान शुरू कर पहलगाम व आसपास के इलाकों में पूरी तरह नाकेबंदी कर दी। सभी अहम मार्गों पर वाहनों की तलाशी ली जा रही है।
आतंकियों ने कहा-तुम्हें नहीं मारेंगे, जाओ मोदी को बता दो
मृतकों में कर्नाटक के शिवमोगा के कारोबारी मंजुनाथ राव शामिल हैं। मंजुनाथ की पत्नी ने बताया कि आतंकियों ने उनके पति को सिर में गोली मारी। मैंने उनसे कहा, मेरे पति को मार दिया, मुझे भी मार दो। इस पर आतंकी बोले- तुम्हें नहीं मारेंगे, जाओ मोदी को बता दो। एक दिन पहले ही मंजुनाथ ने सोशल साइट पर वीडियो डालकर कहा था कि वहां घूमने में बहुत आनंद आ रहा है।
मृतकों में यह भी शामिल
1- सुशील नथ्याल, इंदौर
2- सैयद आदिल हुसैन शाह, पहलगाम
3- हेमंत सुहास जोशी, तमी मुंबई
4- विनय नरवाल, करनाल, हरियाणा
5- अतुल श्रीकांत मोनी, डोंबिवली पश्चिम, मुंबई
6- नीरज उधवानी, उत्तराखंड
7- बितान अधिकारी, कोलकाता
8- सुदीप न्यौपाने, नेपाल
9- शुभम द्विवेदी, श्याम नगर, कानपुर सिटी, यूपी
10- प्रशांत कुमार सतपथी, मालाश्वर, ओडिशा
11- मनीष रंजन (आबकारी निरीक्षक), बिहार
12- एन. रामचंद्र, कोच्चि, केरल
13- संजय लक्ष्मण लाली, ठाणे, मुंबई
14- दिनेश अग्रवाल, चंडीगढ़
15- समीर गुहार, कोलकाता
16- दिलीप दसाली, पनवेल, मुंबई
17- जे. सच्चंद्र मोली, विशाखापट्टनम
18- मधुसूदन सोमिसेट्टी, बेंगलुरु
19- संतोष जगधा, पुणे, महाराष्ट्र
20- मंजू नाथ राव, कर्नाटक
21- कस्तूबा गवंटोये, पुणे, महाराष्ट्र
22- भरत भूषण, सुंदर नगर, बेंगलुरु
23- सुमित परमार, भावनगर, गुजरात
24- यतेश परमार, भावनगर, गुजरात
25- तागेहायिंग (वायुसेना कर्मचारी), अरुणाचल प्रदेश
26- शैलेशभाई एच. कलाथिया, सूरत, गुजरात मृतकों में यह भी शामिल
1- सुशील नथ्याल, इंदौर
2- सैयद आदिल हुसैन शाह, पहलगाम
3- हेमंत सुहास जोशी, तमी मुंबई
4- विनय नरवाल, करनाल, हरियाणा
5- अतुल श्रीकांत मोनी, डोंबिवली पश्चिम, मुंबई
6- नीरज उधवानी, उत्तराखंड
7- बितान अधिकारी, कोलकाता
8- सुदीप न्यौपाने, नेपाल
9- शुभम द्विवेदी, श्याम नगर, कानपुर सिटी, यूपी
10- प्रशांत कुमार सतपथी, मालाश्वर, ओडिशा
11- मनीष रंजन (आबकारी निरीक्षक), बिहार
12- एन. रामचंद्र, कोच्चि, केरल
13- संजय लक्ष्मण लाली, ठाणे, मुंबई
14- दिनेश अग्रवाल, चंडीगढ़
15- समीर गुहार, कोलकाता
16- दिलीप दसाली, पनवेल, मुंबई
17- जे. सच्चंद्र मोली, विशाखापट्टनम
18- मधुसूदन सोमिसेट्टी, बेंगलुरु
19- संतोष जगधा, पुणे, महाराष्ट्र
20- मंजू नाथ राव, कर्नाटक
21- कस्तूबा गवंटोये, पुणे, महाराष्ट्र
22- भरत भूषण, सुंदर नगर, बेंगलुरु
23- सुमित परमार, भावनगर, गुजरात
24- यतेश परमार, भावनगर, गुजरात
25- तागेहायिंग (वायुसेना कर्मचारी), अरुणाचल प्रदेश
26- शैलेशभाई एच. कलाथिया, सूरत, गुजरात
एनआईए करेगी जांच
यह अब तक नागरिकों के ऊपर सबसे बड़ा हमला है। टीआरएफ वही आतंकी गुट है जो डोडा-किश्तवाड़ क्षेत्र में सक्रिय था। इसमें स्थानीय मददगारों के भी शामिल होने का शक है। हमले की जांच राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी की वापसी और आपातकालीन समीक्षा बैठक
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली लौटते ही आतंकवादी हमले पर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 अप्रैल 2025 को सऊदी अरब यात्रा को संक्षिप्त करते हुए दिल्ली लौटते ही जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णय:
- हमले में शामिल आतंकवादियों की पहचान और उन्हें पकड़ने के लिए सुरक्षा बलों को निर्देशित किया गया।
- घायलों के उपचार और मृतकों के परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्णय लिया गया।
- कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए अतिरिक्त बलों की तैनाती की योजना बनाई गई।
अंतरराष्ट्रीय समर्थन:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी और भारत सरकार को पूर्ण समर्थन और संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
"आतंकवादियों को सजा दो, हम आपके साथ हैं" — पहलगाम आतंकी हमले पर दुनिया की प्रतिक्रिया
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 28 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 24 भारतीय पर्यटक, 2 स्थानीय निवासी और 2 विदेशी नागरिक शामिल हैं। यह हमला बाइसारन घाटी में हुआ, जो पहलगाम से लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। आतंकवादियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें अधिकांश पीड़ित गैर-मुस्लिम थे। हमलावरों ने पीड़ितों से उनके धर्म के बारे में पूछा और मुस्लिम न होने पर उन्हें निशाना बनाया। एक महिला ने बताया कि उसके पति को गोली मारने से पहले हमलावरों ने उससे कहा, "यह मोदी को बताने के लिए बचा लिया है"।
📸 तस्वीरें और वीडियो:
- वीडियो 1: पर्यटकों की चीखें और घायल लोगों की मदद के दृश्य।
- वीडियो 2: हमले के बाद की स्थिति और सुरक्षाबलों की कार्रवाई।
- वीडियो 3: घायल पर्यटकों की मदद और अस्पताल में उपचार के दृश्य।
🌍 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ईरान और इज़राइल ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और भारत के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की है।
🇮🇳 भारत सरकार की प्रतिक्रिया:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि "आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा"। उन्होंने अपनी सऊदी अरब यात्रा को संक्षिप्त किया और दिल्ली लौटने का निर्णय लिया। गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर के लिए उड़ान भरी और स्थिति का जायजा लिया।
भारत ने अमेरिका का समर्थन किया, चीन के खिलाफ व्यापार युद्ध में ली स्पष्ट पक्षधरता
भारत ने हाल ही में अमेरिका के साथ अपने व्यापारिक रिश्तों को मजबूत करने के संकेत दिए हैं, खासकर चीन के खिलाफ ट्रेड वॉर के संदर्भ में। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन के खिलाफ 50% तक के टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद, भारत ने अमेरिका के साथ व्यापारिक समझौतों की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक समझौते की दिशा में कदम
व्हाइट हाउस ने हाल ही में जापान और भारत के साथ व्यापारिक समझौतों की दिशा में प्रगति की बात की है। हालांकि, ये समझौते अभी प्रारंभिक चरण में हैं और इन्हें "मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग" (MoU) के रूप में देखा जा रहा है, जो भविष्य में विस्तृत और बाध्यकारी समझौतों की ओर अग्रसर हो सकते हैं। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने जयपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के बाद कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक समझौते पर "अच्छी प्रगति" हुई है। हालांकि, ये समझौते अभी तक विस्तृत और बाध्यकारी नहीं हैं।
📈 भारत को मिल रहा व्यापारिक अवसर
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक युद्ध के कारण, भारत को कुछ क्षेत्रों में अवसर मिल रहे हैं। नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, भारत को अमेरिका से अतिरिक्त $755 मिलियन का निर्यात प्राप्त हुआ है। इसके अलावा, भारत को 5G प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच तकनीकी प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।
🌐 चीन की प्रतिक्रिया
चीन ने अमेरिका के साथ व्यापारिक समझौतों को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है कि "चीन किसी भी पक्ष के साथ समझौता करने के खिलाफ है जो चीन के पक्ष में नहीं है", और यह "अंततः दूसरों और स्वयं के लिए भी हानिकारक" हो सकता है।
कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला – पर्यटक ने कैद किया भयावह पल (22 अप्रैल 2025)
जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकवादी हमले का एक पर्यटक द्वारा लिया गया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस वीडियो में आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों पर की गई गोलीबारी के दृश्य स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। यह हमला दोपहर लगभग 2:30 बजे बाइसारन क्षेत्र में हुआ, जो पहलगाम से लगभग छह किलोमीटर दूर एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। हमले में कम से कम 28 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए हैं।
हमले के समय एक पर्यटक ने अपने मोबाइल फोन से वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें आतंकवादियों की गोलीबारी और नागरिकों की चीखें सुनाई देती हैं। इस वीडियो में एक व्यक्ति यह कहते हुए सुनाई देता है, "आतंकवादियों ने हमला किया है, भगवान हमारी रक्षा करें।"
हमले के बाद एक अन्य वायरल तस्वीर में एक महिला अपने पति के शव के पास बैठी हुई है, जो हमले में मारे गए थे। यह तस्वीर हमले के बाद के दृश्य को दर्शाती है और सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा की गई है।
हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली है, जो प्रतिबंधित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक उपग्रह संगठन है।
इस हमले के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा को संक्षिप्त किया और दिल्ली लौटने का निर्णय लिया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने इस हमले की निंदा की है।
JEE Mains Result 2025 Topper, Cut Off: रिजल्ट जारी, देखें जेईई मेन टॉपर लिस्ट स्टेट वाइज, जेईई एडवांस्ड कटऑफ समेत हर डिटेल
JEE Mains Topper List 2025 Cut Off Percetile for JEE Advanced,जेईई मेंस रिजल्ट पेपर 1 बीईस बीटेक के लिए जारी हो गया है। 24 छात्रों को 100 परसेंटाइल मिला है। जेईई एडवांस्ड कटऑफ कैटेगरी वाइज, जेईई मेन स्टेट वाइज टॉपर लिस्ट समेत पूरी जानकारी इस खबर में दी गई है।
हाइलाइट्स
- NTA ने शुक्रवार रात 12 बजे जारी किया जेईई मेन रिजल्ट
- जेईई एडवांस्ड के लिए कटऑफ में मामूली कमी
- इस बार IIT एडमिशन के लिए 2,50,236 स्टूडेंट्स देंगे जेईई एडवांस्ड परीक्षा
JEE Main Toppers and Cut Off 2025 नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने इंजीनियरिंग कोर्सेज (बीई, बीटेक) में दाखिले के लिए हुए जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन, जेईई मेन 2025 पेपर 1 का रिजल्ट जारी कर दिया है। पहले और दूसरे सत्र की परीक्षा के आधार पर ऑल इंडिया रैंक जारी की गई है। जेईई मेन में इस बार 24 कैंडिडेट्स को 100 पर्सेंटाइल का परफेक्ट स्कोर मिला है। जबकि 2024 मे यह कामयाबी हासिल करने वाले 56 कैंडिडेट्स थे। 2023 में 43, 2022 में 24 कैंडिडेट्स को 100 एनटीए स्कोर मिला था।
JEE Main Topper 2025 Delhi: कौन रहे हैं?
इस बार दिल्ली से दो कैंडिडेट दक्ष और हर्ष झा को 100 स्कोर मिला है। जबकि 2024 में दिल्ली से 6 कैंडिडेट्स को 100 एनटीए स्कोर मिला था। 2025 में दिल्ली के इन दोनों छात्रों को जेईई मेन पहले सेशन यानी जनवरी में हुई परीक्षा में टॉप स्कोर मिला था। इस हिसाब से अप्रैल में हुई दूसरे सेशन की परीक्षा में दिल्ली के किसी छात्र ने 100 स्कोर नहीं किया है।
JEE Advanced 2025 Cut Off: जेईई एडवांस्ड में कितने स्टूडेंट्स
आईआईटी में एडमिशन के लिए होने वाले जेईई एडवांस्ड 2025 के लिए कटऑफ में जो बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही थी, वैसा नहीं हुआ है। जेईई एडवांस्ड के लिए कटऑफ में 2024 के मुकाबले ज्यादा फेरबदल नहीं है। जनरल कैटिगरी में कटऑफ में मामूली कमी हुई है। इस बार जेईई एडवांस्ड के लिए 2,50,236 छात्र रेस में होंगे। जबकि पिछले साल यह संख्या 2,50,284 थी।
एनटीए के सीनियर अधिकारी का कहना है कि स्टूडेंट के हर चैलेंज को एड्रेस करने के बाद रिजल्ट तैयार किया गया है। फाइनल आंसर-की में स्टूडेंट की हर क्वेरी का जवाब दिया गया है। उनका कहना है कि 9 अप्रैल को परीक्षा खत्म होने के बाद जल्द से जल्द रिजल्ट जारी किया गया है।
जेईई एडवांस्ड के लिए जेईई मेंस कटऑफ 2025 कितनी है?
कैटेगरी | परसेंटाइल | कितने कैंडिडेट्स |
जेनरल | 100 से 93.1023262 | 97,321 |
जेनरल PwD | 93.0950208 से 0.0079349 | 3,950 |
EWS | 93.0950208 से 80.3830119 | 25,009 |
OBC | 93.0950208 से 79.4313582 | 67,614 |
SC | 93.0950208 से 61.1526933 | 37,519 |
ST | 93.0950208 से 47.9026465 | 18,823 |
JEE Mains 100 Percentile: किन राज्यों के कितने छात्र
- 100 एनटीए स्कोर हासिल करने वालों में राजस्थान ने बाजी मारी है।
- राजस्थान के 7 कैंडिडेट्स को परफेक्ट स्कोर मिला है।
- उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना से 3-3 कैंडिडेट्स इस लिस्ट में है।
- दिल्ली, गुजरात, पश्चिम बंगाल से 2-2 कैंडिडेट्स को यह स्कोर मिला है।
- कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से 1- 1 कैंडिडेट को 100 स्कोर मिला है।
- दो महिला कैंडिडेट्स भी टॉप स्कोर पाने वालों की लिस्ट में है। पश्चिम बंगाल की देवदत्ता माझी और आंध्र प्रदेश की साइ मनोगना (Sai Manogna) को परफेक्ट स्कोर मिला है।
जेईई मेन कैटिगरी वाइज टॉपर्स 2025
- जनरल कैटिगरी के 21 कैंडिडेट्स को 100 एनटीए स्कोर मिला है।
- जनरल EWS में तेलंगाना के वी. अजय रेड्डी हैं।
- OBC NCL कैटिगरी में दिल्ली के दक्ष का नाम है।
- SC कैटिगरी में यूपी के श्रेयस लोहिया को टॉप स्कोर मिला है।
JEE Mains Topper List 2025 स्टेट वाइज
क्रम संख्या | राज्य | जेईई मेन 2025 टॉपर का नाम | परसेंटाइल |
1 | अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह | मौसाम दास | 99.0622707 |
2 | आंध्र प्रदेश | साई मनोग्ना | 100 |
3 | अरुणाचल प्रदेश | प्रणय कुमार रॉय | 99.3840245 |
4 | असम | प्रांजल कुमार सिंह | 99.9837952 |
5 | बिहार | अब्दुल्ला | 99.9945499 |
6 | चंडीगढ़ | अर्नव जिंदल | 99.9991058 |
7 | छत्तीसगढ़ | सुविग्य देवांगन | 99.990837 |
8 | दादरा और नागर हवेली | अहरान रावल | 99.9856921 |
9 | दमन और दीव | जॉयेश वसन | 98.4181971 |
10 | दिल्ली | दक्ष | 100 |
11 | दिल्ली | हर्ष झा | 100 |
12 | गोवा | नाविन्य देवनंद देसाई | 99.9801306 |
13 | गुजरात | शिवेन विकास | 100 |
14 | गुजरात | आदित प्रकाश भगाड़े | 100 |
15 | हरियाणा | आमोघ बंसल | 99.9992065 |
16 | हिमाचल प्रदेश | धैर्य शर्मा | 99.9918249 |
17 | जम्मू और कश्मीर | तौहीब आशिक आहंगर | 99.9936579 |
18 | झारखंड | आर्यन मिश्रा | 99.9990968 |
19 | कर्नाटक | कुशाग्र गुप्ता | 100 |
20 | केरल | अक्षय बीजू बी एन | 99.9960501 |
21 | लद्दाख | बशीर अहमद | 96.1934877 |
22 | लक्षद्वीप | मोहम्मद सईद पी | 87.5187263 |
23 | मध्य प्रदेश | माजिद मुजाहिद हुसैन | 99.9992043 |
24 | महाराष्ट्र | आयुष रवि चौधरी | 100 |
25 | महाराष्ट्र | सनिध्य सराफ | 100 |
26 | महाराष्ट्र | विशाल जैन | 100 |
27 | मणिपुर | लोयंगनबा लियमापोकपम | 98.6999897 |
28 | मेघालय | निष्ठा गौतम | निष्ठा गौतम |
29 | मिजोरम | ईशांत वर्मा | 99.7209462 |
30 | नागालैंड | समीर कुमार | 95.6017969 |
31 | ओडिशा | नबनीत प्रियदर्शी | 99.9896407 |
32 | भारत के बाहर | सब्यसाची चौधरी | 99.8928681 |
33 | पुडुचेरी | जोथिराम एस | 99.9056854 |
34 | पंजाब | पियुषा दास | 99.9968364 |
35 | राजस्थान | आयुष सिंघल | 100 |
36 | राजस्थान | ओम प्रकाश बेहेरा | 100 |
37 | राजस्थान | साक्षम जिंदल | 100 |
38 | राजस्थान | अर्नव सिंह | 100 |
39 | राजस्थान | रजित गुप्ता | 100 |
40 | राजस्थान | एमडी अनस | 100 |
41 | राजस्थान | लक्ष्य शर्मा | 100 |
42 | सिक्किम | रजत कुमार सिंह | 100 |
43 | तमिलनाडु | प्रदीश गांधी एस | 99.3585197 |
44 | तेलंगाना | वेंकट अजय रेड्डी | 99.9991058 |
45 | तेलंगाना | बानी ब्रता माजी | 100 |
46 | तेलंगाना | हर्ष ए गुप्ता | 100 |
47 | त्रिपुरा | अर्गदीप देब | 99.9807578 |
48 | उत्तर प्रदेश | श्रेयस लोहिया | 100 |
49 | उत्तर प्रदेश | कुशाग्र बेंगाहा | 100 |
50 | उत्तर प्रदेश | सौरभ | 100 |
51 | उत्तराखंड | विवेक पाण्डे | 99.9936507 |
52 | पश्चिम बंगाल | देवदत्त माझी | 100 |
53 | पश्चिम बंगाल | अर्चिश्मन नंदी | 100 |
पहले के वर्षों में जेईई एडवांस्ड की कटऑफ कैसी रही
2022 में जनरल के लिए यह कटऑफ 88.4121383-100 पर्सेंटाइल थी। 2020 के बाद कटऑफ में बढ़ोतरी हुई थी। अनारक्षित कैटिगरी में 2021 में 88.8, 2022 में 88.4 और 2020 में 90.3 पर्सेंटाइल थी। 2023 में यह बढ़कर 90.77 हुई थी। 2024 में जनरल कैटिगरी के लिए कटऑफ बढ़कर 93.23 पर्सेंटाइल हो गई थी।
जेईई मेन 2025 में कितने स्टूडेंट्स
जेईई मेन्स 2025 एग्जाम जनवरी और अप्रैल दो सत्र में हुआ। दोनों सत्र की परीक्षा देने वाले छात्रों के बेस्ट स्कोर के आधार पर रैंक जारी की गई है। जेईई मेंस 2025 के पहले सत्र के रिजल्ट में जहां 14 टॉपर्स को 100 पर्सेंटाइल स्कोर मिला था, वहीं दूसरे सत्र में 10 को यह स्कोर मिला है। इस तरह से कुल 24 कैंडिडेट्स को 100 एनटीए स्कोर मिला है।
दोनों सत्रों को मिलाकर देखें तो 15,39,848 यूनीक कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड हुए थे। यानी इतने स्टूडेंट्स ने दोनों सत्र की परीक्षा के लिए आवेदन किया और दोनों सत्र की परीक्षा देने वाले कुल 14,75,103 यूनीक कैंडिडेट रहे। यह करीब 95.79 प्रतिशत है।
जनवरी सेशन में 13.11 लाख रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स में से 12.58 लाख ने एग्जाम दिया था। अप्रैल में 10.61 लाख में से 9.92 लाख ने एग्जाम दिया। दोनों सत्रों में कॉमन कैंडिडेट यानी दोनों सत्रों के लिए रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स 8,33,536 थे, जिनमें से 7,75,383 ने एग्जाम दिया।
मुंबई में 90 साल पुराने जैन मंदिर को BMC ने तोड़ा, शहर में उभरा भारी विरोध
मुंबई में बीएमसी (BMC) द्वारा 90 साल पुराने पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर को ढहाए जाने के बाद जैन समुदाय में भारी आक्रोश फैल गया है। यह घटना लगभग तीन दिन पहले हुई, जिसके बाद विले पार्ले में जैन समाज ने विरोध प्रदर्शन किया।
📰 घटना का विवरण
मुंबई के विले पार्ले क्षेत्र में स्थित पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर को बीएमसी ने अवैध निर्माण बताते हुए ढहा दिया। यह मंदिर पिछले 90 वर्षों से जैन समाज की आस्था का केंद्र था। मंदिर के ढहाए जाने के बाद जैन समाज के लोग सड़कों पर उतर आए और बीएमसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
📸 तस्वीरें और वीडियो
इस घटना के बाद की कुछ तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिनमें मंदिर के ढहाए जाने के दृश्य और प्रदर्शनकारियों की भीड़ देखी जा सकती है। प्रदर्शनकारियों ने "मंदिर तोड़ा है, होशियारी नहीं" जैसे नारे लगाए।
🗣️ समाज की प्रतिक्रिया
जैन समाज के नेताओं ने इस कार्रवाई को धार्मिक भावनाओं का अपमान बताया और बीएमसी से इस निर्णय को वापस लेने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मंदिर का पुनर्निर्माण नहीं किया गया, तो वे और भी बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
ओडिशा के पत्रकार ने शादी की बारात रोक एंबुलेंस को दिया रास्ता, मानवता की मिसाल
घटना का विवरण
यह घटना ओडिशा के पुरी जिले में हुई, जहाँ एक पत्रकार अपनी शादी की बारात के साथ जा रहे थे। इस दौरान, उन्होंने देखा कि एक एम्बुलेंस को रास्ता नहीं मिल रहा था। पत्रकार ने तत्काल निर्णय लिया और अपनी बारात को रोककर एम्बुलेंस को प्राथमिकता दी, जिससे एम्बुलेंस बिना किसी रुकावट के अपने गंतव्य तक पहुँच सकी।
👏 समाज की प्रतिक्रिया
इस कार्य को देखकर स्थानीय समुदाय ने पत्रकार की सराहना की और इसे एक प्रेरणादायक उदाहरण माना। सोशल मीडिया पर भी इस घटना की व्यापक चर्चा हुई, जहाँ लोगों ने पत्रकार की मानवता और जिम्मेदारी की सराहना की।
📸 तस्वीरें और वीडियो
इस घटना के दौरान की कुछ तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिनमें पत्रकार की बारात को एम्बुलेंस के लिए रास्ता देते हुए देखा जा सकता है। यह दृश्य न केवल पत्रकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है, बल्कि समाज में आपसी सहयोग और जिम्मेदारी की भावना को भी उजागर करता है।
इस घटना ने यह सिद्ध कर दिया कि व्यक्तिगत खुशी के क्षणों में भी समाज की भलाई को प्राथमिकता देना मानवता की सच्ची मिसाल है।
भारत ने व्यापार युद्ध में अमेरिका का साथ देने की घोषणा की – चीन को चेतावनी
भारत ने हाल ही में अमेरिका के साथ मिलकर चीन के खिलाफ व्यापारिक मोर्चे पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वांस की भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यापारिक समझौतों पर प्रगति की घोषणा की। इन वार्ताओं में दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने, निवेश सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग पर चर्चा हुई। भारत ने अमेरिका के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए कुछ अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क में कमी करने की पेशकश की है। इससे भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों में और मजबूती आएगी।
इस कदम से भारत को चीन के खिलाफ व्यापारिक मोर्चे पर मजबूती मिलेगी, क्योंकि अमेरिका और भारत के बीच बढ़ते व्यापारिक संबंध चीन के लिए एक संकेत हैं। भारत ने इस स्थिति का लाभ उठाने के लिए अपनी घरेलू विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने की योजना बनाई है।
इस प्रकार, भारत ने अमेरिका के साथ मिलकर चीन के खिलाफ व्यापारिक मोर्चे पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है और भविष्य में इस सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
AI की दुनिया में 'बादशाहत' कायम करेगा चीन! छह साल के स्कूली बच्चों को बना रहा एक्सपर्ट, जानिए कैसे
AI Education in China: चीन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की पढ़ाई पर बहुत ज्यादा जोर दिया जा रहा है। अभी तक सिर्फ यूनिवर्सिटी-कॉलेजों में ही AI की पढ़ाई करवाई जा रही थी, लेकिन अब इसका दायरा बढ़ाकर स्कूलों तक कर दिया गया है। छह साल के बच्चों को भी AI का एक्सपर्ट बनाया जा रहा है।
हाइलाइट्स
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की फील्ड में चीन आगे होना चाहता है।
- चीन में बच्चों को भी AI के बारे में पढ़ाया जाएगा।
- चीन बच्चों को स्कूल से ही AI एक्सपर्ट बनाने में लगा हुआ है।
Chinese School AI Curriculum: चीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में खुद को बादशाह बनाना चाहता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए चीन ने एक नई योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत स्कूली बच्चों को AI की ट्रेनिंग दी जाएगी। स्कूलों में AI एजुकेशन की शुरुआत राजधानी बीजिंग से हो रही है, जहां इस साल से ट्रेनिंग दी जाएगी। प्राइमरी और सेकेंडरी स्कूल के बच्चे हर साल कम से कम 8 घंटे AI की क्लास लेंगे। छह साल के छोटे बच्चे भी चैटबॉट का इस्तेमाल करना सीखेंगे।
फॉर्चून की रिपोर्ट के मुताबिक, स्कूलों में बच्चों को AI की बेसिक बातें और एथिक्स के बारे में सिखाया जाएगा। बीजिंग म्युनिसिपल एजुकेशन कमीशन ने ऐलान किया है कि शहर के स्कूलों को AI की शिक्षा को साइंस और इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी जैसे सब्जेक्ट्स में शामिल कर सकते हैं। उनके पास AI को एक अलग कोर्स के तौर पर भी पढ़ाने का ऑप्शन है। कमीशन ने AI का एक लम्बा कोर्स बनाने की योजना भी बताई है। वे एक AI शिक्षा सिस्टम बनाएंगे, स्कूलों को मदद करेंगे और AI सीखने को बढ़ावा देंगे।
चीन में AI प्रोग्राम के लिए 184 स्कूल चुने गए
चीन AI एजुकेशन को जल्दी शुरू करने को बहुत महत्वपूर्ण मानता है। उनका मानना है कि अगर ऐसा किया जाता है तो इससे AI इंडस्ट्री में उसे सबसे आगे रहने में मदद मिलेगी। पिछले साल दिसंबर में चीनी शिक्षा मंत्रालय ने पूरे देश में 184 स्कूलों को चुना, जहां पायलट प्रोग्राम के तौर पर AI प्रोग्राम की पढ़ाई करवाई जानी थी। बाद में पूरे देश में इस शिक्षा को फैलाने का टारगेट था। चीन के शिक्षा मंत्री हुआई जिनपेंग ने AI के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इसे देश की शिक्षा प्रणाली की 'सुनहरी चाबी' बताया है।
अधिकारियों का मानना है कि AI की शिक्षा को जल्दी शुरू करने से टेक्नोलॉजी में नए विचार आएंगे। बीजिंग का यह तरीका हांग्जो के झेजियांग यूनिवर्सिटी से प्रेरित हो सकता है। इस यूनिवर्सिटी ने DeepSeek के फाउंडर और सीईओ लियांग वेनफेंग और Unitree के वांग जिंगशिंग जैसे बड़े टेक लीडर दिए हैं। स्कूलों में AI को शामिल करके, चीन AI के एक्सपर्ट की नई पीढ़ी बनाना चाहता है। DeepSeek पहले ही चैटजीपीटी जैसे AI को मात देता हुआ नजर आ रहा है।
Pope Francis Passes Away: पोप फ्रांसिस का निधन, 88 साल की उम्र में ली आखिरी सांस; भारत में तीन का राजकीय शोक
सार
पोप फ्रांसिस के निधन की पुष्टि वेटिकन ने सोमवार को बयान जारी कर की। बयान में कहा गया कि वह रोमन कैथोलिक चर्च के पहले लैटिन अमेरिकी थे। उनके दोनों फेफड़ों में न्यूमोनिया था। वह लंबे समय तक अस्पताल में थे। वेटिकन के कार्डिनल केविन फेरेल ने कहा कि पोप फ्रांसिस का पूरा जीवन ईश्वर की सेवा में समर्पित रहा।
पोप फ्रांसिस अब हमारे बीच नहीं रहे। सोमवार 21 अप्रैल, 2025 को 88 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। उन्होंने वेटिकन के कासा सांता मार्टा स्थित अपने निवास पर सुबह 7.30 बजे (स्थानीय समयानुसार) अंतिम सांस ली। वेटिकन समाचार के मुताबिक, वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बीते दिन ईस्टर के अवसर पर लंबे समय के बाद वे लोगों के सामने आए थे। भारत सरकार ने पोप फ्रांसिस के निधन पर तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है।
पोप फ्रांसिस जेसुइट ऑर्डर से पहले पोप थे। 8वीं शताब्दी के बाद से यूरोप के बाहर से पहले पोप थे। अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो के रूप में जन्मे पोप फ्रांसिस 1969 में कैथोलिक पादरी नियुक्त किया गया था। 28 फरवरी, 2013 को पोप बेनेडिक्ट XVI के इस्तीफे के बाद 13 मार्च को एक पोप सम्मेलन ने कार्डिनल बर्गोग्लियो को उनका उत्तराधिकारी चुना। उन्होंने सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी के सम्मान में फ्रांसिस को अपना पोप नाम चुना। अब आधिकारिक शोक की 14 दिन की अवधि होगी, जिसके बाद कार्डिनल मसीह के नए विकर का चुनाव करने के लिए सम्मेलन में जाएंगे।
लंबे समय से बीमार चल रहे थे पोप फ्रांसिस
पोप फ्रांसिस लंबे समय से बीमार चल रहे थे। लगभग एक महीने तक अस्पताल में इलाज कराने के बाद पोप 24 मार्च को अपने निवास स्थान कासा सांता मार्टा लौटे थे। अस्पताल से लौटने पर उन्होंने बड़ी संख्या में अस्पताल के बाहर जमा हुए लोगों को आशीर्वाद दिया था। सार्वजनिक रूप से पोप को देखने के बाद लोग काफी खुश दिखे थे और जयकारे भी लगाए थे।
करीब एक महीने से ज्यादा समय तक अस्पताल में रहे थे भर्ती
पोप फ्रांसिस को 14 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें डबल निमोनिया हो गया था। अस्पताल में चिकित्सकों की निगरानी में उनका चला था। एक महीने से ज्यादा समय अस्पताल में बिताने के बाद उन्हें छुट्टी दी गई थी। पोप की देखभाल करने वाले सर्जरी प्रमुख सर्जियो अल्फिएरी ने बताया था कि उन्हें दवाइयां की जरूरत पड़ती रहेगी।
युवावस्था में निकाला गया था फेफडे़ का हिस्सा
पोप फ्रांसिस जब जवान थे, तब उनके एक फेफड़े में संक्रमण के कारण उसे हटाना पड़ा था। इस कारण उन्हें सांस से जुड़ी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा था। 2023 में भी उन्हें फेफड़ों में संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था
भारत की यात्रा की थी अटकलें
पोप फ्रांसिस भारत आने वाले थे। पिछले साल दिसंबर में केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन ने बताया था कि पोप फ्रांसिस के 2025 के बाद भारत दौरे पर आने की संभावना है। 2025 को कैथोलिक चर्च ने जुबली वर्ष के रूप में घोषित किया है। भारत पहले ही पोप फ्रांसिस को आधिकारिक तौर पर आमंत्रित कर चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उन्हें सीधे तौर पर निमंत्रण दे चुके हैं। यात्रा पोप की सेहत और सुविधा के अनुसार निर्धारित की जाने वाली थी।
पोप फ्रांसिस का आखिरी संदेश
पोप फ्रांसिस ने अपने आखिर संदेश में जरूरतमंदों की मदद करने, भूखों को खाना देने और विकास को बढ़ावा देने वाली पहलों को प्रोत्साहित करने की अपील की थी। ईस्टर पर जारी अपने संदेश में उन्होंने लिखा, 'मैं हमारी दुनिया में राजनीतिक जिम्मेदारी के पदों पर बैठे सभी लोगों से अपील करता हूं कि वे डर के आगे न झुकें। डर दूसरों से अलगाव की ओर ले जाता है। सभी जरूरतमंदों की मदद करने, भूख से लड़ने और विकास को बढ़ावा देने वाली पहलों को प्रोत्साहित करने के लिए उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करें। ये शांति के हथियार हैं, हथियार जो मौत के बीज बोने के बजाय भविष्य का निर्माण करते हैं! मानवता का सिद्धांत हमारे दैनिक कार्यों की पहचान बनने से कभी न चूके।'
मुल्लिनर द्वारा बेंटले बैटूर कन्वर्टिबल का अनावरण; 16 इकाइयों तक सीमित
बेंटले का तीसरा कोच-निर्मित मॉडल, ब्रांड के प्रतिष्ठित W12 इंजन का उपयोग करने वाले अंतिम मॉडलों में से एक है।
हाइलाइट
- केवल 16 इकाइयों तक सीमित
- 2022 से बाटूर कूप के अनुरूप स्टाइलिंग और इंटीरियर
- संभवतः W12 इंजन वाली आखिरी नई बेंटले
बेंटले ने अपने तीसरे कोच-निर्मित मॉडल, बैटूर कन्वर्टिबल का अनावरण किया है। ब्रांड के आखिरी W12-पावर्ड मॉडल में से एक होने के लिए तैयार, बैटूर कन्वर्टिबल में 2022 में शुरू होने वाले बैटूर कूप के साथ बहुत कुछ साझा किया गया है। केवल 16 इकाइयों तक सीमित, बैटूर कन्वर्टिबल का डिज़ाइन कूप से आगे की ओर अपरिवर्तित है, जिसमें सबसे बड़ा डिज़ाइन परिवर्तन एक निश्चित छत की कमी और एक पुनः डिज़ाइन किए गए रियर डेक के रूप में आ रहा है।
आगे की तरफ, बंपर, ग्रिल और हेडलैम्प कूपे से अपरिवर्तित हैं, हालांकि अब ग्रिल पर रंग फीका प्रभाव बाहरी किनारों पर बॉडी टोन इनसेट से केंद्र में गहरे रंग में बदल गया है। पीछे की ओर बढ़ते हुए, कूपे के फास्टबैक स्टाइल रियर में सीटों के पीछे उथले बट्रेस के साथ एक सपाट टेल सेक्शन है। यहाँ एक दिलचस्प डिज़ाइन तत्व एयरब्रिज तत्व है जो बट्रेस के ऊपर बैठता है - एक डिज़ाइन तत्व जो बेंटले का कहना है कि अपने पुराने बारचेटा को श्रद्धांजलि देता है। रियर डेक धीरे-धीरे पीछे की ओर झुकता है और एक एकीकृत डकटेल स्पॉइलर में समाप्त होता है।
स्लीक टेल लैंप और रियर बम्पर डिज़ाइन भी कूपे से अपरिवर्तित हैं।
केबिन लेआउट भी कूपे से अपरिवर्तित है, जिसमें पूर्ण-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और सेंट्रल टचस्क्रीन है जो डैशबोर्ड में घूमकर तीन एनालॉग डायल दिखाता है। बेंटले का कहना है कि बैटर कन्वर्टिबल में केबिन के भीतर रोज़ गोल्ड 3डी-प्रिंटेड तत्व भी होंगे, खास तौर पर ड्राइव मोड सिलेक्टर जैसे प्रमुख ड्राइवर टचपॉइंट। ग्राहक रोज़ गोल्ड में एयरकॉन वेंट्स के लिए ऑर्गन स्टॉप कंट्रोल का विकल्प भी चुन सकेंगे।
एयरब्रिज तत्व बेंटले के अतीत के बारचेटा से प्रेरित है।
बेंटले का कहना है कि ग्राहकों को एक्सटीरियर, इंटीरियर और यहां तक कि सॉफ्ट-टॉप रूफ के लिए कई तरह के कस्टमाइजेशन विकल्प दिए जाएंगे। एक्सटीरियर के मामले में, कार निर्माता का कहना है कि ग्राहक मुलिनर रंगों से लेकर खास तौर पर बनाए गए रंगों तक के 'अनंत' पेंट विकल्पों में से चुन सकेंगे। इसे हल्के, गहरे, साटन, ग्लॉस या टाइटेनियम ब्राइटवर्क के मिश्रण से और भी बेहतर बनाया जा सकता है। यहां तक कि छत की सामग्री, टोन्यू कवर और 'एयरब्रिज' जैसे तत्व भी कस्टमाइज किए जा सकते हैं।
यहां चित्रित कार इंजीनियरिंग विकास इकाई या बाटूर कन्वर्टिबल #0 है और इसे वर्मिलियन साटन डुओ टोन पर वर्मिलियन ग्लॉस में तैयार किया गया है, जिसे ग्लॉस कार्बनफाइबर और डार्क टाइटेनियम ट्रिम के साथ जोड़ा गया है।
पावरप्लांट की बात करें तो, बैटूर कन्वर्टिबल में बेंटले के प्रतिष्ठित 6.0-लीटर ट्विन-टर्बो W12 की सेवाएँ बरकरार हैं। यह यूनिट 740 बीएचपी और 1,000 एनएम का टॉर्क देता है और इसे आठ-स्पीड डबल-क्लच ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ जोड़ा गया है। बैटूर कन्वर्टिबल संभवतः W12 इंजन के लिए आखिरी आउटिंग है, बेंटले ने पुष्टि की है कि यूनिट को 2024 की गर्मियों में उत्पादन से हटा दिया जाएगा।
इधर से सोना डालो और उधर से पैसे निकालो... कहां लगा है सोना खरीदने-बेचने वाला यह ATM
सोने की कीमत में हाल में काफी तेजी आई है। इस बीच चीन में गोल्ड एटीएम की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। देश को करीब 100 शहरों में ऐसे एटीएम लगाए गए हैं। यह एटीएम यह ATM सोने की शुद्धता तुरंत बताता है, लाइव कीमत दिखाता है और आप बैंक से पैसे भी ट्रांसफर कर सकते हैं।
हाइलाइट्स
- चीन के करीब 100 शहरों में लगा है गोल्ड एटीएम
- इसके जरिए सोना बेचा और खरीदा जा सकता है
- यह सोने की शुद्धता और लाइव कीमत भी बताता है
नई दिल्ली:
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकॉनमी वाला देश इनोवेशन के मामले में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश के सबसे बड़े शहर शंघाई के एक बड़े शॉपिंग मॉल में एक अनोखा ATM लगा है। यह शंघाई का पहला गोल्ड ATM है। दुनिया में सोने की कीमत बढ़ने के साथ ही यह छोटी मशीन लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रही है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक इस ATM पर लोगों की भीड़ लगी रहती है। यह ATM सोने को 1,200 डिग्री सेल्सियस पर पिघलाता है, सोने की शुद्धता तुरंत बताता है, लाइव कीमत भी दिखाता है और आप बैंक से पैसे भी ट्रांसफर कर सकते हैं। इस एटीएम की ये खूबियां ग्राहकों को बहुत पसंद आ रही हैं।
इस ATM से सोना का ट्रांजैक्शन बहुत आसान है। सबसे पहले यह मशीन सोने का वजन करती है। यह देखती है कि सोना 99.99% शुद्ध है या नहीं। फिर शंघाई गोल्ड एक्सचेंज की लाइव रेट के हिसाब से मशीन पैसे का हिसाब करती है। इसमें से थोड़ा सा सर्विस चार्ज काटा जाता है। X पर एक यूजर ने इस मशीन के बारे में कहा, 'वाह! उम्मीद है कि हम जल्द ही भारत में भी सोने का ATM देखेंगे।' एक अन्य यूजर ने मजाकिया अंदाज में कहा कि यह भारत के लिए बढ़िया प्रोडक्ट है, लेकिन चेन स्नैचरों के लिए भी मजेदार है।
चीन में सोने की अहमियत
भारत की तरह चीन में भी सोने को समृद्धि और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। शादी, बच्चे के जन्म और त्योहारों पर सोने के तोहफे दिए जाते हैं। रिपोर्ट के अनुसार इस ATM को शेनझेन की कंपनी Kinghood Group ने बनाया है। यह ATM चीन के लगभग 100 शहरों में लग चुका है। शंघाई में भी एक और गोल्ड एटीएम लगने वाला है। इससे पता चलता है कि लोग अब ATM से सोना खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। जैसे-जैसे सोने की कीमत बढ़ेगी, ये मशीनें और भी ज्यादा लोकप्रिय होंगी। ग्राहक बिना किसी झंझट के आसानी से सोना खरीद और बेच सकेंगे।
EV: चीन महत्वपूर्ण ईवी टेक्नोलॉजी पर निर्यात नियंत्रण की बना रहा है योजना, जानें इसके क्या हैं मायने?
सार
चीन लिथियम, गैलियम और बैटरी कैथोड उत्पादन, ईवी बैटरी और सेमीकंडक्टर मैन्युफेक्चरिंग के लिए महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स से संबंधित टेक्नोलॉजी पर नए निर्यात प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहा है।
चीन वैश्विक इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) उद्योग के लिए महत्वपूर्ण खनिजों को निकालने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली प्रौद्योगिकियों पर नए निर्यात प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहा है। जो संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ चल रही तकनीकी प्रतिद्वंद्विता में इजाफे का इशारा करता है। सीएनएन की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।
प्रस्तावित उपाय, अगर मान लिए जाते हैं, तो लिथियम, गैलियम और बैटरी कैथोड उत्पादन से संबंधित टेक्नोलॉजी को लक्षित करेंगे। जो ईवी बैटरी और सेमीकंडक्टर मैन्युफेक्चरिंग के लिए महत्वपूर्ण घटक हैं।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने सार्वजनिक टिप्पणियों के लिए एक नोटिस में इस प्रस्ताव का एलान किया । इसे उच्च तकनीक उत्पादन के लिए आवश्यक सामग्रियों को नियंत्रित करने के चीन के चल रहे प्रयास के संभावित विस्तार के रूप में देखा जा रहा है। ये कदम तब उठाए गए हैं जब चीन ने हाल ही में अमेरिकी सेमीकंडक्टर निर्यात प्रतिबंधों के प्रतिशोध में अमेरिका को गैलियम, जर्मेनियम और एंटीमनी जैसी प्रमुख सामग्रियों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने प्रस्ताव पर टिप्पणी करते हुए कहा, "हम आपको एक सिद्धांत के रूप में यह बता सकते हैं कि चीन निष्पक्ष, उचित और गैर-भेदभावपूर्ण निर्यात नियंत्रण उपायों को लागू करता है।" यह नई रणनीति ईवी के लिए वैश्विक सप्लाई चेन में चीन की शक्ति को और मजबूत करेगी। जिससे उसे महत्वपूर्ण संसाधनों पर ज्यादा नियंत्रण मिलेगा।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, लिथियम एक्सट्रैक्शन टेक्नोलॉजी पर प्रतिबंध के बड़े नतीजे हो सकते हैं। क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहन बैटरियों में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होने वाले लिथियम की मांग तेजी से बढ़ रही है।
काउंटरपॉइंट रिसर्च की एसोसिएट डायरेक्टर लिज ली ने सुझाव दिया कि इस कदम से बैटरी सप्लाई चेन में चीन की स्थिति मजबूत हो सकती है। जिससे पश्चिमी लिथियम उत्पादकों के लिए चीनी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना ज्यादा मुश्किल हो जाएगा।
उन्होंने बताया, "अगर प्रतिबंध या रोक लागू की गई तो इससे बैटरी इकोसिस्टम में चीन का प्रभुत्व काफी मजबूत हो जाएगा।"
चीन पहले से ही लिथियम बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी है, जो वैश्विक आपूर्ति का 70 प्रतिशत से ज्यादा प्रोसेसिंग (प्रसंस्करण) करता है। इस कदम का मकसद अपने बाजार हिस्से की रक्षा करना और यह सुनिश्चित करना होगा कि इसकी अपनी बैटरी सप्लाई चेन की आपूर्ति अच्छी तरह से हो।
बेंचमार्क मिनरल इंटेलिजेंस में बैटरी कच्चे माल के प्रमुख एडम वेब ने कहा, "ये प्रस्तावित उपाय इस उच्च बाजार हिस्सेदारी को बनाए रखने और चीन की घरेलू बैटरी सप्लाई चेन के लिए लिथियम रासायनिक उत्पादन को सुरक्षित करने के लिए एक कदम होगा।"
ट्रंप प्रशासन के शपथग्रहण से पहले इस प्रस्ताव का समय ट्रेड वार (व्यापार युद्ध) में लाभ उठाने के लिए एक रणनीतिक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। ईवी और लिथियम-आयन बैटरी की वैश्विक मांग में उछाल आने की उम्मीद के साथ, इन महत्वपूर्ण सामग्रियों पर चीन का नियंत्रण और भी अधिक प्रभावशाली हो सकता है। यह कदम BYD और CATL जैसी चीनी कंपनियों की योजनाओं को भी जटिल बनाता है, जो अपनी वैश्विक पहुंच का विस्तार कर रही हैं।
प्रस्तावित निर्यात नियंत्रणों के साथ-साथ, चीन ने लॉकहीड मार्टिन और रेथियॉन जैसे रक्षा ठेकेदारों सहित 28 अमेरिकी कंपनियों को अपनी निर्यात नियंत्रण सूची में शामिल कर लिया है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ये कार्रवाइयां महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी और सामग्रियों के व्यापार को लेकर बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव पर रोशनी डालती हैं।
चूंकि चीन वैश्विक सप्लाई चेन में अपनी भूमिका का लाभ उठाना जारी रखे हुए है। इसलिए पश्चिमी देशों को भी इसका जवाब देने के लिए बाध्य होना पड़ सकता है। क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच चल रहा व्यापार युद्ध ईवी टेक्नोलॉजी और वैश्विक उद्योगों के भविष्य को आकार दे रहा है।
दिशा पाटनी की बहन, पूर्व सेना अधिकारी खुशबू पाटनी बनीं नन्ही बच्ची की ‘हीरो’, बरेली में लावारिस बच्ची को बचाया
"खुशबू पाटनी, जो पूर्व सेना अधिकारी और अभिनेत्री दिशा पाटनी की बहन हैं, ने बरेली में एक लावारिस नवजात बच्ची को बचाकर अपनी करुणा (दया) और बहादुरी का परिचय दिया, जिसके लिए उन्हें चारों ओर से सराहना मिली।"
नई दिल्ली:
एक दिल को छू लेने वाले और साहसिक कार्य में, बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी की बहन खुशबू पाटनी ने अपनी निस्वार्थ मानवीय भावना के लिए इंटरनेट का ध्यान आकर्षित किया है।
भारतीय सेना में पूर्व लेफ्टिनेंट रह चुकीं खुशबू की तेज़ सूझ-बूझ और दृढ़ संकल्प के चलते रविवार सुबह बरेली में एक लावारिस नवजात बच्ची को बचाया गया, जिसे देखकर लोग हैरान रह गए और उनकी सराहना कर रहे हैं।
सुबह की सैर बनी एक जीवन-रक्षक मिशन
खुशबू अपनी सुबह की सैर पर निकली थीं, जब उन्हें अपने घर के पास एक पुरानी और जर्जर इमारत से किसी के धीमे रोने की आवाज़ सुनाई दी। जब उन्होंने जाकर जांच की, तो देखा कि वहां करीब नौ से दस महीने की एक बच्ची ज़मीन पर पड़ी थी, जो रो रही थी और घायल भी लग रही थी।
इमारत के अंदर जाने का कोई स्पष्ट रास्ता नहीं था, लेकिन खुशबू ने एक पल की भी देरी नहीं की। उन्होंने बहादुरी से दीवार फांदकर उस बच्ची तक पहुंचने का फैसला किया, जो गंभीर रूप से मदद की ज़रूरत में थी।
सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में, खुशबू को बच्ची को गोद में लेकर उसे शांत कराते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में वह भावुक होकर कहती हैं:
“अगर आप बरेली से हैं और यह बच्ची आपकी है, तो बताइए कि आपने उसे ऐसी हालत में क्यों छोड़ा? ऐसे माता-पिता पर शर्म आती है।”
उनका संदेश एक विनती के साथ खत्म होता है:
“कृपया इस बच्ची की पहचान करें और उसकी तस्वीरें साझा करें।”
यह घटना न केवल बहादुरी और मानवीयता की मिसाल है, बल्कि समाज को जिम्मेदारी और संवेदनशीलता का संदेश भी देती है।
खुशबू उस नवजात बच्ची को तुरंत अपने घर ले गईं, जहां उन्होंने प्राथमिक उपचार (First Aid) दिया और उसे दिलासा दिया।
उन्होंने बच्ची से वादा किया कि अब वह सुरक्षित रहेगी और उसकी पूरी देखभाल की जाएगी।
इसके बाद, पुलिस को तुरंत सूचना दी गई, और बच्ची को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया।
यह पूरा घटनाक्रम दिखाता है कि कैसे एक संवेदनशील और साहसी कदम किसी की जान बचा सकता है।
🌟 इंटरनेट पर सराही गई खुशबू की करुणा
खुशबू द्वारा इंस्टाग्राम पर साझा किया गया यह वीडियो वायरल हो गया है, जिसे हज़ारों लोगों ने देखा और उनकी बहादुरी की जमकर प्रशंसा की।
कैप्शन में उन्होंने लिखा:
"जाको राखे साईंया, मार सके न कोय।"
(जिसे भगवान बचाते हैं, उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता।)
खुशबू ने आगे लिखा:
"मुझे उम्मीद है कि अधिकारियों द्वारा बच्ची की सही देखभाल की जाएगी और मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि वह सुरक्षित हाथों में जाए।"
उनके इस नेक संदेश ने लोगों के दिलों को छू लिया।
पोस्ट को न केवल आम लोगों से समर्थन मिला बल्कि बॉलीवुड अभिनेत्री भूमि पेडनेकर ने भी कमेंट किया:
"भगवान बच्ची और आपको आशीर्वाद दें!"
एक यूज़र ने लिखा:
"एक बार सैनिक, हमेशा ड्यूटी पर। आपको सलाम, मैम!"
इसने दिखाया कि सेना से रिटायर होने के बाद भी खुशबू की सेवा भावना और मानवता के प्रति समर्पण आज भी कायम है।
⚖️ इंसाफ की पुकार
खुशबू के साहसी कार्य ने भारत में लावारिस बच्चों की स्थिति को लेकर चिंता भी जताई है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बच्ची को वहां किसने छोड़ा।
सर्कल ऑफिसर (सिटी-1) पंकज श्रीवास्तव ने पुष्टि की है कि
"पुलिस बच्ची को न्याय दिलाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।"
🧘♀️ एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व
अब एक फिटनेस कोच और उद्यमी (Entrepreneur) के रूप में कार्य कर रहीं खुशबू पाटनी ने यह साबित कर दिया है कि
हीरो बनने के लिए कोई बड़ी लड़ाई या मंच ज़रूरी नहीं—कभी-कभी सही समय पर लिया गया एक फैसला किसी की ज़िंदगी बचा सकता है।
💖 मानवता की मिसाल
खुशबू का यह निस्वार्थ और साहसी कार्य हमें यह याद दिलाता है कि
दयालुता और बहादुरी किसी भी परिस्थिति में उभर सकती है, और हम सभी में किसी की ज़िंदगी बदलने की ताकत होती है।
अगर चाहें, मैं इस पूरी घटना को एक सुंदर पोस्टर या वीडियो स्क्रिप्ट में भी बदल सकता हूँ।
Rolls Royce: अब करोड़ों की इस लग्जरी कार से चोरों का पीछा करेगी Miami Police, लोगों के रिएक्शन वायरल
मियामी पुलिस के बेड़े में शामिल कार रोल्स-रॉयस घोस्ट है. इसके प्राइस की बात करें तो एक्स-शोरूम 6.95 करोड़ से शुरू होती है और टॉप मॉडल के लिए 7.95 करोड़ तक जाती है.
Miami Police Rolls Royce Car:
मियामी पुलिस के सोशल मीडिया पर शेयर किया गया एक वीडियो लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है और उन्हें आश्चर्यचकित कर दिया है. क्योंकि इसमें दुनिया की पहली रोल्स-रॉयस पुलिस कार दिखाई गई है. वीडियो में, विभाग अपने बेड़े में इस नई लग्जरी कार को दिखाता हुआ नजर आ रहा है.
मियामी पुलिस ने क्या कहा
मियामी पुलिस विभाग ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा "एमबीपीडी और पेशेवर कर्मचारी हमारे निवासियों और आगंतुकों के प्रति हमारी अद्वितीय प्रतिबद्धता में समर्पण और गुणवत्ता पुलिसिंग के उच्चतम मानकों का उदाहरण देते हैं. हम एमबीपीडी भर्ती टीम में इस शानदार साथी को शामिल करते हुए रोमांचित हैं.”
रोल्स-रॉयस पुलिस कार पर एक्स यूजर्स ने क्या कहा?
एक एक्स यूजर ने मजाक में कहा "मुझे नहीं पता क्यों, लेकिन मुझे मियामी बीच में बार-बार सड़क पार करने का मन कर रहा है ताकि मैं उसमें सवारी कर सकूं." एक अन्य ने कहा, "यह मजेदार होगा जब कोई रोल्स रॉयस पुलिस कार चुरा लेगा." एक तीसरे यूजर ने कहा कि, "माफ करना, अधिकारी, क्या आप कृपया मुझे गिरफ्तार कर सकते हैं? मैं इस कार के अंदर देखने के लिए बेताब हूं”. एक चौथे यूजर ने लिखा, "वाह, यह अविश्वसनीय लग रहा है. मियामी बीच पुलिस विभाग (MBPD) एक पूरी तरह से मान्यता प्राप्त कानून प्रवर्तन एजेंसी है, जो एक्सीलेंस के लिए इस संगठन की चल रही खोज के हिस्से के रूप में हर अवसर का पीछा करने और सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए समर्पित है."
कौन सी है कार?
मियामी पुलिस के बेड़े में शामिल कार रोल्स-रॉयस घोस्ट है. प्राइस की बात करें तो एक्स-शोरूम 6.95 करोड़ से शुरू होती है और टॉप मॉडल के लिए 7.95 करोड़ तक जाती है. रोल्स-रॉयस घोस्ट 2 वेरिएंट में उपलब्ध है. इसके बेस मॉडल में V12 इंजन मिलता है वहीं टॉप एंड वेरिएंट V12 एक्सटेंडेड से लैस है.
Bullet Train: भारत को दो बुलेट ट्रेन सौगात में देगा जापान, 600 करोड़ की लागत वाली पहली दो'रफ्तार की रानी' मिलेगी मुफ्त
जापान भारत को दो बुलेट ट्रेन की सौगात देने जा रहा है। 600 करोड़ की लागत वाली रफ्तार की रानी जापान भारत को मुफ्त में देने जा रहा है।
Bullet Train:
भारत और जापान के बीच की दोस्ती कितनी गहरी है, ये बात किसी से छिपी हुई नहीं है। जापान अपने खास दोस्त भारत को दो बुलेट ट्रेन मुफ्त में देने वाला है। 600 करोड़ की लागत वाली दो रफ्तार की रानी जापान भारत को देने जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों ट्रेन की डिलीवरी 2026 की शुरुआत में होने वाली है। मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए जापान दो शिंकानसेन ट्रेन E5 और E3 भारत को मुफ्त में देने जा रहा है।
बता दें, ई5 और ई3 बुलेट ट्रेन के कॉरिडोर प्रोजेक्ट, जो 508 किलोमीटर लंबा है, का लगभग 71 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इसका मतलब ये है कि 508 किमी में से 360 किमी तक का काम पूरा किया जा चुका है। इस कॉरिडोर के फाइनेंस, कंस्ट्रक्शन, मेंटेनेंस, और मैनेजमेंट की जिम्मेदारी NHSRCL (National High Speed rail Corporation) के पास है। केंद्र सरकार ने 2016 में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए इस कंपनी की स्थापना की थी।
समुद्र ने अंदर से गुजरेगी बुलेट ट्रेन
मुंबई-अहमदाबाद रूट पर बुलेट ट्रेन की मैक्सिमम स्पीड 350 km/h होगी। मुंबई से अहमदाबाद के बीच 508 किमी का सफर बुलेट ट्रेन तीन घंटे में तय करेगी। फिलहाल इसे के के5 से 8 घंटे में तय किया जाता है। बुलेट ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 350 किमी प्रति घंटा होगा। वहीं मुंबई से अहमदाबाद के बीच 12 स्टेशन मुंबई, ठाणे, विरार, भोइसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वड़ोदरा, आणंद, अहमदाबाद और साबरमती हो सकते हैं। खास बात ये है कि इनमें मुंबई स्टेशन अंडरग्राउंड होगा। वहीं मुंबई में 7 किमी हिस्सा समुद्र के अंदर होगा। इसके अलावा ये ट्रेन 70 हाईवे, 21 नदियों को पार करेगी।
भारत और जापान में एक साथ आ सकता E10 मॉडल
जापान बुलेट ट्रेन के E10 मॉडल पर काम कर रहा है। बुलेट ट्रेन का ई10 मॉडल आज की नई तकनीकों से लैस, काफी तेज और काफी मॉडर्न होगा। खास बात ये है कि E10 मॉडल को एक साथ भारत और जापान में लॉन्च करने की योजना पर विचार किया जा रहा है। अगर सबकुछ सफल रहा तो बुलेट ट्रेन का E10 मॉडल एक साथ ही भारत और जापान में आएगा।
हैदराबाद यूनिवर्सिटी में पेड़ों की कटाई, तेलंगाना सरकार को फटकार:सुप्रीम कोर्ट बोला- मुख्य सचिव को बचाना है तो बताएं 100 एकड़ जंगल बहाल कैसे होगा
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को हैदराबाद यूनिवर्सिटी के बगल में एक भूखंड पर पेड़ों को काटने की जल्दबाजी में की गई कार्रवाई के लिए तेलंगाना सरकार को फटकार लगाई। कोर्ट ने निर्देश दिया कि अगर वह चाहती है कि उसके मुख्य सचिव को किसी भी गंभीर कार्रवाई से बचाया जाए तो वह 100 एकड़ वन भूमि को पहले जैसा करने की योजना लेकर आए।
पेड़ों को काटने की कांग्रेस सरकार की जल्दबाजी पर सवाल उठाते हुए जस्टिस बीआर गवई और जस्टिसऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच ने यह भी कहा कि वह पर्यावरण की सुरक्षा के लिए 'ऑउट ऑफ दे वे' जाने से पीछे नहीं हटेगी। बेंच ने यह भी कहा कि कांचा गाचीबोवली फॉरेस्ट एरिया में इस भूमि पर एक भी पेड़ नहीं काटा जाना चाहिए।
जस्टिस गवई ने तेलंगाना सरकार के वकील अभिषेक सिंघवी से कहा कि अपनी कार्रवाई को सही ठहराने के बजाय, आपके लिए बेहतर होगा कि इस बारे में कोई योजना बनाकर लाएं कि आप उस 100 एकड़ भूमि को कैसे बहाल करेंगे। वरना हम नहीं जानते कि आपके कितने अधिकारियों को उसी जगह पर बनाई जाने वाली अस्थायी जेल में जाना पड़ेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- ऐसा करने की क्या जल्दी थी?
सुनवाई के दौरान जस्टिस गवई ने पूछा, "छुट्टियों के तीन दिनों में ऐसा करने की क्या जल्दी थी? हमें केवल इस बात की चिंता है कि सक्षम प्राधिकारी की परमिशन के बिना बड़ी संख्या में पेड़ों को कैसे गिराया गया। बुलडोजर का इस्तेमाल कैसे किया गया। यदि आप निर्माण करना चाहते थे, तो आपको प्रक्रिया का पालन करना चाहिए था, परमिशन लेनी चाहिए थी।
बेंच ने कहा- हमें केवल पर्यावरण को होने वाले नुकसान की चिंता है। बेंच ने तेलंगाना सरकार को केंद्रीय अधिकार प्राप्त समिति (सीईसी) की रिपोर्ट पर अपना जवाब दाखिल करने के लिए चार सप्ताह का समय दिया और मामले की अगली सुनवाई 15 मई को तय की है। साथ ही कहा कि इस बीच, वहां एक भी पेड़ नहीं काटा जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की बड़ी बातें...
- हम ऐसे वीडियो देखकर हैरान है जिसमें शाकाहारी जानवर आश्रय की तलाश में भाग रहे हैं। इनमें से कुछ जानवरों को आवारा कुत्तों ने काट लिया।
- हम तेलंगाना राज्य के वन्यजीव वार्डन को निर्देश देते हैं कि वह 100 एकड़ वनों की कटाई के कारण प्रभावित वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए आवश्यक तत्काल कदमों की जांच करें और उन्हें लागू करें।
क्या था हैदराबाद यूनिवर्सिटी से जुड़ा पूरा मामला
हैदराबाद विश्वविद्यालय कैंपस में बन रहे आईटी पार्क के लिए 400 एकड़ में फैले पुराने जंगल को नष्ट किया जा रहा था। आईटी पार्क बनाने के का विरोध कर रहे छात्रों और पुलिस के बीच 30 मार्च को खूब हंगामा हुआ।
छात्र पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं की वजह से प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे थे। जमीन साफ करने के लिए पुलिस की मौजूदगी में दर्जनों बुलडोजर लाए गए थे। इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने 2 अप्रैल को यूनिवर्सिटी के पास की 400 एकड़ जमीन पर पेड़ों की कटाई का संज्ञान लिया था। कोर्ट ने तेलंगाना हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को साइट का दौरा कर रिपोर्ट पेश करने का भी निर्देश दिया था।
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सुप्रीम कोर्ट परिसर के 26 पेड़ों को ट्रांसप्लांट की मंजूरी:260 नए पेड़ लगाने के शर्त पर दिल्ली हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया
सुप्रीम कोर्ट भवन के विस्तार के लिए दिल्ली हाईकोर्ट ने परिसर में खड़े 26 पेड़ों के ट्रांसप्लांट की मंजूरी दे दी है। इस प्रोजेक्ट के तहत नए कोर्टरूम, कॉन्स्टीट्यूशनल कोर्ट, जजों के चैबंर और वकीलों के लिए अच्छी सुविधाएं बनाई जाएंगी। दरअसल सुप्रीम कोर्ट प्रोजेक्ट डिविजन-1 और सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (CPWD) ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर 26 पेड़ ट्रांसप्लांट करने की परमिशन मांगी थी। इसको जस्टिस जस्मीत सिंह की बेंच ने मंजूरी दे दी।
US Vs China Trade War: टैक्स बढ़ाने पर भड़का ड्रैगन! ट्रंप के 'ट्रेड वार' पर चीन ने अमेरिका को दी चेतावनी, कोई भी नहीं जीतेगा ये जंग
चीन ने मंगलवार को चेतावनी दी कि "कोई भी व्यापार युद्ध नहीं जीतेगा", यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन और अन्य देशों से आयातित सामानों पर भारी शुल्क लगाने की घोषणा के बाद आया.
चीन ने मंगलवार को चेतावनी दी कि "कोई भी व्यापार युद्ध नहीं जीतेगा", यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन और अन्य देशों से आयातित सामानों पर भारी शुल्क लगाने की घोषणा के बाद आया. ट्रंप ने यह कदम अवैध नशीले पदार्थों की तस्करी और आप्रवासन के मुद्दों के संदर्भ में उठाने की बात की थी.
चीन के अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंगयू ने एएफपी को भेजे गए एक ईमेल में कहा, "चीन का मानना है कि चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापार सहयोग आपसी लाभकारी है." उनका यह बयान ट्रंप के आरोपों और व्यापार युद्ध की धमकी के जवाब में था.
सोमवार को ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म "ट्रुथ सोशल" पर कई पोस्ट किए, जिसमें उन्होंने अमेरिका के सबसे बड़े व्यापार साझेदारों पर शुल्क लगाने की योजना का एलान किया. उन्होंने विशेष रूप से चीन को 10 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की बात की, जिसे वह फेंटनाइल तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करने में विफलता के रूप में देख रहे थे.
ट्रंप के बयान के बाद, जब चीन के विदेश मंत्रालय से पूछा गया कि क्या बीजिंग ने ट्रंप की टीम से बातचीत करने की कोशिश की है, तो मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, "हम संवाद और संपर्क बनाए रखने के लिए हमेशा तैयार हैं."
ट्रंप का यह कदम उनके आर्थिक एजेंडे का अहम हिस्सा है, जिसमें वह अपने अभियान के दौरान बड़े पैमाने पर शुल्क लगाने की बात कर चुके थे. अमेरिका लंबे समय से यह आरोप लगाता आया है कि चीन फेंटनाइल तस्करी में मदद कर रहा है, जो अमेरिका में कई समुदायों को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है.
चीन के दूतावास के प्रवक्ता लियू ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि बीजिंग इस तस्करी को रोकने के लिए कई कदम उठा रहा है. उन्होंने कहा, "ये सभी तथ्य यह साबित करते हैं कि चीन जानबूझकर फेंटनाइल के प्रीकर्सर्स को अमेरिका में भेजने का काम नहीं कर रहा है."
यह मामला सिर्फ व्यापार युद्ध से जुड़ा नहीं है, बल्कि इसे चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव और आपसी व्यापारिक रिश्तों की जटिलताओं के रूप में भी देखा जा सकता है. यदि दोनों देशों के बीच संवाद और समझौते का रास्ता नहीं खुलता है, तो यह दोनों देशों और वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए गंभीर परिणाम उत्पन्न कर सकता है.
वैज्ञानिकों की चीख ही निकल गई! जब पहली बार जिंदा देखा समंदर का सबसे रहस्यमय जीव
Colossal Squid Live Video: वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिका के पास गहरे समुद्र में पाए जाने वाले रहस्यमय जीव 'कोलोसल स्क्विड' को पहली बार जिंदा देखा है. आप भी देखिए, हैरान करने वाली वीडियो फुटेज.
नई दिल्ली: अब तक समुद्र की गहराइयों में छिपा रहा एक रहस्यमयी दैत्य आखिरकार कैमरे के सामने आ गया है. अंटार्कटिका के बर्फीले पानी में वैज्ञानिकों ने पहली बार कोलोसल स्क्विड को जीवित और तंदुरुस्त देखा. यह नजारा इतना अद्भुत था कि रिसर्चर्स की सांसें थम सी गईं. ‘कोलोसल स्क्विड’ दुनिया का सबसे भारी बिना रीढ़ वाला जीव है. यह 23 फीट लंबा और 500 किलो तक वजनी हो सकता है. इसकी आंखें किसी भी ज्ञात प्राणी से बड़ी हैं (फुटबॉल के आकार की!). इसके आठ हाथों और दो लंबे टेंटकल्स पर घूमने वाले हुक होते हैं
जिंदा पहली बार कैमरे में कैद हुआ
9 मार्च की वह ऐतिहासिक सुबह… रिसर्च वेसल ‘फाल्कर (टू)’ का रिमोट कंट्रोल सबमर्सिबल ‘सुबास्टियन’ अंटार्कटिका के पास 600 मीटर गहराई में उतरा ही था कि अचानक कैमरे में एक छोटा सा प्रेत दिखाई दिया. ऑकलैंड यूनिवर्सिटी की डॉ. कैट बोल्स्टैड ने जैसे ही उस जीव के हाथों पर घूमते हुक देखे, वह चीख उठीं: ‘यह वही है! हमने ढूंढ लिया!’
मंदिरों का सोना अब विकास की चाबी! इस राज्य ने पिघलाया 1000 किलो सोना, कमाया करोड़ों का ब्याज
Tamil Nadu Temple News: तमिलनाडु के 21 मंदिरों में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए 1,000 किलोग्राम से ज्यादा सोने के सामान को पिघलाकर 24 कैरेट की छड़ों में बदल दिया. अब सोने की छड़ों से सालाना 17.81 करोड़ रुपये की कमाई हो रही है.
Tamil Nadu Temple News: तमिलनाडु सरकार ने गुरुवार को बताया कि राज्य के 21 मंदिरों में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए 1,000 किलोग्राम से ज्यादा सोने के सामान को पिघलाकर 24 कैरेट की छड़ों में बदलकर बैंकों में जमा कर दिया. सरकार ने कहा कि सोने की छड़ों के इस इन्वेस्टमेंट से उसे सालाना 17.81 करोड़ रुपये का इंटरेस्ट मिल रहा है.
मंदिरों में चढ़ाए गए सोने ( GOLD ) के ऐसे सामान, जिनका इस्तेमाल नहीं किया गया था, उन्हें मुंबई में मौजूद सरकारी टकसाल में पिघलाकर 24 कैरेट की छड़ों में बदल दिया गया और गोल्ड इन्वेस्टमेंट स्कीम के तहत भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में निवेश कर दिया गया.
हिंदू धार्मिक एवं धर्मार्थ निधि विभाग ( Charitable Fund Department ) के मंत्री पी के शेखर बाबू द्वारा विधानसभा में पेश नीति लेख में कहा गया, 'निवेश से अर्जित ब्याज का इस्तेमाल संबंधित मंदिरों के विकास के लिए किया जाता है.'
हर साल 17.81 करोड़ रुपये का ब्याज
स्कीम के इम्प्लीमेंटेशन की निगरानी के लिए राज्य के तीनों क्षेत्रों के लिए रिटायर्ड जस्टिस की अध्यक्षता में तीन समितियां गठित की गई हैं. सोने की छड़ों के 31 मार्च तक के इन्वेस्टमेंट का ब्योरा देते हुए लेख में कहा गया, ' राज्य के 21 मंदिरों से प्राप्त 10,74,123.488 ग्राम शुद्ध सोने पर हर साल 17.81 करोड़ रुपये का ब्याज प्राप्त हुआ, जो निवेश के वक्त सोने के मूल्य के अनुसार निर्धारित किया गया.'
चांदी को पिछलाने की दी इजाजत
मंदिरों में से तिरुचिरापल्ली जिले के समयपुरम में अरुलमिगु मरिअम्मन मंदिर ने इन्वेस्टमेंट स्कीम के लिए सबसे ज्यादा 4,24,266.491 ग्राम (करीब 424.26 किलोग्राम) सोना (GOLD) दिया. मानव संसाधन एवं संवर्द्धन विभाग ( Department of Human Resource and Promotion ) के कंट्रोल में मंदिरों में ‘अप्रयुक्त एवं अनुपयोगी’ चांदी की वस्तुओं को सरकार द्वारा अप्रूव्ड निजी चांदी प्रगलन कंपनियों ( Private silver smelting companies ) द्वारा मंदिर कैंपस में तीन न्यायाधीशों की अध्यक्षता वाली क्षेत्रीय समितियों की मौजूदगी में शुद्ध चांदी की सिल्लियों में पिघलाने की इजाजत दी गई है. बयान के मुताबिक, 'मौजूदा वक्त में मंदिरों में बिना इस्तेमाल की चांदी की वस्तुओं को पिघलाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.'
आंध्र प्रदेश में ऑनर किलिंग का संदिग्ध मामला: यासमीन बानो की हत्या के आरोप में पति ने ससुरालवालों पर लगाया आरोप
आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में एक मुस्लिम महिला, यासमीन बानो (26), की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। उनके पति, साई तेजा, ने आरोप लगाया है कि यह हत्या उनके अंतरधार्मिक विवाह के कारण 'ऑनर किलिंग' का परिणाम है।
यासमीन बानो और साई तेजा ने फरवरी 2025 में एक मंदिर में विवाह किया था। विवाह के बाद, यासमीन के परिवार ने इस रिश्ते का विरोध किया, जिसके कारण यासमीन और साई तेजा ने पुलिस सुरक्षा की मांग की थी। पुलिस ने दोनों के वयस्क होने की पुष्टि करने के बाद उन्हें सुरक्षा प्रदान की थी।
तीन दिन पहले यासमीन के परिवार ने उन्हें पिता की तबियत खराब होने का बहाना बनाकर घर बुलाया। साई तेजा ने उन्हें जाने की अनुमति दी। हालांकि, जब उन्होंने यासमीन से संपर्क करने की कोशिश की, तो परिवार ने पहले उन्हें अस्पताल में बताया, फिर बाद में उनकी मौत की सूचना दी।
यासमीन के परिवार का कहना है कि उनकी मौत आत्महत्या के कारण हुई, लेकिन साई तेजा ने हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उनके ससुराल वालों ने हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की।
यासमीन बानो और साई तेजा ने फरवरी 2025 में एक मंदिर में विवाह किया था। विवाह के बाद, यासमीन के परिवार ने इस रिश्ते का विरोध किया, जिसके कारण यासमीन और साई तेजा ने पुलिस सुरक्षा की मांग की थी। पुलिस ने दोनों के वयस्क होने की पुष्टि करने के बाद उन्हें सुरक्षा प्रदान की थी।
तीन दिन पहले यासमीन के परिवार ने उन्हें पिता की तबियत खराब होने का बहाना बनाकर घर बुलाया। साई तेजा ने उन्हें जाने की अनुमति दी। हालांकि, जब उन्होंने यासमीन से संपर्क करने की कोशिश की, तो परिवार ने पहले उन्हें अस्पताल में बताया, फिर बाद में उनकी मौत की सूचना दी।
यासमीन के परिवार का कहना है कि उनकी मौत आत्महत्या के कारण हुई, लेकिन साई तेजा ने हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उनके ससुराल वालों ने हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की।
प्रेमी के साथ मिलकर महिला ने की पति की हत्या, शव को शौचालय के गड्ढे में दबाया
भिवानी में पति की हत्या करने वाली यू-ट्यूबर पत्नी और उसके साथी को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। दोनों ने पुलिस पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया है। महिला ने साथी के साथ मिलकर घर पर ही पति की हत्या की थी।
पुलिस के अनुसार, आशिया ने 7 जून को अपने पति के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। जांच के दौरान यह सामने आया कि आशिया का उसी इलाके में रहने वाले सागर के सौतेले भाई सुहैल के साथ प्रेम संबंध था। पूछताछ के दौरान आशिया ने स्वीकार किया कि उसने सुहैल के साथ मिलकर अपने पति की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को शौचालय के गड्ढे में दबा दिया। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
डिजिटल डेस्क, मुजफ्फरनगर
मुजफ्फरनगर जिले में एक 25 वर्षीय महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की गला घोंट कर हत्या कर दी और उसके शरीर को सात फीट गहरे शौचालय के गड्ढे में दबा दिया। सागर अहमद (30) के रूप में पहचाने जाने वाले मृतक का शव गुरुवार शाम पुरकाजी थाना अंतर्गत मंडला गांव में हत्या के लगभग 10 दिन बाद मिला। पुलिस के मुताबिक, आशिया नाम की आरोपी महिला ने 7 जून को अपने पति के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि आशिया का उसी इलाके में रहने वाले सागर के सौतेले भाई सुहैल अहमद (28) के साथ प्रेम संबंध था। पुरकाजी थाने के एसएचओ ज्ञानेश्वर कुमार ने कहा, पूछताछ के दौरान आशिया ने स्वीकार किया कि उसने सुहेल के साथ मिलकर अपने पति की गला दबाकर हत्या कर दी और उसे शौचालय के गड्ढे में दबा दिया। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी (शहर), सत्यनारायण प्रजापति ने कहा, मजिस्ट्रेट को घटनास्थल पर बुलाया गया। खुदाई की गई और शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
जगन्नाथ मंदिर का ध्वज लेकर उड़ गया गरुड़? लोग जता रहे अनहोनी की आशंका, जानिए क्या है ध्वज का रहस्य
सार
Viral Video: वायरल वीडियों में देखा जा सकता है कि एक गरुड़ मंदिर के ध्वज को लेकर भगवान जगन्नाथ मंदिर के शिखर के चारों तरफ घूम रहा है। कई लोग इस घटना को भगवान जगन्नाथ की कोई लीला मान रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग इसे शुभ या अशुभ संकेत से जोड़ रहे हैं।
Jagannath Mandir Flag Facts:
ओडिशा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें एक गरुड़ मंदिर के शिखर पर लगे पवित्र ध्वज को अपने पंजों में दबाकर उड़ रहा है। वीडियो में यह अनोखा दृश्य देखकर लोग हैरान हैं, क्योंकि भगवान जगन्नाथ मंदिर का ध्वज हर दिन विशेष विधि से बदला जाता है। इसे बेहद शुभ मानते हैं। एक गरुड़ ध्वज लेकर उड़ गया तो लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। साथ ही आशंका का विषय भी बन चुका है।
वायरल वीडियों में देखा जा सकता है कि एक गरुड़ मंदिर के ध्वज को लेकर भगवान जगन्नाथ मंदिर के शिखर के चारों तरफ घूम रहा है। कई लोग इस घटना को भगवान जगन्नाथ की कोई लीला मान रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग इसे शुभ या अशुभ संकेत से जोड़ रहे हैं। इस वीडियो को सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर शेयर किया जा रहा है। इस पर लोग अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं।
फिलहाल मंदिर प्रशासन की तरफ से इस घटना को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में स्थानीय पुजारियों के हवाले से कहा गया है कि यह एक सामान्य प्राकृतिक घटना हो सकती है। हालांकि, श्रद्धालुओं की भावनाओं और मंदिर की परंपरा के मद्देनजर यह घटना चर्चा का विषय बन गई है
हालांकि, लोग अनहोनी की आशांका जता रहे हैं। क्योंकि इस पहले साल 2020 में आकाशीय बिजली के चमकने की वजह से मंदिर के ध्वज में आग लग गई थी। इसके ठीक बाद कोरोना महामारी से पूरी दुनिया में तबाही मच गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ स्थानीय लोगों ने कहा कि गरुड़ ने जिस ध्वज को पकड़ा हुआ है वह जगन्नाथ मंदिर का नहीं है, बल्कि किसी दूसरे मंदिर का है। आइए जानते हैं कि आखिर मंदिर के ध्वज का क्या रहस्य है?
विज्ञान को चुनौती देता है ध्वज
जगन्नाथ मंदिर के ध्वज की सबसे विशेष बात यह है कि हवा की दिशा कुछ भी हो, लेकिन ध्वज की दिशा हमेशा एक ही रहती है। यह विज्ञान को चुनौती देता है। इस घटना से वैज्ञानिक भी हैरान हैं। ध्वज के लहराने की दिशा निश्चित है, फिर हवा चाहे किसी भी दिशा की तरफ क्यों न चले।
हर दिन बदला जाता है ध्वज
जगन्नाथ मंदिर का ध्वज हर दिन बदला जाता है। मान्यता है कि जिस दिन ध्वज को किसी भी वजह से नहीं बदला गया तो यह स्थान आने वाले 18 सालों तक बंद रहेगा। अगर इस बीच मंदिर के कपाट खोल दिए गए तो प्रलय भी आ सकता है। इस मान्यता से लोग हैरान होते हैं। मंदिर के शिखर पर रोजाना एक पुजारी 45 मंजिल जितनी ऊंचाई पर चढ़ता है और ध्वज बदलता है।
प्रचलित कहानी
एक प्राचीन कहानी के मुताबिक, एक भक्त ने एक बार सपने में देखा कि भगवान जगन्नाथ के मंदिर झंडा फट गया है। इसके बाद मंदिर के पुजारियों को झंडा को उसी हालत में मिला। इसलिए, हर दिन एक नया झंडा फहराने की परंपरा शुरू हुई। माना जाता है कि पुराना झंडा बुरी ऊर्जा को खींच लेता है, इसलिए उसे बदल दिया जाता है।
1000 किलोग्राम का चक्र
मंदिर के ऊपर एक सुदर्शन चक्र लगा है, जिसका वजन करीब 1000 किलोग्राम है। विज्ञान भी हैरान है कि आखिर यह चक्र इतनी ऊंचाई पर कैसे पहुंचा? क्योंकि उस समय तकनीक भी इतनी विकसित नहीं थी।
Laser weapon system: भारत ने पहली बार दुनिया को दिखाया अपना लेजर हथियार, पलभर में मार गिराएगा दुश्मन के ड्रोन
सार
भारत ने पहली बार 30 किलोवाट लेजर आधारित हथियार प्रणाली की क्षमता का प्रयोग करके फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट, मिसाइल और स्वार्म ड्रोन को मार गिराने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। ऐसा करके भारत अमेरिका, चीन और रूस के बाद चौथा देश बन गया है। अब दुश्मन के ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराना आसान होगा।
विस्तार
भारत ने अब लेजर हथियार प्रणाली से दुश्मन के ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराने की क्षमता हासिल कर ली है। डीआरडीओ की तरफ से पहली बार इस 30 किलोवाट लेजर आधारित हथियार प्रणाली की क्षमता का प्रदर्शन किया गया। इस प्रणाली का उपयोग करके फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट, मिसाइल और स्वार्म ड्रोन को निशाना बनाया गया। ऐसा करके भारत अमेरिका, चीन और रूस सहित उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने ऐसी क्षमता दिखाई है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने बताया कि एमके-II(ए) लेजर-डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (डीईडब्ल्यू) प्रणाली का सफल परीक्षण राष्ट्रीय ओपन एयर रेंज (एनओएआर), कुरनूल में प्रदर्शित किया गया, जिसमें मिसाइलों, ड्रोन और छोटे प्रोजेक्टाइल को निष्क्रिय करने की तकनीक में महारत हासिल है। उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार, हमसे पहले अमेरिका, रूस और चीन ने लेजर हथियार प्रणाली का प्रदर्शन किया है। इस्राइल भी इसी तरह की क्षमताओं पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम इस प्रणाली का प्रदर्शन करने वाले दुनिया के चौथे या पांचवें देश हैं।
डीआरडीओ कई तकनीकों पर कर रहा काम: डॉ. कामत
डीआरडीओ अध्यक्ष डॉ. कामत ने आगे कहा कि यह सिर्फ एक शुरुआत है। डीआरडीओ कई तकनीकों पर काम कर रहा है, जो हमें स्टार वार्स क्षमता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा, 'इस सफलता में कई डीआरडीओ प्रयोगशालाओं, उद्योग और शैक्षिणक संस्थानों ने मिलकर काम किया है। मुझे यकीन है कि हम जल्द ही अपनी मंजिल तक पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम अभी और भी ताकतवर तकनीकों पर काम कर रहे हैं। इनमें उच्च ऊर्जा माइक्रोवेव, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स जैसी अन्य उच्च ऊर्जा प्रणालियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ये तकनीकें हमें स्टार वार्स जैसी क्षमता प्रदान करेंगी। आज जो आपने देखा, वह स्टार वार्स तकनीकों की दिशा में एक छोटा, लेकिन अहम कदम है।
2035 तक तैयार होगा पहला 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ विमान
भारत के पहले 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ विमान एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) के बारे में पूछे जाने पर डीआरडीओ अध्यक्ष डॉ. कामत ने कहा कि एक नया प्लेटफॉर्म विकसित करने में 10 से 15 साल लग जाते हैं। सीसीएस से परियोजना को मंजूरी मिलने के बाद, हमने यह यात्रा 2024 में ही शुरू की है। इसलिए हम 2035 का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।
AERO इंजन भी बनाएगा डीआरडीओ: अध्यक्ष
डीआरडीओ अध्यक्ष ने आगे कहा कि हम एक AERO इंजन प्रोजेक्ट पर भी शुरू करना चाहते हैं। यह तकनीक बहुत जटिल है। इसलिए हम जोखिमों को कम करने के लिए एक विदेशी कंपनी OEM के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि चौथी पीढ़ी के इंजन कावेरी से हमने बहुत कुछ सीखा है, लेकिन वर्तमान में इंजन तकनीक छठी पीढ़ी में चली गई है। इसलिए जोखिमों को कम करने के लिए डीआरडीओ विदेशी कंपनी के साथ काम करना चाहता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले कुछ महीनों में इस बारे में कुछ अच्छी खबर मिलेगी।
डीआईडब्ल्यू सिस्टम के प्रदर्शन के दौरान ये रहे मौजूद
डीईडब्ल्यू सिस्टम के आज के प्रदर्शन को डीडीआरएंडडी के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष ने देखा। उन्होंने डीआरडीओ टीम को बधाई दी और कहा कि सेवाओं में डीईडब्ल्यू एमके-II (ए) को शामिल करने से उनकी स्तरित वायु रक्षा क्षमता को बढ़ावा मिलेगा। परीक्षण के दौरान महानिदेशक (ईसीएस) के साथ-साथ डीआरडीओ लैब्स के निदेशक और अधिकारी भी मौजूद थे।
एमके-II(ए) डीआईडब्ल्यू प्रणाली की ये हैं खूबियां
- यह लेजर हथियार 360 डिग्री सेंसर से लैस है, जो किसी भी दिशा में सटीक निशाना लगाने में सक्षम है।
- इसे हवाई जहाज, ट्रेन, सड़क या समुद्र के रास्ते तुरंत तैनात किया जा सकता है।
- इसका डिजाइन इतना लचीला है कि इसे अलग-अलग सैन्य जरूरतों के लिए ढाला जा सकता है।
- पांच किलोमीटर की दूरी तक ड्रोन, हेलीकॉप्टर और मिसाइल जैसे हवाई खतरों को पलभर में नष्ट कर सकता है।
- यह दुश्मन के कम्युनिकेशन और सैटेलाइट सिग्नल को जाम कर सकता है
आंध्र प्रदेश: पवन कल्याण की पत्नी ने पूरा किया मन्नत, तिरुमला मंदिर में करवाया मुंडन संस्कार
पवन कल्याण की पत्नी अन्ना कोनीदेला ने अपने बेटे मार्क शंकर की सलामती के लिए तिरुमला मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर को बाल अर्पित किए। हाल ही में सिंगापुर में हुए अग्निकांड में उनके बेटे को चोटें आई थीं। रूसी मूल की अन्ना ने भारतीय परंपराओं का पालन करते हुए मुंडन संस्कार कराया और मंदिर में पूजा-अर्चना की। पवन कल्याण ने इसके लिए पीएम मोदी को शुक्रिया अदा किया है।
पीटीआई, तिरुपति।
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण की पत्नी अन्ना कोनीदेला ने रविवार को तिरुमला मंदिर में मुंडन करवा कर अपनी मन्नत पूरी की। यह मन्नत उन्होंने उस समय मांगी थी जब उनके बेटे मार्क शंकर एक दुर्घटना के शिकार हो गए थे।
मार्क शंकर हाल ही में सिंगापुर के एक समर कैंप में भाग लेते समय आग लगने की दुर्घटना में घायल हो गए थे। यह हादसा 8 अप्रैल को हुआ, जिसमें उन्हें हाथ और पैरों में जलन के साथ-साथ धुएं के कारण सांस संबंधी दिक्कतें भी हुईं।
मंदिर में आस्था जताते हुए अर्पित किए बाल
अन्ना कोनीदेला ने तिरुमला मंदिर स्थित पद्मावती कल्याण कट्टा में अपने बाल अर्पित किए और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया। जनसेना पार्टी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि अन्ना ने यह मन्नत की थी कि अगर उनके बेटे की जान बच गई तो वे भगवान वेंकटेश्वर को अपने बाल अर्पित करेंगी।
प्रेस रिलीज़ में आगे बताया गया कि पूजा में भाग लेने से पहले, अन्ना कोनीदेला ने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के नियमों के तहत गायत्री सदन में मंदिर अधिकारियों की मौजूदगी में एक घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने इस पत्र में भगवान वेंकटेश्वर में अपनी आस्था व्यक्त की।
रूसी मूल की हैं अन्ना कोनीदेला
गौरतलब है कि अन्ना कोनीदेला रूसी मूल की हैं और रूसी ऑर्थोडॉक्स क्रिश्चियन धर्म से ताल्लुक रखती हैं। इसके बावजूद उन्होंने भारतीय परंपरा और नियमों के अनुसार तिरुमला में मुंडन संस्कार कराकर भगवान में अपनी श्रद्धा प्रकट की।
DUSU: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव परिणाम घोषित, NSUI के रौनक खत्री चुने गए अध्यक्ष
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के नतीजे घोषित हो गए। NSUI के रौनक खत्री अध्यक्ष चुने गए। NSUI ने सात साल बाद संयुक्त सचिव पद पर भी जीत दर्ज की। ABVP के भानु प्रताप सिंह ने उपाध्यक्ष पद जीता।
नई दिल्ली
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के नतीजे सोमवार की शाम को घोषित हो गए। NSUI के रौनक खत्री अध्यक्ष चुने गए। NSUI ने सात साल बाद संयुक्त सचिव पद पर भी जीत दर्ज की। ABVP के भानु प्रताप सिंह ने उपाध्यक्ष पद जीता। ABVP ने सचिव पद पर कब्ज़ा बरकरार रखा।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की छात्र शाखा यानी नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने अपने सदस्य रौनक खत्री के दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष चुने जाने पर जश्न मनाया। NSUI ने सात साल बाद संयुक्त सचिव पद भी जीता है।
रौनक खत्री, जो NSUI से जुड़े हुए हैं, ने इस प्रदर्शन के दौरान कॉलेज प्रशासन पर छात्रों की आवाज़ दबाने और सहयोग न करने का आरोप लगाया। उन्होंने इंस्टाग्राम और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें दावा किया गया कि कॉलेज प्रशासन ने छात्रों की समस्याओं की अनदेखी की और पुलिस को बुलाकर उन्हें परिसर से बाहर निकालने की कोशिश की।
इस घटना के बाद, SRCC (श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स) के स्टाफ बॉडी ने रौनक खत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है, उन्हें 'अशिष्टता' और 'सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान' पहुंचाने के आरोप में दोषी ठहराया गया है।
इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रिया अभी तक स्पष्ट नहीं आई है, लेकिन यह घटना छात्रों और प्रशासन के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाती है।
22 सितंबर को हुए थे मतदान
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में छात्र संघ के चुनाव का मतदान 22 सितंबर को हुआ था। चुनाव मतदान प्रक्रिया दो पाली में हुई थी। दिन की पाली के छात्रों के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव के लिए मतदान हुए थे। वहीं शाम की पाली के छात्र दोपहर तीन बजे से मतदान किए थे। दिन की पाली के छात्र दोपहर एक बजे तक मतदान किए थे। जबकि शाम की पाली के छात्रों के पास अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए शाम साढ़े सात बजे तक कर सके थे। हालांकि मतो गिनती उसी दिन होने थे यानी चुनाव परिणाम उसी दिन घोषित होने थे, लेकिन किसी कारणवश इसे 25 नवबंर यानी आज के दिन के लिए टाल दिया गया था। मतो गिनती आज सुबह आठ बजे से नॉर्थ कैंपस में शुरू हुई।
तीन साल बाद हो रहा छात्र संघ चुनाव
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव इससे पहले 2019 में हुए थे। कोविड-19 महामारी के कारण 2020 और 2021 में चुनाव नहीं कराए जा सके थे जबकि शैक्षणिक कैलेंडर में संभावित व्यवधानों के कारण 2022 में इसका आयोजन नहीं हो सका। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), कांग्रेस की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी समर्थित स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) से संबद्ध भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी लेनिनवादी (CPI-ML) ने सभी चार पदों के लिए उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारे थे
साल 2019 में ABVP इतनी सीट जीती थी
ABVP ने 2019 DUSU चुनाव में चार सीटों में से तीन पर जीत दर्ज की थी। करीब एक लाख छात्र चुनाव में मतदान करेंगे। दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकतर कॉलेजों और संकायों के लिए DUSU एक मुख्य प्रतिनिधि निकाय है। हर कॉलेज का अपना छात्र संघ, चुनाव होता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने इरान को परमाणु बम बनाने से रोका, सैन्य हमले की दी चेतावनी
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 14 अप्रैल 2025 को इरान को चेतावनी दी कि यदि उसने परमाणु हथियारों के विकास की दिशा में अपनी गतिविधियाँ जारी रखी, तो अमेरिका इरान के परमाणु ठिकानों पर सैन्य हमला करने के लिए तैयार है। ट्रंप ने कहा था, "इरान को अपने परमाणु हथियार बनाने के सपने को छोड़ देना चाहिए, वरना उसे कठोर प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इरान वर्तमान में परमाणु बम बनाने के काफी करीब है। ट्रंप ने इस बयान को ओमान में अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकोफ और एक वरिष्ठ ईरानी अधिकारी के बीच हाल ही में हुई सकारात्मक वार्ता के संदर्भ में दिया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यदि वार्ता विफल होती है, तो सैन्य विकल्प पर विचार किया जाएगा।
इससे पहले, ट्रंप ने 2020 में भी इरान को चेतावनी दी थी कि यदि उसने अमेरिकी नागरिकों या संपत्तियों पर हमला किया, तो अमेरिका 52 ईरानी ठिकानों पर "बहुत तेज़ और बहुत कठोर" हमला करेगा। उन्होंने यह संख्या 1979 में तेहरान में अमेरिकी दूतावास से बंधक बनाए गए 52 अमेरिकी नागरिकों के प्रतीक के रूप में दी थी।
ट्रंप का यह बयान उनके रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चुनावी अभियान के दौरान आया था, जिसमें उन्होंने बाइडन प्रशासन की विदेश नीति पर आलोचना की थी।
📰 YESMADAM ने कमीशन हटाया, सर्विस प्रोफेशनल अब अपनी 100% कमाई रख सकेंगे
खबर का सार
YESMADAM (एक ऑन-डिमांड ब्यूटी और वेलनेस सर्विस ऐप) ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लिया है। कंपनी ने अपने टॉप सर्विस प्रोफेशनल्स से सारा कमीशन हटा दिया है, यानी अब वे अपनी पूरी कमाई (100%) खुद रख सकते हैं। पहले कंपनी कुछ प्रतिशत कमीशन लेती थी, लेकिन अब यह पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
YESMADAM ने हाल ही में एक नई नीति लागू की है जिसके तहत वे अपने सर्विस प्रोफेशनल्स से कोई कमीशन नहीं लेते, जिससे ये पेशेवर अपनी पूरी कमाई रख सकते हैं। इस पहल का उद्देश्य उनके काम को सम्मानित करना और उन्हें अधिक आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करना है।
हालांकि, दिसंबर 2024 में YESMADAM को लेकर एक विवाद सामने आया था। कंपनी ने कर्मचारियों से एक सर्वे में पूछा था कि क्या वे काम के तनाव से गुजर रहे हैं। जिन्होंने 'हां' में जवाब दिया, उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। इस कदम को लेकर कंपनी की आलोचना हुई थी, लेकिन बाद में कंपनी ने इसे एक 'पब्लिसिटी स्टंट' बताया और कहा कि इसका उद्देश्य कार्यस्थल पर तनाव के मुद्दे को उजागर करना था।
इस नई नीति के तहत, YESMADAM अपने सर्विस प्रोफेशनल्स को उनके काम के लिए पूरी कमाई रखने की अनुमति देती है, जिससे उन्हें अधिक आर्थिक स्वतंत्रता मिलती है। यह पहल उनके काम को सम्मानित करने और उन्हें बेहतर आर्थिक अवसर प्रदान करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
नोट बदलने की तैयारी? ₹10 और ₹500 के नए वर्जन पर RBI कर सकता है बड़ा फैसला
RBI Currency Change (आरबीआई मुद्रा परिवर्तन) : आजकल देश में एक खबर तेज़ी से चर्चा में है—RBI यानी भारतीय रिज़र्व बैंक ₹10 और ₹500 के नोटों को नए डिज़ाइन में लाने की तैयारी में है। पहले भी नोटों के डिज़ाइन और सुरक्षा फीचर्स बदले गए हैं, लेकिन इस बार का बदलाव कुछ खास माना जा रहा है। क्या इसका मतलब है कि पुराने नोट बंद हो जाएंगे? क्या इसका हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी पर असर पड़ेगा? आइए इस पूरे मुद्दे को सरल और स्पष्ट भाषा में समझते हैं।
RBI Currency Change : RBI का यह कदम क्यों ज़रूरी है?
देश में नकली नोटों की समस्या लगातार बनी हुई है। खासकर ₹500 के नोटों को लेकर अक्सर खबरें आती रहती हैं कि नकली नोट बाज़ार में घूम रहे हैं। ऐसे में नोटों में नए सिक्योरिटी फीचर्स जोड़ना और डिज़ाइन में बदलाव करना जरूरी हो जाता है।
- नकली नोटों को पहचानने में मुश्किल होती है
- टेक्नोलॉजी पुरानी हो चुकी है, जिसे अपडेट करना ज़रूरी है
- जनता को सुरक्षित लेन-देन की सुविधा मिल सके, इसके लिए नई व्यवस्था लानी पड़ती है
- नए नोटों में मशीनों की पढ़ने की क्षमता और ट्रैकिंग सिस्टम बेहतर होगा
आरबीआई मुद्रा परिवर्तन : क्या पुराने नोट बंद हो जाएंगे?
यह सवाल सबसे पहले हर किसी के मन में आता है। लेकिन अब तक की जानकारी के अनुसार, पुराने नोट तुरंत बंद नहीं किए जाएंगे। ठीक वैसे ही जैसे ₹2000 के नोट को भी धीरे-धीरे सिस्टम से बाहर किया गया था, लेकिन अचानक से उसका चलन नहीं रोका गया।
RBI की संभावित रणनीति:
- नए नोट बाजार में धीरे-धीरे लाए जाएंगे
- पुराने नोट भी समान रूप से चलते रहेंगे
- बैंक और एटीएम से नए नोटों की आपूर्ति बढ़ाई जाएगी
₹10 और ₹500 के नए नोट कैसे होंगे?
अभी तक RBI ने आधिकारिक रूप से इन नए नोटों की तस्वीरें जारी नहीं की हैं, लेकिन सूत्रों के मुताबिक इनमें कुछ बड़े बदलाव हो सकते हैं:
संभावित बदलाव:
- नोट का रंग थोड़ा बदल सकता है
- डिज़ाइन में महात्मा गांधी के साथ अन्य भारतीय धरोहरों को दिखाया जा सकता है
- सिक्योरिटी स्ट्रिप और वाटरमार्क पहले से ज्यादा एडवांस होंगे
- नोट की छपाई में इंक और पेपर क्वालिटी बेहतर होगी
- दिव्यांगजनों के लिए टच बेस्ड फीचर्स दिए जा सकते हैं
लोगों की जिंदगी पर क्या असर पड़ेगा?
जब भी नोटों में बदलाव आता है, आम लोगों की ज़िंदगी थोड़ी देर के लिए प्रभावित होती है। लेकिन अगर ये बदलाव सकारात्मक हों, तो इसका फायदा भी होता है।
आम जनता पर असर:
- शुरुआत में थोड़ा कंफ्यूजन हो सकता है, लेकिन धीरे-धीरे सब सहज हो जाता है
- दुकानदारों को शुरुआत में नए नोट पहचानने में समय लगेगा
- एटीएम और कैश वेंडिंग मशीनों को अपडेट करना पड़ेगा
व्यक्तिगत अनुभव:
जब 2016 में ₹500 और ₹1000 के नोट बंद हुए थे, तब मेरी खुद की दुकान थी। शुरुआत में बहुत दिक्कत आई, लेकिन धीरे-धीरे जब नए नोट चलन में आए तो लेन-देन आसान हो गया। अब अगर सिक्योरिटी और सुविधा दोनों बेहतर हो रहे हैं, तो ये बदलाव ज़रूरी है।
नकली नोटों की समस्या और सुरक्षा फीचर्स
भारत में नकली नोट एक गंभीर मुद्दा है। NIA और IB जैसी एजेंसियां लगातार इस पर काम कर रही हैं, लेकिन हर बार कुछ न कुछ नया तरीका निकल आता है। ऐसे में RBI का नोटों को अपडेट करना समय की मांग है।
नकली नोटों की सामान्य पहचान:
- रंग हल्का होता है
- सिक्योरिटी स्ट्रिप गायब होती है
- वाटरमार्क ठीक से नहीं दिखता
- छपाई की क्वालिटी खराब होती है
नए नोटों में यह सुरक्षा फीचर्स हो सकते हैं:
सुरक्षा फीचर | पुराने नोटों में | नए नोटों में (संभावित) |
---|---|---|
सिक्योरिटी थ्रेड | सीमित | मल्टी-लेयर थ्रेड |
वाटरमार्क | गांधीजी की फोटो | 3D वाटरमार्क |
माइक्रो टेक्स्ट | कम | उन्नत वर्जन |
इंक चेंज टेक्नोलॉजी | सीमित | हाइपर कलर इंक |
ब्रेल मार्किंग | कुछ में | अधिक विस्तृत |
QR कोड | नहीं | संभवतः जोड़ा जा सकता है |
RFID फीचर्स | नहीं | भविष्य में संभावित |
आम लोगों को क्या करना चाहिए?
अगर RBI नए नोट लाता है तो आम जनता को घबराने की ज़रूरत नहीं है। बस कुछ बातों का ध्यान रखना होगा:
- बैंक से नोट बदलने में कोई फीस नहीं ली जाएगी
- पुराने नोट अभी भी वैध होंगे
- दुकानदारों और व्यापारियों को जल्द से जल्द नए नोटों को पहचानने की ट्रेनिंग लेनी चाहिए
- नकली नोटों की पहचान की जानकारी सबको होनी चाहिए
बुद्धिमानी के कुछ सुझाव:
- कैश के साथ डिजिटल पेमेंट को भी अपनाएं
- बड़े लेन-देन में हमेशा नोट की जांच करें
- बच्चों को भी नए नोटों के बारे में जानकारी दें
क्या यह बदलाव ज़रूरी है?
बिलकुल। देश की अर्थव्यवस्था को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए नोटों में बदलाव समय-समय पर होते रहना चाहिए। ₹10 और ₹500 के नोट आम आदमी के सबसे ज़्यादा इस्तेमाल में आते हैं, ऐसे में इनका सिक्योर और यूज़र-फ्रेंडली होना बहुत जरूरी है।
आज जब तकनीक तेज़ी से बढ़ रही है और डिजिटल फ्रॉड आम हो गए हैं, तब RBI का यह कदम न केवल एक वित्तीय सुधार है बल्कि यह देश के हर नागरिक के हित में एक अहम पहल भी है।
BGMI बनाने वाली कंपनी की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट में घसीटा गया, लगा यह गंभीर आरोप
BGMI Krafton India: मोबाइल गेम बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया (BGMI) बनाने वाली कंपनी क्राफ्टन इंडिया मुश्किल में फंस गई है. कंपनी के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज हुई है. आइए आपको इसके बारे में बताते हैं.
Krafton India FIR: भारत में बहुत मशहूर मोबाइल गेम बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया (BGMI) बनाने वाली कंपनी क्राफ्टन इंडिया मुश्किल में फंस गई है. कंपनी के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज हुई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उन्होंने डेटा प्राइवेसी का उल्लंघन किया है और कॉन्ट्रैक्ट तोड़ा है. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं
महाराष्ट्र में दर्ज हुई FIR
टॉकईस्पोर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र के अकलूज पुलिस स्टेशन में क्राफ्टन इंडिया और उसके चार बड़े अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर (नंबर 0474/2024) दर्ज की गई है. आरोप है कि उन्होंने 2021 के एक एग्रीमेंट का उल्लंघन करते हुए गैरकानूनी तरीके से यूजर डेटा को दूसरों के साथ शेयर किया और उससे पैसे कमाए.
शिकायत के मुताबिक क्राफ्टन इंडिया पर आरोप है कि वह प्रति यूजर 2,000 रुपये की दर से यूजर्स का डेटा कंपनियों को लीक कर रही है. आपको बता दें कि BGMI काफी पॉपुलर गेम है. एंड्रॉयड पर इसे 10 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है और iOS पर भी भारी संख्या में लोग इसे खेलना पसंद करते हैं.
कब होगी सुनवाई?
यह एफआईआर 5 सितंबर 2024 को दर्ज की गई थी. ऐसा तब हुआ जब अदालत ने आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 156(3) के तहत आदेश दिया, क्योंकि पहले की शिकायतों पर कथित तौर पर ध्यान नहीं दिया गया था. इस मामले की सुनवाई 15 अप्रैल 2025 को बॉम्बे हाई कोर्ट में होनी है.
एफआईआर में कई कानूनी धाराओं का भी हवाला दिया गया है, जिसमें आपराधिक साजिश (IPC धारा 120-B), धोखाधड़ी (IPC धारा 420), और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के उल्लंघन, विशेष रूप से धारा 72, 72A और 85, जो डेटा सुरक्षा और अनधिकृत खुलासे से संबंधित हैं, शामिल हैं.
क्राफ्टन इंडिया ने दायर की याचिका
जवाब में क्राफ्टन इंडिया ने बॉम्बे हाई कोर्ट में दो याचिकाएं (नंबर 4806 और 5342/2024) दायर की हैं, जिसमें जांच पर रोक लगाने की मांग की गई है. कंपनी ने आरोपों और एफआईआर की कानूनी प्रक्रिया की वैधता को चुनौती दी है. जस्टिस सारंग वी. कोतवाल और डॉ. नीला गोखले मामले की सुनवाई कर रहे हैं. न्यायधीशों ने दोनों याचिकाओं को मिला दिया है और प्रतिवादियों को नोटिस जारी किए हैं. सभी अंतरिम आदेश 15 अप्रैल 2025 को अगली सुनवाई तक बढ़ा दिए गए हैं.
Hisar Accident News: हांसी में ट्रक और कार की भीषण टक्कर, हादसे में दो यवुकों की दर्दनाक मौत
हरियाणा में बुधवार देर रात कार और ट्रक में टक्कर होने से दो युवकों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान 22 वर्षीय मनजीत निवासी ढाना खुर्द और 30 वर्षीय नवीन निवासी गंघाला सिवानी के रूप में हुई है। दोनों अच्छे दोस्त थे और पिछले छह महीनों से हांसी में किराए पर दुकान लेकर रिपेयरिंग का काम करते थे। दोनों लोग गांव जा रहे थे उस समय हादसा हो गया।
संवाद सहयोगी, हांसी। उपमंडल के हाजमपुर गांव के पास बुधवार रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ जब एक तेज रफ्तार ट्रक और कार की आमने-सामने की भिड़ंत हो गई।
हादसे में कार सवार दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों की मदद से उन्हें हांसी के नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतकों की पहचान 22 वर्षीय मनजीत निवासी ढाना खुर्द और 30 वर्षीय नवीन निवासी गंघाला सिवानी के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि दोनों अच्छे दोस्त थे और पिछले छह महीनों से हांसी में किराए पर एक दुकान लेकर रिपेयरिंग का काम कर रहे थे। लेकिन काम ठीक से नहीं चलने के कारण नवीन दुकान का सामान लेकर मनजीत के साथ अपने गांव गंघाला लौट रहा था।
कार और ट्रक में जोरदार टक्कर होने के कारण हुआ हादसा
इस दौरान हादसा रात करीब 9 बजे हुआ, जब हाजमपुर गांव के पास उनकी कार की सामने से आ रहे ट्रक से जोरदार टक्कर हो गई। इसके बाद कार एक अन्य वाहन से भी टकरा गई, जिससे कार में सवार दोनों युवक बुरी तरह से कार में फंस गए।
राहगीरों की मदद से पहुंचाया गया अस्पताल
वहीं हाजमपुर गांव निवासी विकास, जो हिसार के जिंदल अस्पताल से ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहे थे, उन्होंने अपने दोस्त के साथ मिलकर साहस दिखाया और घायलों को कार से बाहर निकाला। उन्होंने कार के दरवाजे और शीशे तोड़कर दोनों युवकों को बाहर निकाला।
इस प्रक्रिया में करीब 45 मिनट का समय लगा। हालांकि उन्होंने तुरंत पुलिस और एम्बुलेंस को कॉल किया, लेकिन कोई मदद समय पर नहीं पहुंची। अंतः राहगीरों की मदद से दोनों को नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
मृतक नवीन खेतीबाड़ी का काम करता था और दो बच्चों का पिता था। उसके एक बेटा और एक बेटी। वर्ष 2020 में उसकी शादी हांसी के पूठी मांगलखा गांव में हुई थी। वहीं, मनजीत अविवाहित था और दो बहनों का इकलौता भाई था। परिजनों को हादसे की सूचना मिलने के बाद देर रात अस्पताल में मातम छा गया। परिजनों के अनुसार नवीन ने रात करीब 9 बजे फोन कर यह जानकारी दी थी कि वह रात 11 बजे तक गांव पहुंच जाएगा।
हिसार के हाजमपुर में ट्रक से हुई टक्कर में कार सवार दो युवकों की मौत
हांसी से तोशाम रोड पर स्थित गांव हाजमपुर में ट्रक की टक्कर से कार सवार दो युवकों की मौत हो गई। दोनों युवक आपस में दोस्त थे। दोनों के शवों को नागरिक अस्पताल के शव गृह में रखवाया गया। मामले में पुलिस छानबीन कर रही है। हादसा बुधवार रात करीब साढ़े 11 बजे हुआ। मृतकों की पहचान ढाणा खुर्द निवासी 25 वर्षीय मंजीत यादव व सिवानी के सिंघाना निवासी 24 वर्षीय नवीन कुमार के रूप में हुई। दोनों कार में सवार होकर तोशाम से हांसी आ रहे थे। तभी हाजमपुर के समीप एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी कार में टक्कर मार दी।
जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। वहीं एक पुलिसकर्मी राज सिंह अपनी निजी कार से दोनों घायलों को उपचार के लिए नागरिक अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। युवकों से मिले दस्तावेजों से उनकी पहचान हुई, जिसके बाद पुलिस ने परिजनों को सूचित किया। वहीं सूचना पर परिजन भी मौके पर पहुंचे। जानकारी के अनुसार ढाणा खुर्द निवासी मंजीत यादव दो बहनों का इकलौता भाई था। हादसे में उनकी मौत होने पर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। मनजीत शादीशुदा नहीं था। परिजन उनकी शादी के लिए रिश्ता ढूंढ रहे थे। वहीं पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि मंजीत यादव सिंघाना निवासी नवीन के साथ गाड़ी में सवार होकर कहां से आ रहे थे।
कन्या भ्रूण हत्या: हिसार की डिप्टी सिविल सर्जन निलंबित, सरकार ने स्टिंग ऑपरेशन पर लिया एक्शन
सार
पिछले तीन माह में हरियाणा के 1500 एमटीपी सेंटर में से 300 के रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिए हैं। इसके अलावा 17 ऑनलाइन एमटीपी किट विक्रेता के खिलाफ पिछले 2 माह में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
हरियाणा सरकार ने एक निजी चैनल के कन्या भ्रूण हत्या पर किए गए स्टिंग आपरेशन पर संज्ञान लेते हुए हिसार के डिप्टी सिविल सर्जन कम नोडल आफिसर (पीएनडीटी) डॉ. प्रभु दयाल को तत्काल सस्पेंड कर दिया है।
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल की ओर से जारी आदेश के मुताबिक डॉ. प्रभु निलंबन पीरियड के दौरान वह भिवानी में तैनात रहेंगे।
हरियाणा सरकार का कहना है कि कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए स्टेट टास्क फोर्स का गठन किया है। पिछले तीन माह में हरियाणा के 1500 एमटीपी सेंटर में से 300 के रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिए हैं। इसके अलावा 17 ऑनलाइन एमटीपी किट विक्रेता के खिलाफ पिछले 2 माह में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। पिछले दो माह में 23 पीएनडीटी रेड हुई है और उन सेंटर्स को बंद कर दिया गया है। अब एमटीपी किट्स सिर्फ रजिस्टर्ड एमटीपी सेंटर पर ही दी जाएगी इस बारे में आदेश जारी किए जा चुके हैं।
हिसार में NH 9 पर दर्दनाक सड़क हादसा: डीजल से भरा ट्राला पलटा, दो बाइक सवारों की मौत; मौके पर दो क्रेन पहुंची
सार
हिसार में रायपुर रोड के पास आज सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। डीजल से भरा एक बड़ा ट्राला अनियंत्रित होकर पलट गया, जिसकी चपेट में आकर बाइक सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
हिसार-दिल्ली नेशनल हाईवे नंबर 9 पर रायपुर रोड के पास गुरुवार दोपहर करीब डेढ़ बजे एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। गुजरात नंबर का 14 टायर वाला डीजल से भरा टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया, जिसकी चपेट में आकर बाइक सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, टैंकर के नीचे एक बाइक सवार पुरुष और महिला दब गए थे। हादसे के बाद तुरंत मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने राहत कार्य शुरू किया। महिला का शव टैंकर के पास पड़ा हुआ मिला, जिसे निकालकर नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। वहीं, दूसरे व्यक्ति का शव टैंकर के नीचे बुरी तरह फंसा हुआ था, जिसे निकालने में प्रशासन को भारी मशक्कत करनी पड़ी।
टैंकर में डीजल भरा होने के कारण राहत कार्य में अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है। मौके पर एक बड़ी क्रेन बुलाई गई, लेकिन उससे टैंकर नहीं उठ पाया। इसके बाद दूसरी क्रेन की व्यवस्था की जा रही है।
पुलिस ने एनएच-9 पर यातायात को दोनों ओर से एक ही लेन में डायवर्ट कर दिया और क्षेत्र की बेरिकेडिंग कर दी गई है। हादसे के बाद चार PCR वैन मौके पर पहुंची और बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर एकत्र हो गए।
फिलहाल मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है और बाइक का नंबर भी सामने नहीं आया है। पुलिस ने बताया कि टैंकर चालक हादसे के तुरंत बाद मौके से फरार हो गया है। उसकी तलाश की जा रही है।
सदर थाना प्रभारी ईश्वर सिंह ने बताया कि टैंकर को हटाने में लगभग दो घंटे लग सकते हैं। प्रशासन और बचाव टीम मौके पर डटे हुए हैं और हर संभव प्रयास जारी है।
पंजाब: चंडीगढ़ में एक ग्रेनेड हमले के मामले में सीसीटीवी फुटेज सामने आई है, जिसमें ऑटो में आए हमलावरों ने ग्रेनेड फेंका था।
पंजाब के चंडीगढ़ शहर के सेक्टर-10 में एक कोठी पर ग्रेनेड से हमला किया गया है, जिसकी सीसीटीवी फुटेज सामने आई है। इस फुटेज में ऑटो में सवार दो हमलावरों को कोठी में ग्रेनेड फेंकते हुए देखा जा सकता है।
घटना का विवरण:
- तिथि और स्थान: 11 सितंबर 2024 को शाम लगभग 5:30 बजे, सेक्टर-10, चंडीगढ़।
हमला: ऑटो में सवार दो व्यक्तियों ने कोठी नंबर-575 में ग्रेनेड फेंका, जिससे धमाका हुआ। इससे कोठी की खिड़कियां और बगीचे में रखे गमले क्षतिग्रस्त हो गए, लेकिन कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।
- सीसीटीवी फुटेज: सीसीटीवी में ऑटो से उतरकर दो व्यक्ति कोठी की ओर बढ़ते हुए दिखाई दिए, जिन्होंने ग्रेनेड फेंकने के बाद ऑटो में सवार होकर फरार हो गए।
जांच और कार्रवाई:
- पुलिस की प्रतिक्रिया: चंडीगढ़ पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की। आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्यों की समीक्षा की जा रही है।
- इनाम की घोषणा: पुलिस ने आरोपियों की सूचना देने पर 2 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। सूचनाएँ पुलिस कंट्रोल रूम नंबर-112 या वॉट्सऐप नंबर-9465121000 पर दी जा सकती हैं।
राजस्थान: कानपुर और अजमेर में ट्रेनों को पटरी से उतारने की साजिश का मामला सामने आया है, जिससे सुरक्षा एजेंसियाँ सतर्क हो गई हैं।
हाल ही में उत्तर प्रदेश के कानपुर और राजस्थान के अजमेर में ट्रेनों को पटरी से उतारने की साजिशें सामने आई हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियाँ सतर्क हो गई हैं।
कानपुर में साजिश:
8 सितंबर 2024 को कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की साजिश रची गई थी। अज्ञात बदमाशों ने रेलवे ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर रख दिया था, जिससे ट्रेन उससे टकराई और धमाका हुआ। घटनास्थल से पेट्रोल से भरी बोतलें और बारूद भी बरामद हुई थीं। इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और अन्य सुरक्षा एजेंसियाँ कर रही हैं।
अजमेर में साजिश:
कानपुर की घटना के एक दिन बाद, 9 सितंबर 2024 को राजस्थान के अजमेर जिले में भी मालगाड़ी को पटरी से उतारने की साजिश का मामला सामने आया। सरधना और बांगड़ स्टेशनों के बीच वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर अज्ञात बदमाशों ने रेलवे ट्रैक पर दो सीमेंट के ब्लॉक रख दिए थे। गनीमत रही कि मालगाड़ी इन ब्लॉकों से टकराकर आगे बढ़ गई, जिससे बड़ा हादसा टल गया। इस मामले में भी एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
सुरक्षा एजेंसियों की प्रतिक्रिया:
इन घटनाओं के बाद, सुरक्षा एजेंसियाँ और रेलवे प्रशासन सतर्क हो गए हैं। ट्रैक पर किसी भी संदिग्ध वस्तु की सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी साजिशों को रोका जा सके।
सम्बंधित चित्र:
इन घटनाओं से स्पष्ट है कि कुछ असामाजिक तत्व रेल सुरक्षा को चुनौती दे रहे हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठते हैं। रेलवे और सुरक्षा एजेंसियाँ इस पर कड़ी निगरानी रख रही हैं।
इंदौर में बीच सड़क पर ट्रैफिक पुलिस के उप निरीक्षक के साथ मारपीट करने वाले युवक को गिरफ्तार किया गया है।
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां नगर निगम चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस के उप निरीक्षक (एसआई) नाथूराम दोहरे के साथ एक शराबी युवक ने बीच सड़क पर मारपीट की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है।
घटना का विवरण:
- तिथि और स्थान: मंगलवार, 10 सितंबर 2024 को नगर निगम चौराहे पर।
- घटना की शुरुआत: शराब के नशे में धुत युवक रवि कश्यप अपनी गाड़ी से ऑटो चालक से बहस कर रहा था, जिससे यातायात बाधित हो रहा था।
- पुलिस की介入: ट्रैफिक ड्यूटी पर तैनात एसआई नाथूराम दोहरे और उनके सहयोगी कांस्टेबल्स ने विवाद को शांत करने का प्रयास किया।
- मारपीट: इस दौरान युवक रवि कश्यप ने एसआई दोहरे का कॉलर पकड़कर उन्हें धक्का दिया, जिससे वे गिर पड़े और उनकी वर्दी फट गई।
पुलिस कार्रवाई:
- गिरफ्तारी: वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी रवि कश्यप और उसके साथी मनीष को गिरफ्तार किया।
- आरोप: आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जिसमें मोटर वाहन अधिनियम के तहत उनकी गाड़ी जब्त की गई है।
संबंधित वीडियो:
यह घटना शहर में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, और पुलिस विभाग की तत्परता की सराहना की जानी चाहिए कि उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया।
महाराष्ट्र:
रायगढ़ में एक परिवार के तीन सदस्यों की हत्या का मामला सामने आया है, जिसमें परिवार के ही एक सदस्य पर हत्या का आरोप है।
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के कर्जत तालुका के चिकनपाड़ा क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। हत्या के आरोप में मृतकों के ही एक रिश्तेदार को गिरफ्तार किया गया है।
घटना का विवरण:
- मृतक: मदन जैतू पाटिल (35 वर्ष), उनकी पत्नी अनिशा मदन पाटिल (30 वर्ष, सात महीने की गर्भवती) और उनका 10 वर्षीय पुत्र विनायक मदन पाटिल।
- हत्या का तरीका: तीनों की धारदार हथियार से हत्या की गई।
- हत्या का कारण: प्रारंभिक जांच में संपत्ति विवाद को हत्या का मुख्य कारण बताया जा रहा है। मदन पाटिल के भाई हनुमंत पाटिल ने अपने हिस्से की ज़मीन अपने नाम करने के लिए दबाव डाला था, जिससे विवाद बढ़ा। आज तक
आरोपी की गिरफ्तारी:
हनुमंत पाटिल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसकी पत्नी को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। हनुमंत ने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार की है, लेकिन उसने अपने बेटे विनायक की हत्या से इनकार किया है। उसका कहना है कि विनायक ने हत्या का विरोध किया, जिससे उसने उसे भी मार डाला।
पुलिस कार्रवाई:
नेरल पुलिस स्टेशन में हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की आगे की जांच जारी है।
अमेठी में रिश्वत लेते हुए एक एसडीएम के पेशकार को रंगे हाथ पकड़ा गया, जिसे एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार किया।
अमेठी जिले में एंटी करप्शन टीम ने एसडीएम के पेशकार योगेश श्रीवास्तव को ₹5,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई सोमवार को अमेठी तहसील में हुई, जब पेशकार ने एक वादी से स्टे खारिज कराने के बदले रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता ने एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया, जिसके बाद टीम ने योजना बनाकर पेशकार को रंगे हाथ पकड़ लिया। पेशकार को स्थानीय थाने ले जाकर आगे की कार्रवाई के लिए अयोध्या भेज दिया गया।
इस घटना से तहसील परिसर में हड़कंप मच गया, और एसडीएम आशीष कुमार सिंह ने बताया कि विभागीय कार्रवाई के लिए रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसे उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा।
यह खबर लास वेगास के नए MSG स्फियर (स्फेयर आकार की संरचना) से संबंधित है, जो हाल ही में एक बहुत ही आकर्षक दृश्य का हिस्सा बना। एक फोटोग्राफर ने एक तस्वीर ली जिसमें लास वेगास स्फियर उस समय के माहौल को अभिव्यक्त करता है जब एक विमान आसमान में उड़ान भरता है। इस दृश्य में स्फियर का विशाल LED डिस्प्ले विमान के उड़ने की दिशा में प्रतिक्रियात्मक रूप से चमकता है, जिससे यह पल और भी आकर्षक बन जाता है।
हाल ही में, लास वेगास के नए MSG स्फियर ने एक आकर्षक दृश्य प्रस्तुत किया, जब इसने आसमान में उड़ते हुए विमानों की ओर देखा, जिससे एक यादगार क्षण कैद हुआ। यह आधुनिक संरचना अपनी विशाल गोलाकार स्क्रीन के लिए प्रसिद्ध है, जो विभिन्न आकर्षक प्रदर्शनों को प्रदर्शित करती है।
एक फोटोग्राफर ने iPhone 14 Pro से एक चित्र लिया, जिसमें एक विमान स्फियर के ऊपर उड़ते हुए दिखाई दे रहा है, जिससे इस विशाल संरचना के साथ विमान की तुलना की जा सकती है। Smithsonian Magazine
इसके अलावा, ड्रोन सिनेमैटोग्राफर जेसन क्रिस्टेंसन ने स्फियर के अंदर U2 के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान एक सिनेमैटिक फ़्लाइट वीडियो शूट किया, जो इस स्थान की अनूठी वास्तुकला को प्रदर्शित करता है। UAV Coach
इन फोटोग्राफ़ी और वीडियो के माध्यम से, लास वेगास स्फियर की सुंदरता और विमानों के साथ इसके इंटरैक्शन को एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया गया है।
क्या है इस फोटोग्राफ़ी का महत्व:
- दृश्य की सुंदरता: फोटोग्राफर ने एक आईफोन 14 प्रो से उस दृश्य को कैद किया, जिसमें विमान स्फियर के ऊपर उड़ते हुए दिखाई दे रहा है। यह दृश्य लास वेगास की आधुनिक वास्तुकला और विमानों के साथ के अद्वितीय इंटरएक्शन को दिखाता है।
- विशाल स्फियर: लास वेगास स्फियर एक विशाल गोलाकार संरचना है, जिसकी पूरी दीवार एक LED स्क्रीन से ढकी होती है। इसमें विभिन्न प्रकार के लाइट शो और आर्ट डिस्प्ले होते हैं।
- विमान का उड़ना: जब विमान उड़ता है, तो यह स्फियर की संरचना और इसके आसपास के वातावरण के साथ आकर्षक दृश्य उत्पन्न करता है, जैसे कि यह स्फियर आसमान में उड़ते विमान का अनुसरण कर रहा हो।
वीडियो और फोटोग्राफी:
- इस घटना का एक ड्रोन सिनेमैटोग्राफ़ी वीडियो भी शूट किया गया था, जिसमें लास वेगास स्फियर के भीतर U2 के लाइव शो के दौरान की गई शूटिंग को दिखाया गया है। वीडियो में स्फियर की अनोखी वास्तुकला और उड़ते हुए विमानों के साथ उसका इंटरएक्शन दिखाया गया है।
यह दृश्य और फोटोग्राफी लास वेगास स्फियर की खूबसूरती को एक नए दृष्टिकोण से पेश करते हैं और इसे "वर्ल्ड वंडर" की तरह एक प्रतिष्ठित स्थल बनाते हैं।
डायरो वुल्फ़ (Dire Wolves) को 10,000 साल बाद प्राचीन डीएनए का उपयोग करके फिर से जीवित किया गया है। यह एक बहुत ही दिलचस्प और विज्ञान की दुनिया में एक महत्वपूर्ण कदम है। कोलॉसल बायोसाइंसेज नामक जैव प्रौद्योगिकी कंपनी ने इस उपलब्धि को प्राप्त किया है।
यह सच में एक बहुत ही रोचक और रोमांचक घटना है! डायरो वुल्फ़्स (Dire Wolves) एक प्राचीन प्रजाति थे, जो लगभग 10,000 साल पहले विलुप्त हो गए थे। इनका आकार सामान्य भेड़ों से बड़ा था, और वे मुख्य रूप से उत्तरी अमेरिका के बर्फीले क्षेत्रों में पाए जाते थे। उनकी जीवनशैली, शिकारी प्रवृत्तियाँ और सामाजिक संरचनाएँ बहुत ही दिलचस्प थीं।
कोलॉसल बायोसाइंसेज द्वारा डायरो वुल्फ़ का पुनः जीवीकरण (de-extinction) एक बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इस तरह के प्रयासों में प्राचीन डीएनए का विश्लेषण और आधुनिक जीन तकनीक का उपयोग किया जाता है। कंपनियां जैसे कोलॉसल बायोसाइंसेज, जो जीनोमिक्स और बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अग्रणी हैं, इस तरह के प्रोजेक्ट्स में काम करती हैं ताकि विलुप्त प्रजातियों को फिर से जीवित किया जा सके।
अगर यह तकनीक सफल होती है, तो इससे केवल डायरो वुल्फ़ ही नहीं, बल्कि अन्य विलुप्त प्रजातियों के पुनरुद्धार के लिए भी दरवाजे खुल सकते हैं। यह जैव विविधता को फिर से स्थापित करने और पारिस्थितिकीय संतुलन को बनाए रखने के लिए एक नई दिशा हो सकती है। हालांकि, इस प्रक्रिया के साथ जुड़े हुए नैतिक, पारिस्थितिकी और पर्यावरणीय पहलुओं पर भी गंभीर चर्चा होनी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट बोला- तेलंगाना में पेड़ कटाई की स्थिति गंभीर:हैदराबाद यूनिवर्सिटी के पास जंगल काटने का मामला; छात्र और पुलिस की झड़प हुई थी
जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने राज्य में पेड़ों की कटाई को बहुत गंभीर बताया। पीठ ने कहा- तेलंगाना हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार की रिपोर्ट इसकी खतरनाक तस्वीर दिखाती है। रिपोर्ट से पता चलता है कि बड़ी संख्या में पेड़ काटे गए हैं।
इसके अलावा पीठ ने तेलंगाना के मुख्य सचिव से यूनिवर्सिटी के पास की जमीन पर पेड़ काटकर काम शुरू करने की जल्दी पर जवाब मांगा है। साथ ही पूछा है कि क्या राज्य ने इस तरह की गतिविधियों (पेड़ों की कटाई) के लिए पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव का असेसमेंट सार्टिफिकेट लिया है।
बीते दिन सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया
सुप्रीम कोर्ट ने 2 अप्रैल को यूनिवर्सिटी के पास की 400 एकड़ जमीन पर पेड़ों की कटाई का संज्ञान लिया था। कोर्ट ने तेलंगाना हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को साइट का दौरा कर रिपोर्ट पेश करने का भी निर्देश दिया था। मामले में अगली सुनवाई 16 अप्रैल को होगी।
यूनिवर्सिटी के छात्रों ने पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं को लेकर 30 मार्च को विरोध प्रदर्शन किया था। जमीन साफ करने के लिए पुलिस की मौजूदगी में दर्जनों बुलडोजर लाए गए थे। इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई थी।
5 जिफ के जरिए पूरा मामला समझिए...
विपक्ष बोला- मोहब्बत की दुकान नहीं, विश्वासघात का बाजार
विपक्षी पार्टी BRS ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधते X पर लिखा- कांग्रेस की 'मोहब्बत की दुकान' अब हैदराबाद यूनिवर्सिटी तक पहुंच गई है। राहुल गांधी हाथ में संविधान लेकर उपदेश देते फिर रहे हैं, जबकि उनकी सरकार इसके विपरीत काम कर रही है। यह मोहब्बत की दुकान नहीं विश्वासघात का बाजार है।
BRS के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने कहा, 'राहुल गांधी मुंबई में आरे और छत्तीसगढ़ में हसदेव जंगलों के लिए आवाज उठा चुके हैं। फिर आज जब उनकी पार्टी की सरकार छात्रों पर अत्याचार कर रही है और पर्यावरण नष्ट कर रही है, तो वे चुप क्यों हैं।'
पुलिस बोली- छात्रों ने हमला किया, केस चलेगा
BRS ने आरोप लगाया- पुलिस की मौजूदगी में जमीन को समतल करने के लिए दर्जनों बुलडोजर लाए गए थे। इस दौरान पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों को डंडों से पीटा। लड़कियां रो रही थीं कि उनके कपड़े फाड़ दिए गए हैं, लेकिन पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी और उन्हें पुलिस स्टेशन ले गई। करीब 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
हालांकि, पुलिस ने कहा कि सरकारी काम में बाधा डालने वाले 53 छात्रों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। उनमें से कुछ छात्रों ने पुलिस पर हमला भी किया था। उन पर केस दर्ज किया जाएगा।
पर्यावरण पर सुप्रीम कोर्ट की यह खबर भी पढ़ें...
दिल्ली-एनसीआर में 1 साल तक पटाखे बैन, SC ने कहा- सभी एयर प्यूरीफायर नहीं लगा सकते
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर में पटाखे बनाने, स्टोर करने और बेचने पर लगे प्रतिबंध को एक साल के लिए बढ़ा दिया। कोर्ट ने कहा- वायु प्रदूषण का स्तर काफी समय से खतरनाक बना हुआ है। हर कोई अपने घर या ऑफिस में एयर प्यूरीफायर नहीं लगा सकता
बिहार की महिला के साथ बेंगलुरु में रेप, केआर पुरम रेलवे स्टेशन के पास 2 लड़कों ने रोका और…
Crime News: महिला बिहार के बांका की रहने वाली है. अपने रिश्तेदार के साथ खाना लेने के लिए महादेवपुरा की ओर जा रही थी, तभी दो अज्ञात लोगों ने उन्हें रोक लिया और फिर यह गंदा काम किया
Bihar Woman Raped in Bengaluru
बिहार की एक महिला मजदूर के साथ दो युवकों ने उसके साथ कथित रूप से रेप किया. वहां की पुलिस ने गुरुवार (03 अप्रैल) को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि यह घटना बुधवार (02 अप्रैल) की देर रात केआर पुरम रेलवे स्टेशन के पास हुई. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. महादेवपुरा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है.
कैसे क्या हुआ?
पुलिस ने बताया कि पीड़िता केरल के कट्टप्पना कस्बे में काम कर रही थी, लेकिन काम से खुश न होने के कारण उसने घर लौटने का निर्णय किया. उसने मंगलुरु का टिकट लिया, लेकिन उसी टिकट से वह बेंगलुरु पहुंच गई. पुलिस ने बताया कि शहर में अपने रिश्तेदार को सूचित करने के बाद पीड़िता रात करीब एक बजकर 13 मिनट पर केआर पुरम रेलवे स्टेशन पहुंची. वह अपने रिश्तेदार के साथ खाना लेने के लिए महादेवपुरा की ओर जा रही थी, तभी दो अज्ञात लोगों ने उन्हें रोक लिया.
सुनसान इलाके में ले जाकर किया रेप
पुलिस ने बताया कि इन लोगों ने कथित तौर पर पीड़िता के रिश्तेदार पर हमला किया और एक ने पीड़िता को एक सुनसान इलाके में ले जाकर उसका यौन उत्पीड़न किया. पीड़िता की चीख पुकार सुनकर कुछ राहगीर मदद के लिए मौके पर पहुंचे, जिससे हमलावर भाग गए.
बिहार के बांका की रहने वाली है महिला
हालांकि, लोगों ने आशिफ को पकड़ लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया. दूसरा आरोपी मौके से फरार हो गया, लेकिन कुछ ही देर में उसे भी पकड़ लिया गया. दूसरे का नाम सैयद मुसहर बताया गया है. ये दोनों कर्नाटक के कोलार के रहने वाले हैं. पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि महिला बिहार के बांका की रहने वाली है.
सुप्रीम कोर्ट ने हैदराबाद यूनिवर्सिटी के पास 400 एकड़ हरित क्षेत्र को साफ करने पर रोक लगाई, हाईकोर्ट रजिस्ट्रार से रिपोर्ट मांगी
सर्वोच्च न्यायालय ने तेलंगाना उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार (न्यायिक) को हैदराबाद विश्वविद्यालय परिसर के पास कांचा गाचीबोवली में 400 एकड़ भूमि का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने को कहा है।
हैदराबाद में पुलिस कर्मियों ने विश्वविद्यालय की सीमा से लगे 400 एकड़ भूमि को विकसित करने की राज्य सरकार की योजना के खिलाफ छात्रों और हैदराबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (यूएचटीए) द्वारा आयोजित विरोध रैली को रोका। (पीटीआई फोटो)
तेलंगाना सरकार द्वारा हैदराबाद विश्वविद्यालय के पास कांचा गचीबोवली वन क्षेत्र के बड़े हिस्से को साफ करना शुरू करने के पांच दिन बाद, सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को राज्य को अगले आदेश तक “खतरनाक वनों की कटाई की गतिविधियों” को रोकने का निर्देश दिया।
न्यायमूर्ति बीआर गवई और न्यायमूर्ति एजी मसीह की पीठ ने कहा, "अगले आदेश तक, पहले से मौजूद पेड़ों की सुरक्षा को छोड़कर, किसी भी प्रकार की कोई गतिविधि राज्य द्वारा नहीं की जाएगी।"
सर्वोच्च न्यायालय का यह आदेश तेलंगाना उच्च न्यायालय द्वारा गुरुवार तक पेड़ों की कटाई पर रोक लगाने के आदेश के एक दिन बाद आया है।
रविवार से तेलंगाना सरकार ने 400 एकड़ भूमि पर हरियाली को समतल करने के लिए कई अर्थमूवर तैनात किए हैं। इस भूमि पर कई तरह की वनस्पतियां और जीव पाए जाते हैं। यह भूमि आईटी पार्क विकसित करने के लिए नीलाम करने की योजना का हिस्सा है। यूओएच के छात्र राज्य की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि वह भूमि की नीलामी के अपने फैसले को वापस ले।
इससे पहले गुरुवार को अदालत ने पेड़ों की कटाई पर अंतरिम रोक लगा दी थी और तेलंगाना उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार (न्यायिक) को घटनास्थल का निरीक्षण कर अपराह्न 3.30 बजे तक रिपोर्ट देने को कहा था।
दोपहर में मामले की फिर से सुनवाई करते हुए अदालत ने कहा कि रिपोर्ट और तस्वीरें “एक भयावह तस्वीर पेश करती हैं”। अदालत ने कहा, “बड़ी संख्या में पेड़ काटे जा रहे हैं और बड़ी मशीनें लगाई जा रही हैं।”
न्यायालय ने यह भी रेखांकित किया कि रिपोर्ट में क्षेत्र में मोर जैसे पक्षियों और हिरण सहित जंगली जानवरों की उपस्थिति को चिन्हित किया गया है। इसने बताया, "ये प्रथम दृष्टया संकेत हैं कि जंगली जानवरों से आबाद एक जंगल था।"
शीर्ष न्यायालय ने अपने पहले के आदेशों का हवाला दिया, जिनमें से एक ने राज्यों को प्रतिपूरक वनरोपण के बिना वन क्षेत्रों को कम करने से रोक दिया था, और दूसरे ने कहा था कि यदि वन भूमि की पहचान करने के लिए वैधानिक समितियों का गठन नहीं किया गया तो मुख्य सचिवों को व्यक्तिगत रूप से उत्तरदायी ठहराया जाएगा।
यह देखते हुए कि तेलंगाना ने 15 मार्च को ही समिति का गठन किया था, पीठ ने कहा: "यह समझना कठिन है कि समिति के गठन के तुरंत बाद वनों की कटाई की गतिविधियां शुरू करने की क्या चिंताजनक आवश्यकता थी और नियम के तहत अपेक्षित अभ्यास अभी तक शुरू नहीं किया गया था।"
जब यह बताया गया कि न्यायालय ने कहा था कि समितियों के गठन में किसी भी देरी के लिए मुख्य सचिवों को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराया जाएगा, तो न्यायमूर्ति गवई ने टिप्पणी की, "मुख्य सचिव झील के पास उसी स्थान पर बनाई गई अस्थायी जेल में जाएंगे... यदि मुख्य सचिव राज्य के आतिथ्य का आनंद लेना चाहते हैं, तो कोई उनकी मदद नहीं कर सकता है,"
राज्य की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता गौरव अग्रवाल ने दलील दी कि यह वन क्षेत्र नहीं है।
लेकिन न्यायमूर्ति गवई ने कहा: "वन हो या न हो, क्या आपने पेड़ों को काटने के लिए अपेक्षित अनुमति ली है?"
उन्होंने कहा कि 2-3 दिनों में लगभग 100 एकड़ जमीन को साफ करना "कुछ खास बात है", और कहा: "हम केवल एक वाक्य याद दिलाना चाहेंगे - चाहे वह कितना भी बड़ा हो, कानून से ऊपर नहीं है।"
पीठ ने तेलंगाना के मुख्य सचिव को क्षेत्र से पेड़ों को हटाने सहित विकासात्मक गतिविधियां शुरू करने की “अत्यंत आवश्यक कार्रवाई” पर एक हलफनामा दायर करने को कहा।
अदालत ने मुख्य सचिव से यह भी पूछा कि स्थल पर कुछ ऐसे अधिकारियों की उपस्थिति के बारे में भी स्पष्टीकरण दिया जाए जिनका वनों की पहचान से कोई लेना-देना नहीं था।
इसने निर्देश दिया कि इस मुद्दे पर स्वतः संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया जाए।
अदालत ने कहा, "यदि हमारे द्वारा जारी किसी भी निर्देश का सही अर्थों में पालन नहीं किया जाता है, तो राज्य के मुख्य सचिव व्यक्तिगत रूप से उत्तरदायी होंगे।"
सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले में हस्तक्षेप तब किया जब वरिष्ठ अधिवक्ता के. परमेश्वर, जो वन मामलों में न्यायमित्र भी हैं, ने पीठ के समक्ष पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठाया।
'पीएम मोदी ने RSS कार्यालय में बंद कमरे में की बैठक में संन्यास की घोषणा': संजय राउत के बड़े दावे से छिड़ी बहस
शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत ने दावा किया कि पीएम मोदी ने अपने रिटायरमेंट की घोषणा करने के लिए आरएसएस मुख्यालय का दौरा किया, जिससे उनके उत्तराधिकारी के बारे में चर्चा शुरू हो गई। महाराष्ट्र के सीएम फडणवीस ने इसे खारिज करते हुए कहा कि मोदी कम से कम 2029 तक पीएम बने रहेंगे।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने सोमवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को महाराष्ट्र के नागपुर में आरएसएस मुख्यालय गए और "अपने रिटायरमेंट की घोषणा की"। राउत ने यह भी दावा किया कि पीएम मोदी के उत्तराधिकारी पर चर्चा करने के लिए 'बंद कमरे' में बैठक हुई, उन्होंने कहा कि अगला पीएम महाराष्ट्र से होगा। यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी के रिटायरमेंट को लेकर अटकलें खबरों में आई हों।
संजय राउत ने क्या दावा किया?
शिवसेना नेता संजय राउत ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने नागपुर में आरएसएस मुख्यालय का दौरा कर 'अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा' की है । उन्होंने कहा कि मोदी ने पिछले 10-11 वर्षों में आरएसएस मुख्यालय का दौरा नहीं किया है, जिससे पता चलता है कि यह यात्रा महत्वपूर्ण थी और उनके राजनीतिक भविष्य से संबंधित थी।
शिवसेना नेता संजय राउत ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने नागपुर में आरएसएस मुख्यालय का दौरा कर 'अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा' की है । उन्होंने कहा कि मोदी ने पिछले 10-11 वर्षों में आरएसएस मुख्यालय का दौरा नहीं किया है, जिससे पता चलता है कि यह यात्रा महत्वपूर्ण थी और उनके राजनीतिक भविष्य से संबंधित थी।
'मोदी के उत्तराधिकारी की तलाश की जरूरत नहीं'
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने राउत के दावे को खारिज कर दिया। फडणवीस ने कहा कि पीएम मोदी के उत्तराधिकारी की तलाश करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि वह 2029 में फिर से शीर्ष पद पर बने रहेंगे।
सीएम फडणवीस ने कहा, "हमारी संस्कृति में, जब पिता जीवित हो, तो उत्तराधिकार के बारे में बात करना अनुचित है। यह मुगल संस्कृति है। इस पर चर्चा करने का समय अभी नहीं आया है।"
इस बीच, नागपुर में मौजूद आरएसएस के वरिष्ठ नेता सुरेश 'भैयाजी' जोशी ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री को बदलने की किसी चर्चा की जानकारी नहीं है।
क्या भाजपा में '75 वर्ष की आयु में रिटायरमेंट' का नियम है?
मई 2024 में, जब भारत लोकसभा चुनावों के लिए कमर कस रहा था, तब इस बात को लेकर अटकलें लगाई जाने लगीं कि क्या पीएम मोदी, जो तब तीसरा कार्यकाल चाह रहे थे, सितंबर 2025 में 75 साल के होने पर रिटायर हो जाएंगे । हालांकि, अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत कई प्रमुख भाजपा नेताओं ने इन अफवाहों को खारिज कर दिया।
विपक्षी दल मतदाताओं को भाजपा के आंतरिक '75 वर्ष से ऊपर के लोगों को टिकट नहीं' नियम के बारे में याद दिलाते रहे हैं। यह नीति कई वर्षों से लागू है, अमित शाह ने 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले भी कहा था कि भाजपा ने 75 वर्ष से अधिक आयु के किसी भी उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारने का फैसला किया है। शाह ने 2019 के चुनावों के लिए प्रचार करते हुए द वीक से कहा था, "75 वर्ष से अधिक आयु के किसी भी व्यक्ति को टिकट नहीं दिया गया है। यह पार्टी का निर्णय है।"
2019 में यह भी बताया गया कि संसदीय बोर्ड की बैठक के दौरान, भाजपा नेतृत्व जीत की संभावना को प्राथमिकता देने के लिए 75 वर्ष से अधिक उम्र के उम्मीदवारों को सीट देने से इनकार करने जैसी नीतियों का त्याग करने के लिए तैयार था।
हालांकि, अमित शाह ने मई 2024 में अपना रुख बदल दिया और कहा, "मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि भाजपा के संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है और मोदी जी 2029 तक देश का नेतृत्व करेंगे और आने वाले चुनावों का नेतृत्व भी मोदी जी ही करेंगे।"
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह से '75 वर्ष से अधिक आयु वालों को टिकट नहीं' के नियम के बारे में पूछा गया, जो कथित तौर पर उनके भाजपा अध्यक्ष रहते हुए लागू किया गया था।
इस पर वरिष्ठ भाजपा नेता ने जवाब दिया था, "ऐसा कभी तय नहीं हुआ। आप मोटे अक्षरों में लिख सकते हैं कि ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया... मैं पार्टी अध्यक्ष था और मैं जोर देकर कह रहा हूं कि ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया। अगर ऐसा निर्णय लिया गया होता तो पार्टी संविधान में इसका उल्लेख किया गया होता।"
भारतीय संविधान में भारत के प्रधानमंत्री के लिए अधिकतम आयु सीमा निर्दिष्ट नहीं की गई है। पात्रता मानदंड के अनुसार प्रधानमंत्री को लोकसभा के लिए चुने जाने पर कम से कम 25 वर्ष या राज्यसभा के लिए चुने जाने पर 30 वर्ष का होना चाहिए, साथ ही नियुक्ति के छह महीने के भीतर नागरिकता और संसद की सदस्यता जैसी अन्य योग्यताएं भी होनी चाहिए। भारतीय संविधान में सेवानिवृत्ति की कोई आयु नहीं बताई गई है।
इंडोनेशिया के मगरमच्छ तो बड़े शातिर निकले, इंसानों को पानी में लाने के लिए अपना रहे ये तरीका? वायरल VIDEO ने उड़ाए होश
वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि इंडोनेशिया में खारे पानी के मगरमच्छों ने इंसानों को नदी में लुभाने के लिए डूबने का नाटक करना सीख लिया है. वीडियो देखकर ऐसा लगेगा जैसे सचमुच कोई इंसान डूब रहा हो और उसे मदद की दरकार है
मगरमच्छ पानी में रहने वाला वो खूंखार जानवर है, जिसके चंगुल में अगर कोई फंस गया तो समझ लीजिए कि यह क्रूर शिकारी उसे यमराज के दर्शन कराकर ही दम लेगा. यही वजह है कि ‘जंगल का राजा’ शेर भी इससे दूरी बनाकर ही चलने में खुद की भलाई समझता है. मगरमच्छ अपनी बुद्धिमत्ता और शिकार रणनीतियों के लिए जाने जाते हैं. लेकिन सोशल मीडिया पर अब इस खतरनाक जानवर को लेकर एक ऐसा दावा किया गया है, जिसके बारे में जानकर लोग सोचने पर मजबूर हो गए हैं. एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसे इंडोनेशिया का बताया जा रहा है. इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यहां के मगरमच्छ इंसानों को लुभाकर उन्हें दबोचने का नया तरीका अपना रहे हैं
दावा किया जा रहा है कि इंडोनेशिया के खारे पानी के मगरमच्छों ने इंसानों को नदी में लुभाने के लिए डूबने का नाटक करना सीख लिया है. वायरल हो रहे वीडियो में मगरमच्छ के पंजे डूबते हुए दिखाई दे रहे हैं. यह देखकर ऐसा लगेगा मानो कोई इंसान डूब रहा हो और उसे मदद की दरकार है. कहा जा रहा है कि मगरमच्छ इंसानों का शिकार करने के लिए अब इस टेक्नीक से उन्हें लुभाने की कोशिश कर रहे हैं.
मगरमच्छों के शातिर शिकार स्ट्रैटेजी से जुड़े इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर नई बहस छेड़ दी है. हालांकि, लोगों की राय बंटी हुई है. जहां कई यूजर्स वीडियो देखकर सदमे में हैं, तो वहीं कई यूजर्स सवाल कर रहे हैं कि ये कैसे समझा जाए कि ऐसा करने के पीछे उनका असल मोटिव क्या था
एक यूजर ने कमेंट किया, मगरमच्छों का आइडिया तो जोरदार है, पर यह कैसे मान लें कि वे इंसानों को लुभाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. दूसरे यूजर का कहना है, चलो मान लेते हैं कि वे ऐसा कर रहे हैं, फिर कोई प्रूफ दिखाओ. तीसरे यूजर ने हैरान होकर कमेंट किया, क्या ये सच है? एक अन्य यूजर ने लिखा, इंडोनेशिया के मगरमच्छ तो बड़े शातिर निकले. एक और यूजर ने कहा, हे भगवान! दूर से तो इंसानी हाथ ही लग रहे हैं. पक्का कोई इन्हें बचाने के चक्कर में अपनी जान गंवाएगा. .
वक्फ (संशोधन) विधेयक: पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए एक बड़ा सुधार
🔷 प्रस्तावना:
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 भारत सरकार द्वारा पेश किया गया एक अहम विधेयक है, जिसका उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता (transparency) और जवाबदेही (accountability) सुनिश्चित करना है।
भारत सरकार ने वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पेश किया है, जिसका उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना है। विधेयक में वक्फ बोर्डों में गैर-मुस्लिम सदस्यों को शामिल करने और सरकारी निगरानी बढ़ाने के प्रावधान हैं। सरकार का तर्क है कि इन बदलावों से भ्रष्टाचार कम होगा और संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन संभव होगा।
विधेयक के प्रमुख प्रावधान:
- गैर-मुस्लिम सदस्यों का समावेश: राज्य वक्फ बोर्ड और केंद्रीय वक्फ परिषद में अब दो गैर-मुस्लिम सदस्यों को शामिल करना अनिवार्य होगा।
- महिलाओं की भागीदारी: बोर्ड में कम से कम दो महिलाएं होनी चाहिए, जिससे महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
- केंद्रीय पोर्टल का निर्माण: वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण और प्रबंधन के लिए एक केंद्रीय पोर्टल स्थापित किया जाएगा, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी।
- संपत्ति की पहचान का अधिकार: अब वक्फ बोर्ड के बजाय क्षेत्रीय कलेक्टर संपत्ति के स्वामित्व का निर्धारण करेंगे।
विरोध और चिंताएं:
विपक्षी दलों और मुस्लिम संगठनों ने इस विधेयक का विरोध किया है। उनका मानना है कि यह मुस्लिम समुदाय के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन करता है और धार्मिक संपत्तियों के अधिग्रहण का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड जैसे संगठनों ने इसे इस्लामी सिद्धांतों के खिलाफ बताया है, जिसमें वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन केवल मुस्लिमों द्वारा किया जाना चाहिए।
सरकार का पक्ष:
सरकार का कहना है कि यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार लाने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ऐतिहासिक कदम बताया है।
नवीनतम अद्यतन:
विधेयक को संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के पास भेजा गया था, जिसने सत्तारूढ़ एनडीए के सदस्यों द्वारा प्रस्तावित सभी 14 संशोधनों को स्वीकार किया, जबकि विपक्षी सदस्यों के संशोधनों को खारिज कर दिया।
अधिक जानकारी के लिए, आप नीचे दिए गए वीडियो देख सकते हैं:
इन संसाधनों से आपको वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी।
मौसम ने बदली करवट: बारिश, ओलावृष्टि और लू का तिहरा असर, 5 अप्रैल तक अलर्ट में रहेगा आधा भारत
Weather today: देश के कई हिस्सों में 2 अप्रैल से मौसम का मिजाज अचानक बदलने वाला है। मध्य भारत में आंधी-तूफान, ओलावृष्टि और बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि पश्चिमी राज्यों में लू का प्रकोप रहेगा।
Weather Updates: गर्मी की तपिश के बीच अब आसमान में बादल घिरने लगे हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 2 अप्रैल से देश के कई राज्यों में तेज बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं का पूर्वानुमान जताया है। खास बात यह है कि जहां कुछ राज्यों में मौसम राहत देगा, वहीं कुछ हिस्सों में लू और उमस लोगों की परेशानी बढ़ाएगी। मौसम में यह बदलाव अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी भरी हवाओं और महाराष्ट्र के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic circulation) के कारण हो रहा है।
मध्य भारत में आंधी और बारिश?
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में 2 अप्रैल को हल्की से मध्यम बारिश के साथ आंधी और बिजली गिरने की संभावना है। IMD ने इन राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। इन इलाकों में तेज हवाएं और ओले गिरने की चेतावनी भी दी गई है।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना में 02 अप्रैल 2025 को दोपहर से रात के समय गरज के साथ बिजली, तेज़ हवा (50-60 किमी प्रति घंटे) और ओलावृष्टि की संभावना है। Thunderstorm with Lightning, Gusty winds(50-60 kmph) and Hailstorm और अधिक दिखाएं
इन इलाकों में ओलावृष्टि का भी अनुमान
1 और 2 अप्रैल को मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा, 2 और 3 अप्रैल को मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना जबकि 3 अप्रैल को झारखंड, ओडिशा और तटीय कर्नाटक में ओलावृष्टि की संभावना है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसल को नुकसान से बचाने के लिए उचित कदम उठाएं।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना में 02 अप्रैल 2025 को दोपहर से रात के समय गरज के साथ बिजली, तेज़ हवा (50-60 किमी प्रति घंटे) और ओलावृष्टि की संभावना है। Thunderstorm with Lightning, Gusty winds(50-60 kmph) and Hailstorm और अधिक दिखाएं
दक्षिण भारत में भारी बारिश की संभावना
आईएमडी के मुताबिक, केरल और माहे में 2 से 6 अप्रैल के बीच भारी बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल में 3 से 5 अप्रैल तक, जबकि तटीय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में 3 से 6 अप्रैल तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। इस दौरान बिजली गिरने और तेज हवाओं के कारण जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
पश्चिमी भारत में लू का प्रकोप
एक तरफ बारिश राहत देगी, तो दूसरी ओर कुछ राज्य लू की चपेट में आ सकते हैं। सौराष्ट्र और कच्छ में 2 अप्रैल को, जबकि पश्चिम राजस्थान में 5 से 7 अप्रैल के बीच लू चलने की चेतावनी दी गई है। गुजरात, त्रिपुरा और असम में भी गर्म और उमस भरी हवाओं के चलते असहज मौसम बना रहेगा।
तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर
मौसम विभाग ने बताया कि 4 अप्रैल तक मध्य भारत और महाराष्ट्र में दिन के तापमान में 2 से 4 डिग्री की गिरावट आ सकती है। इसके बाद 5 से 8 अप्रैल के बीच तापमान फिर से बढ़ेगा। वहीं दक्षिण भारत में अगले 4 दिनों में पारा 2-4 डिग्री तक गिर सकता है।
क्या करें, क्या न करें
मौसम विभाग की चेतावनी को हल्के में ना लें। तेज आंधी, बिजली और ओलावृष्टि से बचने के लिए खुले में न जाएं और मोबाइल पर आने वाले अलर्ट्स पर नजर रखें। किसान अपनी फसलों को ढंकने की व्यवस्था करें और शहरी लोग भीगने से बचने के लिए छाता या रेनकोट रखें। कुल मिलाकर, देश के मौसम में इस समय दो ध्रुवीय बदलाव देखने को मिल रहे हैं। एक तरफ राहत देने वाली बारिश और दूसरी तरफ झुलसाने वाली गर्मी। ऐसे में सतर्कता और तैयारी ही सबसे बड़ा हथियार है। अगले कुछ दिन मौसम की कसौटी पर होंगे, तैयार रहिए।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय बधिर श्रृंखला में विजयी जीत हासिल की
नई दिल्ली
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई तीन दिवसीय एकदिवसीय बधिर श्रृंखला बुधवार को नई दिल्ली के करनैल सिंह स्टेडियम में दोनों टीमों के बधिर क्रिकेट दस्तों के कड़े मुकाबले और शानदार प्रदर्शन के बाद संपन्न हो गई।
भारतीय बधिर क्रिकेट संघ (आईडीसीए) द्वारा आयोजित वनडे बधिर श्रृंखला में 10-12 मार्च तक तीन रोमांचक मैच खेले गए। भारत, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल ही में संपन्न टी20 त्रिकोणीय श्रृंखला में अपनी सफल जीत के बाद, भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे बधिर श्रृंखला में एक और शानदार जीत दर्ज की।
खेल में अपना दबदबा फिर से स्थापित करते हुए, भारतीय बधिर क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 3-0 से हराकर सीरीज का खिताब अपने नाम कर लिया। टूर्नामेंट के दौरान, दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने अपनी असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन किया और सीरीज के हर मुकाबले में सच्ची हिम्मत और जोश दिखाया। मैचों में तीव्रता और नाटकीय मोड़ ने करनैल सिंह स्टेडियम में मौजूद उत्साही दर्शकों के लिए मुकाबले को देखने लायक बना दिया।
भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों देशों के खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की सराहना करते हुए, IDCA के अध्यक्ष सुमित जैन ने कहा, "पूरी श्रृंखला के दौरान खिलाड़ियों की ऊर्जा वास्तव में रोमांचकारी थी और मैं उन सभी को श्रृंखला और एक्शन से भरपूर प्रतियोगिता को देखने लायक बनाने के लिए बधाई देना चाहता हूँ। जिस तरह से प्रत्येक खिलाड़ी ने टूर्नामेंट के प्रत्येक मैच में अपनी योग्यता साबित की, उससे पता चलता है कि दुनिया भर में श्रवण बाधित एथलीटों के बीच क्रिकेट को बढ़ावा देने की तीव्र इच्छा है। इस वनडे डेफ सीरीज़ में उनकी उत्साही भागीदारी वास्तव में बधिर क्रिकेट के उज्ज्वल भविष्य की बात करती है, और यह कई अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का काम करती है।"
अखिल भारतीय पुरुष चयन समिति द्वारा टूर्नामेंट के लिए चुनी गई भारतीय बधिर क्रिकेट टीम का नेतृत्व वीरेंद्र सिंह की कप्तानी में किया गया। कोच देव दत्त और सहायक कोच सुशील गुप्ता के मार्गदर्शन में गहन प्रशिक्षण के साथ ब्लू में पुरुषों ने प्रमुख टूर्नामेंट के लिए कमर कस ली।
ये अमानवीय और अवैध...', प्रयागराज में बुलडोजर कार्रवाई पर SC सख्त; 10-10 लाख का मुआवजा देने का निर्देश
HighLights
- सुप्रीम कोर्ट ने कार्रवाई को अमानवीय और अवैध बताया।
- कोर्ट ने प्राधिकरण को हर घर के मालिक को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने का निर्देश दिया।
पीटीआई, नई दिल्ली। प्रयागराज में घरों पर बुलडोजर कार्रवाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की है। सुप्रीम न्यायालय ने यूपी सरकार और प्रयागराज विकास प्राधिकरण को फटकार लगाते हुए इस कार्रवाई को 'अमानवीय और अवैध' बताया।
देश में कानून का राज, ऐसा नहीं चलेगा
तोड़फोड़ की कार्रवाई "अमानवीय" करार देते हुए जस्टिस अभय एस ओका और उज्जल भुइयां की पीठ ने कहा कि देश में कानून का शासन है और नागरिकों के आवासीय ढांचों को इस तरह से नहीं ढहाया जा सकता।
10 लाख रुपये का मुआवजा देने का निर्देश
शीर्ष अदालत ने प्राधिकरण को छह सप्ताह के भीतर प्रत्येक घर के मालिकों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने का निर्देश दिया। अदालत ने पहले प्रयागराज में उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन किए बिना तोड़फोड़ की कार्रवाई को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार को फटकार लगाई थी और कहा था कि इससे गलत संकेत गया है।
वकील का दावा- अतीक अहमद की जमीन समझ किया ध्वस्त
उधर, याचिकाकर्ताओं के वकील ने कहा कि राज्य सरकार ने गलत तरीके से मकानों को ध्वस्त किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह सोचकर इसे ध्वस्त किया कि यह जमीन गैंगस्टर-राजनेता अतीक अहमद की है, जो 2023 में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था।
शीर्ष अदालत अधिवक्ता जुल्फिकार हैदर, प्रोफेसर अली अहमद और अन्य लोगों की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिनके मकान ध्वस्त कर दिए गए थे।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने इस विध्वंसक कार्रवाई को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया था। याचिकाकर्ताओं को कथित तौर पर प्रयागराज जिले के लूकरगंज में कुछ निर्माणों के संबंध में 6 मार्च 2021 को नोटिस दिया गया था।
दिल्ली में पावर कट पर तेज हुई लड़ाई, मंत्री आशीष सूद बोले- दंगे करवाना चाह रही AAP
दिल्ली के बिजली मंत्री आशीष सूद ने कहा कि चाहे कोई कितना ही बड़ा आदमी क्यों ना हो उसके खिलाफ BNS की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में कुल 2 लाख 72 हजार 137 बार बिजली कटी यानी रोजाना 75 बार एक घंटे से ज्यादा बिजली काटी गई
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बिजली कटौती को लेकर सियासत तेज होती जा रही है. आम आदमी पार्टी के विधायकों ने दिल्ली विधानसभा सचिव को नोटिस सौंपकर दिल्ली के कई इलाकों में कथित बिजली कटौती पर चर्चा का अनुरोध किया. AAP के हमलों के बीच सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी पलटवार कर रही है. बिजली मंत्री ने कहा कि अरविंद केजरीवाल, आतिशी फेक अकाउंट से झूठ और नैरेटिव फैला रही हैं. AAP दंगे करवाना चाह रही है.
दिल्ली के बिजली मंत्री आशीष सूद ने आज मंगलवार को AAP पर हमला करते हुए कहा, “राजधानी की शांति व्यवस्था को भंग करने के लिए आम आदमी पार्टी (AAP), केजरीवाल, आतिशी फेक अकाउंट के जरिए झूठ और नैरेटिव फैला रही हैं.” उन्होंने कहा, “एक अकाउंट है मुकुल शर्मा के नाम से जिसके सिर्फ 4 फॉलोअर्स हैं. ऐसे ही कई और अकाउंट्स हैं जो बीजेपी सरकार के खिलाफ लगातार झूठ बोल रहे हैं. AAP ट्विट कर कहती है कि दिल्ली में पहले बिजली नहीं जाती थी.”
AAP के दौर में रोजाना 75 बार कटी बिजलीः सूद
पूर्ववर्ती AAP सरकार पर हमला करते हुए आशीष सूद ने कहा, “अगर ऐसा था तो शीशमहल, आतिशी के घर, स्पीकर के घर में UPS और जैन सेट क्यों लगे हुए थे?” उन्होंने यह भी कहा कि रखरखाव के लिए बिजली की कटौती की जाती है. हम दिल्ली में गर्मी को लेकर तैयारी ना कर सकें इसलिए झूठ फैलाकर दंगे करवाना चाहते हैं.
अफवाह और झूठी बातें फैलाने को लेकर आगाह करते हुए सूद ने कहा कि चाहे कोई कितना ही बड़ा आदमी क्यों ना हो उसके खिलाफ भारत न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों (AAP शासनकाल) में कुल 2 लाख 72 हजार 137 बार बिजली कटी यानी रोजाना 75 बार एक घंटे से ज्यादा बिजली काटी गई.
LoP आतिशी के घर बत्ती गुल पर क्या बोले मंत्री
उन्होंने कहा, “हमारी महज 40 दिन पुरानी सरकार है. जब हमसे पूछा गया था तो हमने बताया कि 292 बार एक घंटे से ऊपर लाइट गई. जबकि आतिशी के मुख्यमंत्री रहते 3800 बार बिजली गई थी.
पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी के घर की लाइट गुल होने पर आशीष सूज ने कहा, “आतिशी उन VVIP लोगों में से हैं जो 2 फीडर से बिजली लेती हैं. फिर भी उन्होंने ट्विट किया कि मेरे घर बिजली चली गई. फीडर चेंज होने में समय लगता है. वहां 18 मिनट के लिए लाइट गई थी.
बिजली कटौती पर AAP और BJP में तकरार
इससे पहले बिजली सप्लाई के मुद्दे पर AAP और BJP के बीच सियासी तकरार देखी जा रही है. AAP नेताओं ने BJP पर फरवरी में सत्ता संभालने के बाद बिजली वितरण का प्रबंधन करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया है. यहीं नहीं AAP विधायकों ने दिल्ली विधानसभा में राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में कथित बिजली कटौती पर चर्चा का अनुरोध किया.
पार्टी के विधायक संजीव झा और कुलदीप कुमार ने बिजली मंत्री सूद को पत्र लिखकर लंबे समय से चल रही बिजली की कटौती की समस्या पर प्रकाश डाला और सरकार से इस मुद्दे को सुलझाने का अनुरोध भी किया. बुराड़ी से विधायक संजीव झा ने भी पिछले महीने 28 मार्च को अपने विधानसभा क्षेत्र के जगतपुर गांव में बिजली कटौती की ओर ध्यान दिलाया, जिसकी वजह से घरों, बिजनेस और जरूरी आवश्यक सेवाओं पर असर पड़ा.
केंद्रीय मंत्री ने पहना Meta RayBan स्मार्ट ग्लासेजआज तक एक केंद्रीय मंत्री ने हाल ही में Meta RayBan स्मार्ट ग्लासेज पहने, जो तकनीकी जगत में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस ग्लास की विशेषताओं को लेकर लोग काफी उत्साहित हैं।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में स्पेन के बार्सिलोना में आयोजित मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस (MWC) 2025 में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जहां उन्होंने Ray-Ban और Meta द्वारा संयुक्त रूप से विकसित AI-संचालित स्मार्ट ग्लास पहने। उनका यह नया लुक सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है।
Ray-Ban Meta स्मार्ट ग्लासेस की प्रमुख विशेषताएं:
12 मेगापिक्सल डुअल कैमरा: हाई-क्वालिटी फोटो और वीडियो कैप्चर करने की क्षमता।
AI-पावर्ड सॉफ्टवेयर: वॉयस कमांड, जेस्चर रिकग्निशन और ऑगमेंटेड रियलिटी अनुभव प्रदान करता है।
स्मार्ट कनेक्टिविटी: ब्लूटूथ और वाई-फाई के माध्यम से स्मार्टफोन, टैबलेट या कंप्यूटर से कनेक्ट होता है।
लंबी बैटरी लाइफ: एक बार चार्ज करने पर 4 घंटे तक उपयोग किया जा सकता है, साथ ही कॉम्पैक्ट चार्जिंग केस के साथ 3 अतिरिक्त चार्जिंग की सुविधा।
इन स्मार्ट ग्लासेस की कीमत Meta स्टोर पर $299 (लगभग 26,000 रुपये) है।
नवीनतम सॉफ्टवेयर अपडेट के साथ, इन ग्लासेस में 3 मिनट तक लंबा वीडियो रिकॉर्ड करने की क्षमता जोड़ी गई है, जो पहले की 60 सेकंड की सीमा से तीन गुना अधिक है।
इसके अलावा, लाइव AI सपोर्ट और लाइव ट्रांसलेशन जैसे फीचर्स भी शामिल किए गए हैं, जो उपयोगकर्ताओं को रियल-टाइम में जानकारी प्राप्त करने और विभिन्न भाषाओं के बीच अनुवाद करने की सुविधा प्रदान करते हैं।
MWC 2025 में सिंधिया ने भारत की तकनीकी प्रगति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया और विभिन्न तकनीकी नेताओं और इनोवेटर्स से मुलाकात की। उन्होंने घोषणा की कि इस वर्ष का इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 8 से 11 अक्टूबर 2025 तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें 5G और 6G, AI, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण, क्वांटम कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा, सैटेलाइट संचार, डीप-टेक, क्लीन-टेक और स्मार्ट मोबिलिटी जैसी नई तकनीकों का प्रदर्शन किया जाएगा।
IPL 2025: दिल्ली के लिए संकटमोचक बने आशुतोष शर्मा, शानदार पारी के लिए मिला यह अवॉर्ड
दिल्ली कैपिटल्स ने लखनऊ सुपर जायंट्स को एक रोमांचक मुकाबले में 1 विकेट से हराया। इस मैच में दिल्ली के लिए जीत के हीरो आशुतोष शर्मा रहे, उन्होंने 66 गेंदों की शानदार पारी खेली।
आईपीएल 2025 का चौथा मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच खेला गया। इस रोमांचक मुकाबले में दिल्ली ने लखनऊ को 1 विकेट से हराया। इस मैच में दिल्ली के लिए जीत के हीरो आशुतोष शर्मा रहे। उन्होंने 31 गेंदों पर 5 चौके और इतने ही छक्कों की मदद से 66 रनों की मैच विनिंग पारी खेली। आपको बता दें कि, 210 रनों के टारगेट का पीछा करने उतरी दिल्ली की टीम एक वक्त पर 65 के स्कोर पर 5 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। आशुतोष जब बल्लेबाजी के लिए तब दिल्ली को दूर-दूर तक जीत की उम्मीद नहीं थी। लेकिन उन्होंने स्टब्स (34) और विप्राज निगम (39) के साथ मिलकर पारी को संभाला और मैच में अपनी टीम की वापसी करवाई। आशुतोष ने आखिरी ओवर में छक्का लगाकर दिल्ली को जीत दिलाई। इस मैच में शानदार पारी खेलने के लिए आशुतोष को प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला।
आशुतोष ने इस शख्स को डेडिकेट किया अपना अवॉर्ड
प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिलने के बाद आशुतोष शर्मा ने कुछ बड़ी बातें कही। अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान उन्होंने कहा कि, पिछले साल से उन्होंने बहुत कुछ सीखा । पिछले सीजन में कुछ मौकों पर खेल खत्म करने से वह चूक गए थे। पूरे साल उन्होंने इस पर ध्यान केंद्रित किया और इसके बारे में कल्पना की। उन्हें विश्वास था कि अगर वह आखिरी ओवर तक क्रीज पर डटे रहेंगे, तो इस मैच का नतीजा कुछ भी हो सकता है। विप्राज को लेकर उन्होंने कहा कि उसने अच्छा खेला। उन्होंने विप्राज को बड़ा शॉट खेलते रहने के लिए कहा था। वह दबाव में बहुत शांत था। आशुतोष ने अपना ये प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड शिखर धवन को डेडिकेट किया।
पंजाब किंग्स ने नहीं किया था आशुतोष को रिटेन
आपको बता दें कि, इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 से पहले हुए मेगा ऑक्शन में युवा फिनिशर आशुतोष शर्मा को दिल्ली कैपिटल्स की फ्रेंचाइजी ने 3.80 करोड़ रुपये में दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने खरीदा था। ऑक्शन के लिए उन्होंने अपना बेस प्राइस 30 लाख रुपये रखा था। आशुतोष को पंजाब किंग्स (PBKS) ने IPL 2025 के लिए रिटेन नहीं किया था। IPL 2024 में इस खिलाड़ी ने PBKS के लिए कमाल का प्रदर्शन किया था। लेकिन इसके बावजूद फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिलीज कर दिया था।
भारत के इस राज्य में मिला सोने का विशाल भंडार! अमेरिका की ताकत का भी यही राज, जानें गोल्ड स्टॉक में अब किस नंबर पर इंडिया?
ओडिशा में सोने का भंडार मिला है। वैज्ञानिकों ने राज्य में सोने के बड़े भंडार का पता लगाया है. इससे यह स्वर्ण खनन का एक बड़ा केंद्र बन गया है. भारतीय महिलाओं के पास गोल्ड का सबसे बड़ा भंडार भी है
विदेशियों से लेकर भारतीयों तक, सोना किसको पसंद नहीं है. सोने को हमेशा से भरोसेमंद संपत्ति के रूप में देखा जाता है. सोने के स्टॉक पर ही किसी भी देश की आर्थिक स्थिति निर्भर करती है. हाल ही में ओडिशा में सोने का भंडार मिला है. वैज्ञानिकों ने राज्य में सोने के बड़े भंडार का पता लगाया है. इससे यह स्वर्ण खनन का एक बड़ा केंद्र बन गया है. ऐसे में जानते हैं कि दुनिया में स्वर्ण भंडार कितना है और भारत इस मामले में किस स्थान पर है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, फरवरी, 2025 में भारत के पास 840.76 टन सोने का भंडार था. यह भंडार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पास है. साल 2024 की चौथी तिमाही में भारत का गोल्ड रिजर्व 876.20 टन हो गया था. यह 2000 से 2024 के बीच का सर्वकालिक उच्च स्तर था. 2024 के नवंबर महीने में RBI ने 8 टन सोना खरीदा था. वहीं, साल 2024 में भारत ने कुल 73 टन सोना खरीदा था. भू-राजनीतिक तनाव को देखते हुए भारत जैसे विकासशील देश अपने गोल्ड रिजर्व में बढ़ोतरी कर रहे हैं
संकट के समय क्यों सुरक्षित माना जाता है सोना?
पुराने समय से सोना का इस्तेमाल पैसों के रूप में होता है. आर्थिक संकट के समय इसे सुरक्षित निवेश माना जाता है. यह सिर्फ एक कीमती धातु नहीं है, बल्कि देश के वित्त सिस्टम का एक जरूरी हिस्सा है. ओडिशा हमेशा से ही प्राकृतिक संसाधनों और खनिजों का केंद्र रहा है. अब यह फिर से सोने के भंडार के लिए चर्चा में है. यहां के कई जिलों में सोने का भंडार मिला है. राज्य के खान मंत्री बिभूति जेना के अनुसार, कई जगहों पर सोने की खोज चल रही है. जल्दी ही इसकी नीलामी की जाएगी
कहां कहां मिला सोने का भंडार?
वैज्ञानिकों को ओडिशा सुंदरगढ़, नबरंगपुर, क्योंझर और देवगढ़ जैसे जिलों में सोने के बड़े भंडार मिले हैं. बौध, मलकानगिरी, संबलपुर जैसे इलाकों में भी खोज जारी है. वहीं, मरेडिही, सुलेईपत और बादामपहाड़ जैसे क्षेत्र भी रिसर्च प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं.
यहां के सोने का भंडार सबसे ख़ास
देवगढ़ जिले में भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण में जबरदस्त संभावनाएं नजर आ रही हैं. यहां पहले से ही आदासा-रामपल्ली में सोने के भंडार की पहचान की गई थी. GSI (जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) तांबे के लिए खोज कर रहा है. इससे पता चलता है कि इस क्षेत्र में खनिज संसाधन मौजूद हैं. वहीं, गोपुर-गाजीपुर, मनकाडचुआन, सलेईकाना और दिमिरीमुंडा क्षेत्रों में सोने की खोज चल रही है. ओडिशा सरकार देवगढ़ में अपने पहले सोने के खनन ब्लॉक की नीलामी करने की योजना बना रही है.
इस देश की ताकत है सुनहरा सोना
अमेरिका के पास दुनिया का सबसे बड़ा स्वर्ण भंडार है. यह 8,133.46 टन है. इससे अमेरिका की असल ताकत का पता चलता है. आर्थिक स्थिति खराब होने के बाद सोना ही सबसे ज़्यादा काम आता है
गोल्ड रिजर्व में कितने नंबर पर भारत?
भारत गोल्ड रिजर्व के मामले में दुनिया में 8वें नंबर पर है. उसके पास 840.76 टन सोना है. भारतीय महिलाओं के पास गोल्ड का सबसे बड़ा भंडार भी है. भारत भी डॉलर पर निर्भरता घटाने के लिए तेजी से सोना खरीद रहा है.
ठक में बिहार चुनाव की लिखी गई पटकथा, अमित शाह के सामने सभी नेताओं ने एक चेहरे पर भर दी हामी
Bihar Politics बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनावी मैदान में उतरेगा। रविवार को पटना में हुई एनडीए की बैठक में सभी घटक दलों ने नीतीश कुमार के नेतृत्व पर अपनी सहमति जताई। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे
राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे के साथ ही एनडीए बिहार में इसी वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में आगे बढ़ेगा। चुनाव के बाद भी एनडीए उनके नेतृत्व में एकजुट रहेगा।
नीतीश कुमार के नाम पर एकजुटता दिखाने को ले रविवार को मुख्यमंत्री आवास में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पहल पर एनडीए के वरिष्ठ नेताओं की बैठक शाम चार बजे के करीब हुई।
लगभग 40 मिनट तक यह बैठक चली। बैठक के बाद सभी नेताओं ने नीतीश कुमार के नेतृत्व पर अपनी सहमति जतायी।
आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की सक्रियता और नीतीश कुमार के नेतृत्व की बात सीधे तौर पार्टी नेताओं और लोगों के बीच जाए इसे केंद्र में रख रविवार की इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा।
पटना में जल्द होगी एक और बैठक
- इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार गृह मंत्री ने एनडीए को एकजुट हाेकर चुनाव में सक्रिय रहने की बात कही। यह बात भी सामने आयी कि नीतीश कुमार के नेतृत्व को लेकर किसी तरह का कोई संशय नहीं है।
- एनडीए की इस महत्वपूर्ण बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि डबल इंजन की इस सरकार में केंद्र से किसी तरह की मदद मिल रही।
- लोगों के बीच यह बात नीचे तक जाना चाहिए कि विकास से जुड़े काम में किस तरह से डबल इंजन की सरकार में काम हो रहा।
- चुनाव को ले आगे के अभियान को ले एनडीए घटक दल के बड़े नेताओं की जल्द ही पटना में एक बैठक भी होगी जिसमें बहुत कुछ तय होना है।
- चुनाव के पहले एनडीए की यह पहली बड़ी बैठक बिहार में थी जिसमें अमित शाह शामिल हुए। नीतीश कुमार के नेतृत्व को लेकर को संशय नहीं रहे इस वजह से यह बैठक मुख्यमंत्री आवास में आयोजित की गयी।
इन दिग्गजों की रही मौजूदगी
लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक व केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह लघु जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल व जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा।
जब साथ बैठे RSS चीफ मोहन भागवत और पीएम मोदी, बना लिया 2029 का पूरा प्लान? जानें पूरी बात
बीजेपी और आरएसएस ने 2029 के चुनावों के लिए अपने रिश्तों को मजबूत करते हुए एक साझा रणनीति तैयार की है, जिससे उनका राजनीतिक गठबंधन और भी मजबूत होगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस के रिश्ते हमेशा से चर्चा का विषय रहे हैं. पिछले कुछ सालों में कभी उनके बीच खटपट की खबरें आईं, तो कभी दोनों संगठन एक-दूसरे से दूर होने का इशारा करते हुए नजर आए.
हालांकि, रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने नागपुर में आरएसएस मुख्यालय का दौरा किया और एक बार फिर से यह साफ कर दिया कि बीजेपी और आरएसएस के बीच कोई दरार नहीं है, बल्कि दोनों के बीच एक गहरा राजनीतिक गठबंधन है. इस बीच, दोनों संगठनों ने मिलकर 2029 के लिए अपनी रणनीति को साकार रूप देने की दिशा में काम शुरू कर दिया है.
आरएसएस और बीजेपी के रिश्ते का नया मोड़
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में आरएसएस की भूमिका को स्पष्ट किया और कहा कि यह संगठन सिर्फ एक राजनीतिक इकाई नहीं, बल्कि भारतीय राजनीति की आत्मा है. उनका यह बयान यह दर्शाता है कि आरएसएस का प्रभाव अब बीजेपी से कहीं ज्यागा गहरा और व्यापक हो चुका है. प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा इसलिए भी खास था क्योंकि इससे पहले वह 2013 में आरएसएस मुख्यालय आए थे और तब से लेकर अब तक उनकी यात्रा के विभिन्न आयाम सामने आए हैं. मोदी ने आरएसएस के संस्थापक डॉ. केबी हेडगेवार की स्मृति को सम्मानित करते हुए संगठन की महत्ता को स्वीकार किया.
2029 के लिए साझा रणनीति
कई राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, बीजेपी और आरएसएस के बीच बढ़ती नजदीकी के साथ 2029 के चुनावों के लिए रणनीतियों पर चर्चा भी तेज हो गई है. मोदी ने अपने भाषण में एक दृढ़ संकेत दिया कि आरएसएस का कार्यकर्ता से लेकर राजनीति में असरदार नेता बनने का सफर भारतीय राजनीति के भविष्य के लिए अहम है. उनकी यह बातें 2029 के चुनावों को लेकर दोनों संगठनों के साझा लक्ष्य की ओर इशारा करती हैं.
बीजेपी की तरफ से भी यह संकेत दिए गए हैं कि पार्टी अब अपने भविष्य की योजनाओं में आरएसएस के विचारों और दिशानिर्देशों को और ज्यादा महत्व देगी. इन दोनों संगठनों के बीच का गठबंधन आने वाले चुनावों में उनके लिए एक मजबूत आधार साबित हो सकता है, खासकर जब बात राज्यों की विधानसभा चुनावों की हो.
साझा हित और आगामी चुनाव
बीजेपी और आरएसएस का यह नया राजनीतिक एकजुटता आगामी विधानसभा चुनावों में खासतौर पर देखने को मिलेगा. पिछले कुछ सालों में आरएसएस और बीजेपी दोनों के बीच तकरार की अफवाहें आई थीं, लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि दोनों संगठनों के रिश्तों में कोई दरार नहीं है. आगामी विधानसभा चुनावों में इस सामूहिक रणनीति का असर साफ दिखेगा, जहां बीजेपी को हरियाणा, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में आरएसएस के समर्थन से मजबूती मिलेगी.
आरएसएस के शताब्दी वर्ष और बीजेपी की कार्यकारिणी बैठक
आने वाले दिनों में बीजेपी की कार्यकारिणी बैठक और आरएसएस का शताब्दी वर्ष समारोह भी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं. इन दोनों आयोजनों में इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि बीजेपी और आरएसएस अपने संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए साझा योजनाओं पर काम करेंगे. बेंगलुरु में होने वाली कार्यकारिणी बैठक में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का ऐलान भी इस रणनीतिक कदम का हिस्सा हो सकता है, जो 2029 के चुनावों में पार्टी की मजबूत स्थिति को सुनिश्चित करेगा.
बीजेपी और आरएसएस के बीच का यह नया गठजोड़ सिर्फ 2024 के चुनावों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह 2029 की चुनावी रणनीति को मजबूत बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. दोनों संगठनों के बढ़ते रिश्ते और साझी रणनीति से यह साफ होता है कि भारतीय राजनीति में उनके सहयोग की भूमिका आने वाले समय में और भी महत्वपूर्ण होगी. 2029 तक, यह गठबंधन भारतीय राजनीति को एक नई दिशा देने में सक्षम हो सकता है.
ईद उल फित्र: मेरठ में नमाज के बाद भिड़े दो पक्ष, सफेद कपड़ों पर खूब उछाला कीचड़, मारपीट, पथराव व फायरिंग
सार
मेरठ के सिवालखास में नमाज के बाद हुई मामूली कहासुनी के बाद दो पक्षों में जमकर संघर्ष हुआ। इस दाैरान जमकर मारपीट व फायरिंग हुई। संघर्ष में छह से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। पुलिस माैके पर माैजूद है।
उत्तर प्रदेश के मेरठ में ईद की नमाज के बाद दो पक्षों में जमकर संघर्ष हुआ। यहां सिवाल खास में नमाज के बाद मुस्लिमों के दो पक्षों में फायरिंग पथराव भी हुआ। संघर्ष में छह से ज्यादा लोग घायल हुए हैं
कस्बा सिवालखास में सोमवार को ईद की नमाज पढ़ने के बाद मुस्लिम समाज के लोग फातिया पढ़ने के लिए नहर वाले कब्रिस्तान में जमा थे। इस दौरान फातिमा पढ़ने के दौरान दो पक्षों में एक दिन पूर्व हुए विवाद को लेकर कहासुनी हो गई।
कहासुनी के बाद बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों में लाठी डंडे चल गए। इस दाैरान जमकर मारपीट हुई और पथराव भी हुआ। कई लोगों के सफेद कुर्ते पायजामों पर कीचड़ भी उछाला। दोनों पक्षों के बीच कई राउंड फायरिंग भी हुई। घटना से माैके पर भगदड़ मच गई।
ग्रामीणों के अनुसार विवाद नियात और बदाम खानदानों के बीच हुआ है। जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा व्यक्ति घायल हुए हैं। पुलिस मौके पर है। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया जा रहा है।
दिल्ली बजट 2025: पानी चोरी रोकने के लिए टैंकरों पर लगेंगे GPS, बिछाई जाएंगी नई पाइपलाइन, सीवर लाइन का भी विस्तार
Delhi Budget 2025: दिल्ली सरकार 9,000 करोड़ रुपये के बजट में पानी की पाइपलाइन बिछाएगी. सीवर लाइनों का विस्तार किया जाएगा और हर नागरिक को शुद्ध पेयजल मिलेगा.
Delhi Budget 2025: दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने अपने बजट में कई जनकल्याणकारी योजनाओं का ऐलान किया है. इस बार के बजट में दिल्ली की पानी की समस्या पर गौर किया गया है. बीजेपी सरकार की ओर से कहा गया है कि अब हर घर तक साफ पानी पहुंचा और सीवर सिस्टम को अपग्रेड किया जाएगा. जल आपूर्ति और स्वच्छता व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए 9 हजार करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है.
बजट के 9 हजार करोड़ रुपये से दिल्ली में पानी की पाइपलाइन बिछाई जाएंगी, सीवर लाइन्स का विस्तार होगा और हर नागरिक को शुद्ध पेयजल की सुविधा मिलेगी.
पानी के टैंकरों में लगेंगे GPS
इसके अलावा, टैंकर माफिया पर अंकुश लगाने के लिए टैंकरों में लगाए जीपीएस सिस्टम लगाए जाने की भी बात कही गई है. दिल्ली में पानी चोरी को रोकने के लिए 150 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है. एक कमांड सेंटर होगा, जिसे 10 करोड़ की लागत से पूरा किया जाएगा. सीएम ने कहा, "टैंकर घोटाले को खत्म करने के लिए इस बार हमने दिल्ली जल बोर्ड के टैंकर में जीपीएस सिस्टम लगाने की व्यवस्था की है. इससे RWA अपनी टैंकर की मॉनीटरिंग कर पाएगी. दिल्ली में पानी की चोरियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी."
सीएम रेखा गुप्ता ने बजट भाषण में कहा, "दिल्ली के लिए एक बड़ा मुद्दा है सीवर साफ पानी और स्वच्छ यमुना. हमने इसके लिए 9000 करोड़ रुपये का बजट रखा है. पुरानी सरकारों के मुकाबले यह बजट तीन गुना है.
'घाटे में बिजली-पानी विभाग'
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, "यमुना सफाई, प्रदूषण, बिजली और पानी का विभाग घाटे में है. इस सरकार में आकर इसे चलाना किसी चैलेंज से कम नहीं है."
500 करोड़ रुपये से बनेगा ट्रीटमेंट प्लांट
सीएम रेखा गुप्ता ने बतायि कि 500 करोड़ रुपये की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम किया जाएगा. यमुना तब तक साफ नहीं हो पाएगी, जब तक सारे नाले उसी नदी में गिरते रहेंगे. इसके अलावा, वॉटर लॉस रोकने के लिए 200 करोड़ की राशि से हरियाणा से आने वाली मुनक नहर कनाल को पाइपलाइन में कंवर्ट किया जाएगा, जो अभी खुले में है. ताकि चोरी या लीकेज न हो सके.
प्रेमी से मिलने के लिए महिला ने शादी के 15 दिन बाद पति की हत्या के लिए हत्यारे को किराए पर लिया
औरैया:
सौरभ राजपूत हत्याकांड के कुछ दिनों बाद उत्तर प्रदेश से एक और ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें एक पत्नी ने अपने प्रेमी से दोबारा मिलने के लिए शादी के बमुश्किल दो हफ्ते बाद ही अपने पति की हत्या करवा दी।
एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया कि ताजा मामले में औरैया जिले में एक व्यक्ति की शादी के 15 दिन बाद उसकी पत्नी द्वारा अपने प्रेमी से मिलने के लिए भाड़े के हत्यारे द्वारा कथित तौर पर हत्या कर दी गई।
मैनपुरी के भोगांव थाना क्षेत्र के नगला दीपा गांव निवासी 25 वर्षीय दिलीप यादव की शादी 5 मार्च को 22 वर्षीय प्रगति यादव से हुई थी। शादी के बमुश्किल दो हफ्ते बाद 19 मार्च को दिलीप गेहूं के खेत में गंभीर हालत में मिला। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां 21 मार्च को उसकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम से पता चला कि दिलीप को .315 बोर की पिस्तौल से सिर में गोली मारी गई थी। जांच के दौरान पुलिस अधिकारियों को दिलीप की नवविवाहिता पत्नी और उसके प्रेमी अनुराग द्वारा रची गई साजिश का पता चला, जिसके साथ वह पिछले चार सालों से रिलेशनशिप में थी।
एसपी अभिजीत आर शंकर ने मीडिया को बताया कि प्रगति अपनी शादी से खुश नहीं थी क्योंकि उसके परिवार ने उसे जबरदस्ती इसके लिए राजी कर लिया था। एसपी ने कहा, "वह पिछले चार सालों से अनुराग से प्यार करती थी लेकिन प्रगति के परिवार वाले इस रिश्ते के लिए राजी नहीं थे।"
अधिकारी ने बताया कि प्रगति ने अनुराग के साथ मिलकर दिलीप को मारने के लिए एक कॉन्ट्रैक्ट किलर को हायर करने के लिए 1 लाख रुपए भी दिए थे। प्रगति ने अपने पति की हत्या करवाने के लिए पैसे जुटाने के लिए अपने कुछ गहने भी बेच दिए थे।
अधिकारी ने कहा, "प्रगति ने अनुराग से कहा था कि दिलीप अमीर है और अगर वे उसे हटा सकें, तो वे खुशी से अपना जीवन जी सकेंगे। उसने उसे 1 लाख रुपये दिए, जिसके बाद अनुराग ने दिलीप की हत्या के लिए एक टीम बनाई। उसने रामजी नागर को 2 लाख रुपये में काम पर रखा और उसे 1 लाख रुपये दिए, जो प्रगति ने उसे दिए थे।"
दिलीप यादव कन्नौज में क्रेन सर्विस चलाते थे। 19 मार्च को जब वे काम से घर लौट रहे थे, तो सहार थाना क्षेत्र के एक होटल में रुके। इसी दौरान कुछ बाइक सवार मौके पर पहुंचे। वे दिलीप को क्रेन की मदद से खाई में गिरी कार को बाहर निकालने के बहाने अपने साथ ले गए।
अपने खिलाफ़ हो रही साज़िश से अनजान दिलीप उन लोगों के साथ चला गया जिन्होंने उस पर हमला किया और उसके सिर में गोली मार दी। उन्हें लगा कि वह मर चुका है, इसलिए उन्होंने उसे होटल से करीब 7 किलोमीटर दूर पलिया गांव के पास गंभीर हालत में छोड़ दिया।
एसपी शंकर ने बताया कि जांच के दौरान जब उन्होंने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो हमलावरों तक पहुंचने में सफलता मिली।
उन्होंने कहा, "जांच के दौरान हम हमलावरों में से एक की पहचान रामजी नागर के रूप में कर पाए। हमें यह भी जानकारी मिली थी कि नागर सोमवार को किसी से मिलने जा रहा था। हम मौके पर पहुंचे और रामजी और अनुराग को मौके पर पाया। हमने दो देसी पिस्तौल और कुछ गोलियां भी बरामद कीं।"
अधिकारी ने बताया कि आगे की पूछताछ में अनुराग ने हत्या की योजना और कारण का खुलासा किया।
उन्होंने बताया, "प्रगति अपने प्रेमी अनुराग से शादी करना चाहती थी। उसने अपने परिवार के कहने पर दिलीप से शादी की, लेकिन उसके लिए अपने प्रेमी को भूलना आसान नहीं था। इसके बाद दोनों ने दिलीप को खत्म करने की साजिश रची। दोनों दिलीप को खत्म कर उसकी करोड़ों की संपत्ति हड़पना चाहते थे।"
यह घटना मेरठ हत्याकांड के कुछ दिनों बाद हुई है जिसमें एक महिला और उसके प्रेमी ने अपने पति की हत्या कर दी थी और फिर उसके शव को टुकड़ों में काट दिया था।
पंजाब में अपनी 3 साल की बेटी का बलात्कार का वीडियो बनाने के आरोप में विवाहित महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया गया
अपराध तब प्रकाश में आया जब लड़की के पिता, जो एक व्यवसायी हैं और अक्सर विदेश यात्रा करते रहते हैं, ने अपनी पत्नी के फोन पर अपनी बेटी के बाल यौन शोषण से संबंधित सामग्री देखी।
मोहाली के निकट खरड़ में शुक्रवार को एक विवाहित महिला और उसके प्रेमी को अपनी तीन वर्षीय बेटी का यौन शोषण करने तथा उसका वीडियो बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि यह अपराध तब प्रकाश में आया जब लड़की के पिता, जो एक व्यवसायी हैं और अक्सर विदेश यात्रा करते रहते हैं, ने अपनी पत्नी के फोन में अपनी बेटी के यौन उत्पीड़न का वीडियो देखा।
पुलिस ने बताया कि लड़की के पिता द्वारा पुलिस को घटना की सूचना दिए जाने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई और आरोपी मां तथा पंजाब के मनसा निवासी उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया।
क अधिकारी ने पुष्टि की कि बच्ची की मेडिकल जांच कराई गई और डॉक्टर की रिपोर्ट से दुर्व्यवहार के आरोपों की पुष्टि हुई।
अधिकारी के अनुसार, पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ बलात्कार के लिए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 65/2, सरकारी अधिकारी का रूप धारण करने के लिए धारा 204, धमकी देने के लिए धारा 351/2 और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम की धारा 6 के तहत गंभीर यौन उत्पीड़न के लिए मामला दर्ज किया है, जिसके लिए न्यूनतम 20 साल की कैद का प्रावधान है।
पुलिस ने बताया कि लड़की का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया गया, जबकि आरोपियों को अदालत में पेश किया गया और आगे की पूछताछ के लिए दो दिन की पुलिस रिमांड दी गई। पुलिस ने आगे बताया कि आरोपी मां का फोन जब्त कर लिया गया है और उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि वे आरोपी द्वारा कथित तौर पर इस्तेमाल की गई पुलिस वर्दी की बरामदगी की जांच कर रहे हैं।